मंत्री राव नरबीर बोले- मैं एक्सीडेंटल पॉलिटिशियन: बाप-दादा के नाम पर वोट पड़े
The Airnews | Haryana Desk
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री और गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट से विधायक राव नरबीर सिंह ने रविवार रात एक न्यूज चैनल से बातचीत में खुद को ‘एक्सीडेंटल पॉलिटिशियन’ करार दिया। उन्होंने कहा कि 26 साल की उम्र में जब उन्होंने कोई बड़ा राजनीतिक काम नहीं किया था, तब उन्हें उनके पूर्वजों के नाम पर विधायक बना दिया गया। इसके बाद उनके कामों के चलते जनता ने उन्हें चार बार विधायक और हर बार मंत्री बनाया।
राव नरबीर सिंह का बयान: “बिना काम किए MLA बना दिया”
अपने राजनीतिक सफर पर बोलते हुए राव नरबीर सिंह ने कहा:
“मैं राजनीतिक परिवार से संबंध रखता हूं। जब मैं 26 साल का था और मैंने कोई विशेष काम नहीं किया था, तब मुझे मेरे बुजुर्गों के नाम पर वोट मिल गए। मुझे पहली बार विधायक और फिर मंत्री भी बना दिया गया। यह मेरा सौभाग्य है कि इसके बाद लोगों ने मेरे काम को सराहा और मैं लगातार चार बार विधायक चुना गया, और चारों बार मंत्री भी बना।”
मानेसर की मेयर को पार्टी में शामिल करने पर विरोध
मानेसर की मेयर डॉ. इंद्रजीत यादव के भाजपा में संभावित प्रवेश को लेकर राव नरबीर ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा:
“वह एक क्रिमिनल व्यक्ति हैं। इस तरह की विचारधारा वाले लोगों को भाजपा में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। यह मेरी व्यक्तिगत राय है। अगर मुझसे पूछा जाएगा तो मैं साफ विरोध करूंगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि मेयर चुनाव के दौरान भी उन्होंने डॉ. इंद्रजीत यादव के आपराधिक बैकग्राउंड की बात कही थी।
मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ
मुख्यमंत्री नायब सैनी को लेकर राव नरबीर सिंह ने कहा:
“नायब सैनी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे कभी थकते नहीं। रात को 11 बजे भी मिलो तो वे हंसते हुए मिलते हैं। उनके चेहरे पर कभी झुंझलाहट नहीं दिखती, हमेशा खुशी दिखाई देती है। उनके नेतृत्व में हरियाणा निश्चित तौर पर तरक्की करेगा।”
राव इंद्रजीत सिंह का भी बयान
इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी मानेसर की मेयर को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी में अभी किसी नए व्यक्ति को शामिल नहीं किया जा रहा है। उन्होंने राव नरबीर सिंह का नाम लिए बिना कहा:
“पार्टी एक व्यक्ति की नहीं होती। अगर पार्टी कोई फैसला करती है तो वह सब पर लागू होगा। कोई एक व्यक्ति अड़चन नहीं बन सकता। फैसला सभी को मानना पड़ेगा।”