कैथल सचिवालय में मानस के ग्रामीणों का प्रदर्शन: भ्रूण लिंग जांच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
( PARVEEN BHARDWAJ ) कैथल जिले के गांव मानस में एक गंभीर आरोप सामने आया है, जिसमें एक घर के कमरे में अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड मशीन लगाकर भ्रूण लिंग जांच की जा रही थी। इस घटना ने गांववासियों को गहरे आक्रोशित कर दिया है। ग्रामीणों ने इस अवैध गतिविधि के खिलाफ आवाज उठाते हुए लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। उनका मुख्य उद्देश्य इस अवैध कार्य में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करना था।
गांव के लोग इस घटना को लेकर पूरी तरह से एकजुट हो गए हैं और उन्होंने सरकारी अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस प्रकार की भ्रूण लिंग जांच से समाज में नफरत और असंतुलन फैलता है। वे चाहते हैं कि इस मुद्दे पर ध्यान दिया जाए और इसे जड़ से खत्म किया जाए।
प्रदर्शन के दौरान, ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि ऐसी घटनाओं पर तुरंत कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो समाज में अवैध लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या जैसी गंभीर समस्याएं बढ़ सकती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग पैसे के लालच में इस प्रकार के अवैध काम कर रहे हैं, जो पूरी तरह से निंदनीय है और समाज के लिए खतरा है।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, कैथल के डीएसपी ने आश्वासन दिया कि इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। डीएसपी ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा भ्रूण लिंग जांच पर पहले से ही कड़े कानून हैं, लेकिन इन कानूनों के प्रभावी पालन को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस प्रदर्शन का उद्देश्य केवल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि एक व्यापक संदेश देना है। उनका कहना है कि इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। अगर लोगों को इस विषय पर सही जानकारी मिले, तो वे ऐसे अवैध कामों को रोकने में प्रशासन की मदद कर सकते हैं।