अमेरिका भेजने के नाम पर बंधक बनाकर ठगी, एजेंट गिरफ्तार

अमेरिका भेजने के नाम पर बंधक बनाकर ठगी, एजेंट गिरफ्तार
कैथल | Parveen bhardwaj
कैथल के एक युवक को अमेरिका भेजने के नाम पर विदेश में बंधक बनाने और लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में युवक को ग्वाटेमाला में बंधक बनाकर उसके परिवार से 20 हजार डॉलर की फिरौती मांगी गई थी। बंधक बनाए गए युवक की गन प्वाइंट पर प्रताड़ना का वीडियो भी डोंकरों (मानव तस्करों) द्वारा उसके परिवार को भेजा गया था।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान और पहले की गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में गांव हसनपुर, जिला कुरुक्षेत्र निवासी नवनीत सिंह उर्फ माइकल को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस गांव दुसैन निवासी नवजोत उर्फ जोधा को गिरफ्तार कर चुकी है। यह दूसरी गिरफ्तारी इस जघन्य अपराध के खुलासे में एक और बड़ी सफलता मानी जा रही है।
कैसे हुआ ठगी का खुलासा?
गांव मोहना निवासी कुलदीप की शिकायत के अनुसार, जून 2024 में मोहना गांव में उसकी मुलाकात दुसैन निवासी नवजोत सिंह से हुई थी। नवजोत ने खुद को एक रजिस्टर्ड ट्रैवल एजेंट बताते हुए भरोसा दिलाया कि वह एक नंबर में डायरेक्ट अमेरिका भेजने की सुविधा प्रदान करता है। आरोपी ने कुलदीप के बेटे युवराज को अमेरिका भेजने के लिए उकसाया।
- 41 लाख रुपए में अमेरिका भेजने की डील तय हुई, जिसमें यह शर्त रखी गई कि सारे पैसे अमेरिका पहुंचने के बाद दिए जाएंगे।
- 13 अक्टूबर 2024 को युवराज को प्लेन से भारत से रवाना कर दिया गया।
- 17 अक्टूबर को आरोपी ने 16 लाख रुपए की मांग की, जिसे परिवार ने तुरंत दे दिया।
- 19 दिसंबर को व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया कि युवराज को ग्वाटेमाला में अगवा कर लिया गया है।
- डोंकरों ने गन प्वाइंट पर युवराज की पिटाई का वीडियो भी भेजा और 20 हजार डॉलर फिरौती की मांग की।
- जब परिवार ने एजेंटों से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि डोंकरों द्वारा युवक को अगवा कर लिया गया है और पैसे देने ही पड़ेंगे।
- डर के मारे परिवार ने 8 लाख रुपए आरोपियों को दे दिए।
पुलिस कार्रवाई और जांच में अहम खुलासे
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, आरोपी नवनीत सिंह उर्फ माइकल का न्यायालय से 5 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है।
- पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कितने अन्य लोग इस गिरोह का शिकार हुए हैं।
- एजेंटों द्वारा लोगों को ठगने और उन्हें गलत रास्तों से विदेश भेजने की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
- पुलिस अन्य राज्यों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से भी संपर्क कर रही है ताकि इस मामले की जड़ तक पहुंचा जा सके।




