पहले रेप करता…फिर वो वीडियो खुद ही पोर्न वेबसाइट पर अपलोड करता, नारनौंद से सामने आया हैरान करने वाला मामला

नारनौंद, 5 जून (Sahil Kasoon) : हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल के एक गांव से सामने आए बाल यौन शोषण के मामले ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। सीबीआई ने एक दिव्यांग व्यक्ति को नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण और पोर्न वेबसाइट्स पर वीडियो अपलोड करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान सोमनाथ (उम्र 40 वर्ष) के रूप में हुई है, जो नारनौंद के गढ़ी अजीमा गांव का निवासी है। वह जन्म से दिव्यांग है और दोनों पैरों से अक्षम है। गांव में वह कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) चलाता था और लोगों के बीच एक भरोसेमंद व्यक्ति की छवि बनाए हुए था। लेकिन उसकी असलियत बेहद खौफनाक निकली।
अपराध की पूरी कहानी
सोमनाथ नाबालिग बच्चियों को लालच (जैसे टॉफी, चॉकलेट आदि) देकर अपने CSC केंद्र बुलाता और वहां उनके साथ यौन शोषण करता। वह इस पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग करता और फिर उन वीडियो को पोर्न वेबसाइट्स पर अपलोड करता था।
बच्चियों को बार-बार ब्लैकमेल कर शोषण
वीडियो बनाकर वह बच्चियों को डराता और ब्लैकमेल कर उन्हें बार-बार शोषण का शिकार बनाता। शुरुआती जांच में कई बच्चियों के साथ हुए शोषण की पुष्टि हुई है।
जांच कैसे शुरू हुई?
यह मामला इंटरपोल के ICSE डेटाबेस और गूगल की साइबर टिपलाइन के जरिए सामने आया। विदेशी वेबसाइट्स पर अश्लील सामग्री की पहचान के बाद जांच एजेंसियों ने भारतीय साइबर टीम को जानकारी दी।
सीबीआई की कार्रवाई
सीबीआई ने 29 मई को मामला दर्ज किया और 3 जून को आरोपी के घर पर छापा मारा। इस दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस जब्त किए गए, जिनमें आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें मौजूद थीं। इनसे कई बच्चियों की पहचान भी हो गई है।
आरोपी का सामाजिक और पारिवारिक स्थिति
सोमनाथ के माता-पिता की मृत्यु कई वर्ष पहले हो चुकी थी। उसकी दो बहनों की परवरिश अनाथालय में हुई और उनकी शादी हो चुकी है। सोमनाथ अविवाहित था और अकेला रहता था। गांव वालों को उसकी हरकतों पर कभी शक नहीं हुआ।
साइबर क्राइम और मंत्रालय को सूचित
सीबीआई ने इस केस की जानकारी गृह मंत्रालय और इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) को दी है। आगे की पूछताछ में आरोपी से यह जानकारी ली जा रही है कि कितनी बच्चियों को उसने निशाना बनाया और कब से यह कृत्य कर रहा था।




