
हरियाणा का पहला एयरपोर्ट कल होगा शुरू: बदलने जा रहा है हिसार का भविष्य
The Airnews | हिसार, 13 अप्रैल 2025
हरियाणा के विकास की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को हिसार में बने हरियाणा के पहले पूर्ण विकसित एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। यह एयरपोर्ट न केवल राज्य के लिए बल्कि उत्तर भारत के कई इलाकों के लिए एक नई उड़ान का प्रतीक बनने जा रहा है। इसी कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी इंटरनेशनल टर्मिनल की आधारशिला भी रखेंगे। इसका निर्माण शंख के आकार में किया जा रहा है, जो वास्तुशिल्प दृष्टि से भी आकर्षक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
हिसार एयरपोर्ट की खासियतें
हिसार एयरपोर्ट 7,200 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे तीन चरणों में विकसित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) का विकल्प तैयार करना है, जिससे दिल्ली के हवाई यातायात पर भी दबाव कम हो सके। एयरपोर्ट का निर्माण हरियाणा सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के बीच हुए मैमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) के तहत किया गया है।
इंटरनेशनल टर्मिनल का शंख जैसा डिज़ाइन
इस एयरपोर्ट का टर्मिनल शंख के आकार में बनाया जा रहा है, जो भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। इसे न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाया गया है बल्कि इसकी डिज़ाइन भी इसे एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बना सकती है। यह डिज़ाइन भारत की सांस्कृतिक पहचान और आधुनिक टेक्नोलॉजी का मिश्रण है।
फ्लाइट की शुरुआत: हिसार से अयोध्या की उड़ान
14 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी हिसार से अयोध्या के लिए चलने वाली पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाएंगे। यह उड़ान लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा मानी जा रही है, क्योंकि इससे अब तक का 14 घंटे का सफर महज 2 घंटे में तय किया जा सकेगा। फ्लाइट का किराया भी अपेक्षाकृत किफायती रखा गया है। जहां टैक्सी या निजी वाहन से हिसार से अयोध्या पहुंचने में करीब 10,000 रुपये लगते थे, वहीं अब यह सफर केवल 3,400 रुपये में किया जा सकेगा।
तीन चरणों में होगा विकास
हिसार एयरपोर्ट को तीन चरणों में विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में घरेलू उड़ानों की शुरुआत की जा रही है, जिसमें अयोध्या जैसी धार्मिक और ऐतिहासिक जगहों के लिए उड़ानें शामिल होंगी। दूसरे और तीसरे चरण में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और कार्गो सेवाओं की भी शुरुआत की जाएगी।
1 लाख से अधिक रोजगार के अवसर
हिसार एयरपोर्ट केवल एक यातायात केंद्र नहीं है, बल्कि यह रोजगार और आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनने जा रहा है। यहां इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किया जाएगा जिसमें होटल इंडस्ट्री, ट्रांसपोर्ट, और IT इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। सरकार का दावा है कि इस परियोजना से 1 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
हरियाणा, राजस्थान और पंजाब को फायदा
इस एयरपोर्ट से न केवल हरियाणा बल्कि आसपास के राज्यों जैसे राजस्थान और पंजाब के लोगों को भी लाभ मिलेगा। खासतौर पर सिरसा, भिवानी, रोहतक, फतेहाबाद, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर जैसे जिलों के लोग अब आसानी से हवाई सेवा का लाभ उठा सकेंगे। यह एयरपोर्ट इन इलाकों के लिए दिल्ली जाने के झंझट से मुक्ति देगा।
पर्यटन और व्यवसाय को बढ़ावा
हिसार एयरपोर्ट से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। अयोध्या जैसी धार्मिक जगहों के लिए सीधी उड़ानें धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी। वहीं, व्यावसायिक दृष्टिकोण से यह एयरपोर्ट IT और होटल सेक्टर के निवेश को आकर्षित करेगा। यह हिसार को उत्तर भारत का नया कारोबारी हब बना सकता है।
एयरपोर्ट के निर्माण से जुड़ी प्रमुख बातें:
- कुल क्षेत्रफल: 7,200 एकड़
- टर्मिनल डिज़ाइन: शंख के आकार में
- विकास चरण: 3 चरणों में
- कनेक्टिविटी: अयोध्या से सीधी उड़ान, भविष्य में अन्य शहरों से भी जुड़ाव
- नौकरी अवसर: 1 लाख से अधिक
- प्रमुख सेवाएं: घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, कार्गो टर्मिनल, होटल व IT इंडस्ट्री
राजनीतिक और सामाजिक महत्व
हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन न केवल विकास का प्रतीक है, बल्कि यह हरियाणा में हो रहे राजनीतिक बदलावों का भी संकेतक है। पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन करना यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार राज्य के बुनियादी ढांचे को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह परियोजना आने वाले चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बन सकती है।
रैली के जरिए बड़ा संदेश
उद्घाटन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी एक रैली को भी संबोधित करेंगे। यह रैली केवल उद्घाटन समारोह नहीं बल्कि राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन भी होगी। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस रैली के माध्यम से पीएम मोदी राज्य के मतदाताओं को आगामी योजनाओं और विकास के विजन से अवगत कराएंगे।