
The Airnews | कुरुक्षेत्र
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें वर्क वीजा के नाम पर एक युवक को ऑस्ट्रेलिया भेजने का झांसा देकर 9.5 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोपी एजेंटों ने युवक को ऑस्ट्रेलिया भेजने का वादा करके मुंबई भेजा और वहां 20 दिनों तक रखकर बहाने बनाते रहे। पीड़ित परिवार ने जब पैसे वापस मांगे तो उन्हें धमकियां मिलने लगीं। पुलिस ने अब इस मामले में तीन एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़ित परिवार की कहानी: विदेश भेजने की चाहत में बिछा जाल
यह मामला कैथल जिले के सिरसल गांव के रहने वाले पवन कुमार और उनके बेटे आयुष से जुड़ा है। पवन कुमार अपने बेटे को कनाडा भेजना चाहते थे। इसी बीच उनकी मुलाकात कुरुक्षेत्र निवासी अनिल कुमार, उसके बेटे युगांक और अमनदीप से हुई। इन तीनों ने खुद को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंट बताया और भरोसा दिलाया कि वे आयुष को वर्क वीजा पर ऑस्ट्रेलिया भेज सकते हैं।
इन एजेंटों ने दावा किया कि उन्होंने पहले भी कई युवाओं को विदेश भेजा है। इसी भरोसे में पवन कुमार उनके झांसे में आ गए। एजेंटों ने इस पूरी प्रक्रिया के लिए कुल 16 लाख रुपये की मांग की, लेकिन शुरुआत में पवन कुमार ने 9.5 लाख रुपये किस्तों में उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए।
इकरारनामा बना, फिर भी मुकर गए आरोपी
एजेंटों ने पवन कुमार के विश्वास को मजबूत करने के लिए कोर्ट में इकरारनामा भी बनवाया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया भेजने की बात कही गई थी। इस दस्तावेज के जरिए पीड़ित को भरोसा दिलाया गया कि अगर उनका बेटा नहीं गया तो पैसे वापस कर दिए जाएंगे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, आरोपी टालमटोल करने लगे।
कुछ समय बाद उन्होंने आयुष को मुंबई बुलाया और कहा कि वहीं से ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट मिलेगी। आयुष ने विश्वास करके मुंबई की यात्रा की, लेकिन वहां पहुंचने के बाद भी कोई टिकट नहीं मिली। उल्टा, उसे वहां 20 दिनों तक विभिन्न होटलों और स्थानों पर ठहराया गया।
पैसे वापस मांगने पर दी धमकी
जब पवन कुमार ने एजेंटों से पैसे वापस मांगे, तो शुरुआत में टालमटोल की गई। बाद में खुलकर धमकियां मिलने लगीं। इससे साफ हो गया कि पूरा मामला धोखाधड़ी का है। परेशान होकर पवन कुमार ने थाना सदर थानेसर में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस कार्रवाई और कानूनी धाराएं
SHO बलजीत सिंह ने जानकारी दी कि तीनों आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 120B (षड्यंत्र रचना) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत पिछले साल जनवरी से चल रही थी।
मामले की जांच इकोनॉमिक सेल को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि इन आरोपियों के खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं, जो इस बार के मामले को और गंभीर बनाता है।
हरियाणा में बढ़ते फर्जी एजेंटों का जाल
हरियाणा में विदेश भेजने के नाम पर फर्जी एजेंटों द्वारा ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। युवाओं में विदेश जाने की ललक को यह गिरोह एक अवसर की तरह इस्तेमाल करता है।
फर्जी दस्तावेज, झूठे वादे और नकली वीजा के जरिए ये एजेंट लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं। कई बार ये पीड़ितों को अन्य राज्यों या शहरों में बुलाकर वहीं बंधक बना लेते हैं या फिर गुमराह कर देते हैं।