हरियाणा के स्कूलों में तीन दिन की छुट्टी: सरकारी व निजी स्कूल रहेंगे बंद, कोताही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई
The Airnews | Haryana | Updated: हाल ही में
हरियाणा राज्य में स्कूली शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर से ब्रेक लग गया है, और इस बार कारण है लगातार तीन दिनों की छुट्टी। शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को शनिवार, रविवार और सोमवार – तीन दिन बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं। यह निर्णय एक ओर जहाँ छात्रों के लिए अल्पकालिक राहत लेकर आया है, वहीं दूसरी ओर अभिभावकों और स्कूल प्रशासन के लिए कई सवाल खड़े कर गया है।
क्यों हो रही है तीन दिन की छुट्टी?
शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए आदेशों के अनुसार:
- 12 अप्रैल (शनिवार) को माह का दूसरा शनिवार होने के कारण अवकाश रहेगा।
- 13 अप्रैल (रविवार) को साप्ताहिक अवकाश होगा।
- 14 अप्रैल (सोमवार) को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में सरकारी अवकाश घोषित किया गया है।
इन तीनों छुट्टियों को मिलाकर छात्रों और शिक्षकों को एक लम्बा ब्रेक मिलेगा। हालांकि यह निर्णय छुट्टी घोषित करने के सामान्य परिपाटी के तहत लिया गया है, परंतु इस बार इसका असर काफी व्यापक माना जा रहा है।
अप्रैल में दाखिलों पर भी पड़ा असर
अप्रैल वह महीना होता है जब अधिकतर स्कूलों में नया सत्र प्रारंभ होता है और दाखिलों का दौर शुरू होता है। लेकिन इस बार, एक के बाद एक अवकाशों की श्रृंखला ने दाखिलों की प्रक्रिया को भी बाधित किया है।
अभिभावक जो अपने बच्चों को नए स्कूल में दाखिला दिलाने की योजना बना रहे थे, वे लगातार छुट्टियों की वजह से असमंजस की स्थिति में हैं। कई स्कूलों में इंटरव्यू, मीटिंग और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की डेट्स टल रही हैं।
शिक्षा विभाग का सख्त संदेश
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कोई भी स्कूल – चाहे वह सरकारी हो या निजी – इन तीन दिनों में किसी भी प्रकार की शैक्षणिक या सह-शैक्षणिक गतिविधियों के लिए छात्रों को स्कूल नहीं बुलाएगा।
पत्र में यह भी जोड़ा गया है कि कई बार देखने में आया है कि कुछ स्कूल छुट्टियों के दौरान भी छात्रों को प्रोजेक्ट वर्क, एक्स्ट्रा क्लास या अन्य गतिविधियों के लिए बुला लेते हैं। इस बार ऐसा करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी स्कूल में उल्लंघन पाया गया, तो संबंधित स्कूल प्रमुख को विभागीय और प्रशासनिक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
क्या कह रहे हैं अभिभावक?
छात्रों के माता-पिता का इस पर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिला है। कुछ लोगों का कहना है कि छुट्टी के कारण बच्चों को परिवार के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा, वहीं कई अभिभावक विशेष रूप से छोटे बच्चों के प्रवेश के लिए परेशान नजर आ रहे हैं।
रोहतक निवासी आरती शर्मा, जिनकी बेटी कक्षा-1 में दाखिला लेने वाली है, बताती हैं, “हमने स्कूल के इंटरव्यू के लिए तारीख तय की थी लेकिन अब स्कूल ने तीन दिन के लिए सभी अपॉइंटमेंट कैंसल कर दिए हैं। इससे आगे की प्रक्रिया में देरी होगी।”
स्कूल संचालकों की चिंता
निजी स्कूलों के संचालक कह रहे हैं कि अप्रैल में पहले ही कई छुट्टियां हो चुकी हैं। इससे न सिर्फ सिलेबस की प्लानिंग में दिक्कत हो रही है, बल्कि नए दाखिलों पर भी असर पड़ा है।
फतेहाबाद के एक निजी स्कूल के प्रधानाचार्य, जो नाम नहीं बताना चाहते, कहते हैं, “त्योहारों की छुट्टियों को हम समझ सकते हैं, लेकिन जब शिक्षा विभाग का स्पष्ट आदेश हो तो हमें मानना ही पड़ता है। हालांकि इससे स्कूल का अकादमिक कैलेंडर जरूर प्रभावित हो रहा है।”
सरकारी आदेश की प्रति भी हुई वायरल
सोशल मीडिया पर शिक्षा विभाग का पत्र वायरल हो गया है, जिसमें सभी डीईओ, डीईईओ और निजी स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि वे इन तीन दिनों में कोई गतिविधि आयोजित न करें।
पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस आदेश का उल्लंघन करने पर संबंधित स्कूल प्रशासन को इसके लिए उत्तरदायी ठहराया जाएगा और प्रशासनिक कार्यवाही भी संभव है।