हिसार एयरपोर्ट या सिर्फ एयरोड्रम? सांसद जय प्रकाश का बड़ा बयान
( Sahil Kasoon ) हरियाणा के हिसार में बन रहे एयरपोर्ट को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। इस बार विवाद का कारण बना है हिसार से लोकसभा सांसद जय प्रकाश का एक बड़ा और सीधा बयान, जिसमें उन्होंने कहा है कि, “यह एयरपोर्ट नहीं बन रहा, बल्कि सिर्फ एक एयरोड्रम तैयार किया जा रहा है।” उनके इस बयान ने राज्य सरकार की योजनाओं और दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह बयान उस वक्त आया है जब प्रदेश सरकार बार-बार दावा कर रही है कि हिसार एयरपोर्ट भविष्य में हरियाणा का एक बड़ा एविएशन हब बनेगा। लेकिन जय प्रकाश के बयान ने इस परियोजना के मौजूदा हालात और उसके भविष्य को लेकर गंभीर संदेह पैदा कर दिए हैं।
सांसद जय प्रकाश का बयान: जनता के सामने सच्चाई?
जय प्रकाश ने हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में स्पष्ट कहा कि हिसार में जिस परियोजना को ‘एयरपोर्ट’ का नाम दिया जा रहा है, वह असल में सिर्फ एक सीमित क्षमता वाला ‘एयरोड्रम’ है। उन्होंने कहा:
“यहां अंतरराष्ट्रीय या घरेलू स्तर की उड़ानें संचालित करने के लिए जो आधारभूत संरचना चाहिए होती है, वह हिसार में फिलहाल मौजूद नहीं है। हकीकत यह है कि सरकार जनता को सिर्फ सपना दिखा रही है।”
यह बयान न सिर्फ सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि हिसार एयरपोर्ट को लेकर जिस तरह के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वे वास्तविकता से काफी दूर हैं।
एयरपोर्ट बनाम एयरोड्रम: फर्क समझना जरूरी
जय प्रकाश के इस बयान ने आम जनता को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर एयरपोर्ट और एयरोड्रम में फर्क क्या है।
- एयरपोर्ट: एक पूर्ण विकसित ढांचा होता है जहां वाणिज्यिक विमानन सेवाएं दी जाती हैं। इसमें लंबा रनवे, टर्मिनल भवन, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC), इमिग्रेशन, कस्टम्स, पार्किंग, ग्राउंड स्टाफ और अन्य लॉजिस्टिक सुविधाएं होती हैं।
- एयरोड्रम: आमतौर पर छोटे विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए उपयोग में लाया जाता है। यहां सुविधाएं सीमित होती हैं और वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन नहीं होता या बहुत सीमित होता है।
अगर हिसार प्रोजेक्ट को इसी नजरिये से देखा जाए तो सांसद का दावा कुछ हद तक सही प्रतीत होता है।
हिसार एयरपोर्ट प्रोजेक्ट: शुरू से अब तक
हरियाणा सरकार ने हिसार में एक पूर्ण विकसित एयरपोर्ट और एविएशन हब बनाने की घोषणा 2017 में की थी। इसे ‘हिसार एविएशन हब’ नाम दिया गया।
प्रमुख घोषणाएं और योजनाएं:
- 7200 फीट लंबा रनवे बनाने की योजना।
- MRO (Maintenance, Repair & Overhaul) फैसिलिटी।
- एविएशन ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना।
- कार्गो टर्मिनल और लॉजिस्टिक सेंटर।
- नागरिक उड्डयन और उड़ान योजना (UDAN) के तहत उड़ानों की शुरुआत।
अब तक की प्रगति:
- रनवे का विस्तार आंशिक रूप से हुआ है।
- सीमित क्षेत्र में टर्मिनल तैयार किया गया है, लेकिन वहां से कोई नियमित उड़ान नहीं चल रही।
- एयरलाइंस की कोई उपस्थिति नहीं है।
- फ्लाइट बुकिंग पोर्टल्स पर हिसार का नाम उपलब्ध नहीं है।
विपक्ष और विशेषज्ञों की राय
जय प्रकाश के अलावा कई विपक्षी नेता और विशेषज्ञ भी समय-समय पर इस परियोजना की आलोचना करते आए हैं। उनका कहना है कि सरकार सिर्फ घोषणाओं तक सीमित है और ज़मीनी काम बहुत धीमी गति से हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी पहले यह बयान दिया था कि “यह प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में है, असलियत में नहीं।”
स्थानीय जनता का नजरिया
हिसार के लोगों को जब यह घोषणा सुनाई गई थी कि उनके जिले में एयरपोर्ट बनेगा, तो एक नई आशा जगी थी। लोगों को लगा था कि इससे:
- रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
- व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा
- शिक्षा और मेडिकल सुविधाओं तक आसान पहुंच होगी
- दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी
लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी जब इस प्रोजेक्ट का कोई ठोस लाभ ज़मीन पर नहीं दिखा, तो लोगों में नाराजगी बढ़ने लगी। जय प्रकाश के बयान ने इस नाराजगी को और हवा दे दी है।
राजनीतिक असर
जय प्रकाश खुद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद हैं, और उनके इस बयान को पार्टी के अंदरूनी मतभेदों के रूप में भी देखा जा रहा है। इस बयान से सरकार की योजनाओं और विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है, खासकर तब जब राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव नजदीक हों।
यह बयान राजनीतिक रूप से भी सरकार के लिए एक चेतावनी है कि जमीनी हकीकत से दूर घोषणाएं जनता को भ्रमित करने वाली हो सकती हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार की ओर से इस बयान पर अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन पूर्व में जारी बयानों के अनुसार:
- सरकार का दावा है कि पहला चरण पूरा हो चुका है।
- जल्द ही घरेलू उड़ानों की शुरुआत की जाएगी।
- UDAN योजना के तहत हिसार को शामिल किया गया है।
फिर भी, कोई निश्चित समयसीमा घोषित नहीं की गई है और न ही कोई एयरलाइन संचालन के लिए आगे आई है।