“डूडा-बसंतगढ़ की पहाड़ियों में आतंकियों से आमने-सामने की मुठभेड़: शहीद हुआ भारत का एक और लाल”
रिपोर्ट: The Airnews | संपादन: Sahil Kasoon| दिनांक: 24 अप्रैल 2025
पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला—भारत को झकझोर देने वाला रक्तपात
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने देश को दहला दिया। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें एक नवविवाहित नौसेना अधिकारी और उसकी शिक्षिका पत्नी भी शामिल थे। यह हमला एक सुनियोजित योजना के तहत अंजाम दिया गया, जिसे लेकर अब पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
बसंतगढ़ में ताज़ा मुठभेड़: आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद कार्रवाई
गुरुवार सुबह खुफिया एजेंसियों से प्राप्त ठोस जानकारी के आधार पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने उधमपुर जिले के डूडा-बसंतगढ़ क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। इसी दौरान एक स्थान पर संदिग्ध गतिविधि दिखी और जैसे ही सुरक्षाबलों ने संपर्क स्थापित किया, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
इस गोलीबारी में भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्स के एक कमांडो गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान शहीद हो गए। दो अन्य कमांडो भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज सेना के अस्पताल में चल रहा है।
सेना का बयान: “हमारा एक जवान वीरगति को प्राप्त हुआ”
व्हाइट नाइट कोर के बयान में कहा गया:
“हमने एक बहादुर सपूत को खोया है, जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी। ऑपरेशन अब भी जारी है और इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है।”
संभावित घुसपैठ का लिंक: मार्च में दिखे थे आतंकी
HT को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह आतंकी वही हो सकते हैं, जो मार्च में सानियाल गांव के डोल्का जंगल में एक स्थानीय दंपती द्वारा देखे गए थे। बताया जा रहा है कि ये आतंकी हीरानगर सेक्टर से सीमा पार कर भारत में घुसे थे और अब पहलगाम और उधमपुर के बीच पहाड़ी क्षेत्रों में छिपे हुए हैं।
पूंछ में भी अभियान जारी
उधर जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले के लसाना वन क्षेत्र में भी सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने एक व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है। यहां भी संदिग्ध आतंकी गतिविधियों की जानकारी मिली है। इस ऑपरेशन में सेना की रोमियो फोर्स के जवान जुटे हुए हैं।
जनता में डर और आक्रोश
इन लगातार हो रहे आतंकी हमलों से जम्मू-कश्मीर के स्थानीय निवासियों में भय और रोष दोनों व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे शांति चाहते हैं, लेकिन सीमा पार से आ रहे आतंकी इस माहौल को बिगाड़ने में लगे हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और केंद्रीय स्तर पर बैठकें
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की और सुरक्षा एजेंसियों को आदेश दिया कि आतंकियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की।