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Saturday, November 8, 2025

शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को अंतिम विदाई: पत्नी हिमांशी ने कहा- ‘प्यार कर लेने दो मुझे ?

जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को अंतिम विदाई: पत्नी हिमांशी ने कहा- ‘प्यार कर लेने दो मुझे’

The Airnews | स्थान: करनाल | दिनांक: 25 अप्रैल 2025

हरियाणा के करनाल जिले में रहने वाले नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आतंकियों द्वारा 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में की गई कायराना गोलीबारी में शहीद हुए विनय की अंतिम विदाई के दृश्य हर किसी की आंखें नम कर देने वाले हैं।

इस भावुक क्षण का एक 43 सेकेंड का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें शहीद की पत्नी हिमांशी अपने पति को अंतिम विदाई देते हुए भावुक होकर कहती हैं – “प्यार कर लेने दो मुझे”

शादी के 7वें दिन हुई शहादत

विनय और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल को मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में संपन्न हुई थी। इसके बाद 19 अप्रैल को करनाल में रिसेप्शन रखा गया था। शादी के महज सात दिन बाद, 22 अप्रैल को पहलगाम की बर्फीली घाटी में आतंकियों ने विनय की गोली मारकर हत्या कर दी। वे उस वक्त अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून पर गए हुए थे।

अंतिम विदाई का दृश्य: प्रेम और पीड़ा का मिलन

करनाल के सेक्टर 7 स्थित घर से जब विनय की पार्थिव देह अंतिम संस्कार के लिए निकाली गई, तब पूरा माहौल गमगीन था। पत्नी हिमांशी बार-बार पति का चेहरा निहार रही थीं। जैसे ही लोग उन्हें वहां से हटाने लगे, हिमांशी भावुक होकर बोलीं – “कर लेने दो, प्यार कर लेने दो मुझे।”

इसके बाद उन्होंने छह बार विनय के चेहरे को चूमा और फिर उनके सिर पर हाथ फेरते हुए अंतिम विदाई दी। ये दृश्य न केवल परिवार बल्कि वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल में गहराई तक उतर गया।

परिवार के अन्य सदस्य भी थे मौजूद

इस दौरान शहीद के पिता राजेश नरवाल, बहन सृष्टि नरवाल, और अन्य परिजन भी मौजूद थे। पूरे गांव साल्हावास और करनाल में शोक की लहर फैल गई। हरियाणा की सड़कों पर, सोशल मीडिया पर और हर भारतीय के दिल में विनय की बहादुरी की गूंज सुनाई दी।

हनीमून का प्लान था, पर NOC नहीं मिली

विनय और हिमांशी का प्लान हनीमून पर स्विट्जरलैंड जाने का था, लेकिन लेफ्टिनेंट होने की वजह से उन्हें नौसेना से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) नहीं मिल पाया। इसके कारण वीजा नहीं बन सका और उन्हें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जाना पड़ा।

21 अप्रैल को दोनों दिल्ली एयरपोर्ट से पहलगाम के लिए रवाना हुए और 22 अप्रैल को ही विनय पर आतंकियों ने हमला कर दिया।

हिमांशी ने बताई आतंकी हमले की सच्चाई

हमले के बाद हिमांशी ने दुनिया को बताया कि आतंकियों ने लोगों से धर्म पूछकर गोली चलाई। इस हमले ने एक बार फिर से आतंकवाद के उस चेहरे को सामने ला दिया है, जो केवल नफरत फैलाने का काम करता है।

विनय की वीरता को देश का सलाम

देशभर से लोगों ने लेफ्टिनेंट विनय को श्रद्धांजलि दी। करनाल से लेकर दिल्ली और जम्मू-कश्मीर तक हर जगह लोगों ने उनके बलिदान को याद किया। राजनीतिक नेताओं, सैन्य अधिकारियों और आम नागरिकों ने शहीद की पत्नी हिमांशी और परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।

5 तस्वीरों में भावुक विदाई:

  1. पत्नी हिमांशी ने पति के अंतिम दर्शन किए।
  2. चेहरा निहारते वक्त आंखें नम हो गईं।
  3. लोगों ने हटाया तो बोलीं- प्यार कर लेने दो।
  4. अर्थी उठने पर 6 बार माथा चूमा।
  5. सिर पर हाथ फेरकर अंतिम विदाई दी।

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