रेप केस में फंसाकर युवक से हड़पे 19 लाख रुपये, 2 महिलाओं समेत 5 आरोपी काबू
The Airnews | रिपोर्टर – अमनदीप पिलानिया, जींद
प्रस्तावना हरियाणा के जींद जिले में अपराध का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर उससे 19 लाख रुपये की फिरौती वसूली गई। इस सनसनीखेज मामले में जींद पुलिस की सीआईए नरवाना टीम ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य साजिशकर्ता समेत कुल पांच आरोपियों को काबू किया है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं, जो इस पूरे षड्यंत्र की मुख्य कड़ियां थीं। इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन की सक्रियता को उजागर किया है, बल्कि समाज में बढ़ते अपराध के नए तरीकों की भयावहता को भी सामने लाया है।
घटना का विवरण पीड़ित युवक अनूप कुमार, जो बडनपुर गांव का रहने वाला है, ने नरवाना थाना में दर्ज शिकायत में बताया कि उसकी दनौदा गांव की रहने वाली एक युवती से दोस्ती थी। 15 अप्रैल को दोनों बाइक पर नरवाना की ओर जा रहे थे कि अचानक रेलवे ओवरब्रिज के पास कुछ युवकों ने अपनी कार उनकी बाइक के आगे लगाकर उन्हें रोक लिया।
किडनैपिंग और धमकी अनूप ने बताया कि युवकों ने जबरदस्ती दोनों को कार में खींच लिया। बाद में उसकी महिला मित्र को बेलरखां गांव के पास उतार दिया गया, जबकि उसे कार में बैठाकर आरोपी बड़ी नहर (अम्बरसर) की ओर ले गए। वहां ले जाकर उसके साथ मारपीट की गई।
महिला ने खुद को SHO बताया इस घटना में शामिल एक महिला ने खुद को SHO बताकर युवक को डरा-धमका कर कहा कि उसे बलात्कार के झूठे केस में फंसा दिया जाएगा। युवक के अनुसार, आरोपियों ने उसे छोड़ने की एवज में 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। मारपीट और धमकियों से डरे युवक ने किसी तरह अपने आढ़ती के माध्यम से 19 लाख रुपये अपने खाते में मंगवाए और नरवाना की एसबीआई शाखा से निकालकर आरोपियों को सौंप दिए।
फिरौती की वसूली के बाद छोड़ा पैसे लेने के बाद आरोपी उसे अपोलो चौक पर उतारकर मौके से फरार हो गए। घर पहुंचकर पीड़ित ने पूरी घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए नरवाना थाने में केस दर्ज करवाया।
पुलिस की कार्रवाई जैसे ही मामला पुलिस के संज्ञान में आया, सीआईए नरवाना की टीम ने तेज कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान इस प्रकार की गई है:
- सुखविंदर उर्फ किडू पुत्र जयभगवान, निवासी शामदो
- संदीप कुमार पुत्र सेवा सिंह, निवासी खरल
- अनिल कुमार उर्फ नील पुत्र सत्यवान, निवासी खरल, जिला जींद
- मंजीत ढिल्लों उर्फ पिंकी, पत्नी धर्मवीर, निवासी कुलाना फार्म, हांसी
- रीना, पत्नी संजय, निवासी दनौदा खुर्द, जिला जींद
अपराध की पूर्व योजना पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह घटना पूर्व नियोजित थी। पीड़ित युवक की महिला मित्र ने ही साजिश के तहत उसे नरवाना बुलवाया था। वहां आरोपी पहले से योजना बनाकर बैठे थे और मौका देखकर घटना को अंजाम दिया। इस पूरे षड्यंत्र में शामिल महिलाओं की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही, जिन्होंने न केवल विश्वास जीतकर युवक को फंसाया बल्कि खुद को पुलिस अधिकारी बताकर मानसिक दबाव भी बनाया।
पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई जींद पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है, ताकि उनसे इस साजिश की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सके और यह भी पता लगाया जा सके कि क्या इस गिरोह के और सदस्य भी सक्रिय हैं।
सामाजिक चेतावनी और जागरूकता की आवश्यकता इस घटना ने समाज में भरोसे और रिश्तों की आड़ में होने वाले अपराधों की ओर एक गंभीर संकेत दिया है। यह जरूरी हो गया है कि युवा वर्ग, विशेषकर सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों से बने रिश्तों को लेकर सतर्क रहें।
न्यायिक प्रक्रिया और आगे की राह फिलहाल मामला न्यायालय के अधीन है और पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। यदि आरोप सिद्ध हो जाते हैं, तो आरोपियों पर कठोर धाराएं लागू हो सकती हैं, जिनमें फिरौती, अपहरण, धमकी और पुलिस अधिकारी का झूठा रूप धारण करना शामिल है।