हरियाणा के शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा का दावा: सरकारी स्कूल अब प्राइवेट से बेहतर
( Sahil Kasoon )हरियाणा के शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा ने हाल ही में दावा किया है कि प्रदेश के सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूलों से कहीं बेहतर हो गए हैं। सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने प्रदेश के अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलवाएं ताकि उन्हें उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त हो और साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति पर कोई अतिरिक्त भार न पड़े।
सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार
महिपाल ढांडा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू कर दिया है, जिससे शिक्षा के स्तर में व्यापक सुधार आया है। उन्होंने कहा कि:
- हायर सेकेंडरी शिक्षा में 100% कवरेज प्राप्त किया गया है।
- सेकेंडरी स्तर पर 300 में से 200 स्कूलों को अपग्रेड कर दिया गया है।
- नए सेशन में ट्रांसफर, अतिथि अध्यापक, वोकेशनल और टेक्निकल अध्यापकों की समस्याओं के समाधान हेतु लगातार मीटिंग की जा रही हैं।
सरकारी स्कूलों की सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर
शिक्षामंत्री ने कहा कि अब सरकारी स्कूलों की स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है। प्रदेश में लगभग 80% सरकारी स्कूलों में सभी मूलभूत सुविधाएं जैसे कि:
- पीने का स्वच्छ पानी,
- स्वच्छ टॉयलेट,
- अच्छी गुणवत्ता के बेंच,
- सुरक्षा व्यवस्था,
- कैंपस हॉल आदि सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं।
बचे हुए स्कूलों में भी तेजी से काम जारी है और जल्द ही सभी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त कर दिया जाएगा।
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की गुणवत्ता
महिपाल ढांडा ने कहा कि अब सरकारी स्कूलों में भी बेहतरीन योग्य शिक्षक पढ़ा रहे हैं, जो कि प्राइवेट स्कूलों से भी अधिक अनुभवी और शिक्षित हैं। उन्होंने कहा:
“हम फ्री एजुकेशन दे रहे हैं, हमारे पास बेहतरीन अध्यापक हैं, स्कूल का वातावरण भी बहुत अच्छा है और सुरक्षा की दृष्टि से भी कोई चूक नहीं की गई है।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि माता-पिता अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते हैं, तो वे न केवल गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करेंगे बल्कि परिणाम भी बेहतर आएंगे।
सरकारी स्कूलों का शानदार परीक्षा परिणाम
हरियाणा सरकार के प्रयासों का असर अब परीक्षा परिणामों में भी देखने को मिल रहा है।
- CBSE दसवीं का परीक्षा परिणाम 90% से अधिक हो चुका है।
- 12वीं का परिणाम भी 85% से अधिक दर्ज किया गया है।
यह दर्शाता है कि अब सरकारी स्कूलों की शिक्षा स्तर में जबरदस्त सुधार हुआ है।
निजी स्कूलों की मनमानी और अभिभावकों के लिए संदेश
जब उनसे निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाई जा रही फीस और उनकी मनमानी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि शिक्षा प्राप्त करना हर छात्र का मौलिक अधिकार है और वे कहीं भी पढ़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने दावा किया कि सरकारी स्कूल अब निजी स्कूलों से बेहतर हैं और वहां बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल रही है।
सरकार का लक्ष्य और आगे की योजनाएं
हरियाणा सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने में नंबर 1 बनाया जाए। इसके लिए:
- तकनीकी शिक्षा और वोकेशनल कोर्स को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- डिजिटल क्लासरूम और स्मार्ट बोर्ड जैसी सुविधाओं को जोड़ा जा रहा है।
- साइंस, मैथ्स और इंग्लिश पर विशेष फोकस दिया जा रहा है ताकि छात्रों को आगे की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं में मदद मिले।