अंबाला सेंट्रल जेल से फिर भागा बंदी:बिजली कट का उठाया फायदा, 45 दिन में दूसरी वारदात; पॉक्सो एक्ट में बंद था
हरियाणा की अंबाला सेंट्रल जेल से एक बार फिर फरारी की घटना सामने आई है। शनिवार को दिनदहाड़े एक बंदी जेल की ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गया। यह घटना तब हुई जब जेल परिसर में बिजली बार-बार जा रही थी।
फरार बंदी की पहचान अजय कुमार, निवासी खजूरी बाड़ी, तेहरागच्छ थाना किशनगंज, बिहार के रूप में हुई है। अजय पॉक्सो एक्ट और रेप जैसे गंभीर अपराधों में बंद था। यह 45 दिनों के भीतर दूसरी बार है जब अंबाला सेंट्रल जेल से कोई कैदी फरार हुआ है। इससे पहले अगस्त में एक अन्य आरोपी जेल से भाग निकला था।
जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब तीन बजे जेल परिसर में चल रहे कारखाने को बंद करने की प्रक्रिया चल रही थी। इस दौरान जब बंदियों की गिनती की गई, तो पाया गया कि अजय कुमार गायब है। तुरंत जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और सभी गेटों को बंद कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया।
सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला कि अजय कुमार ने जेल के अंदर बने कारखाने की छोटी दीवार लांघी और फिर करीब 18 फुट ऊंचे बिजली के खंभे पर चढ़ गया। इसके बाद उसने बिजली की तार को पकड़कर मुख्य दीवार पार की और फरार हो गया।
सेंट्रल जेल के उप अधीक्षक ने बलदेव नगर थाने को दी शिकायत में बताया कि शनिवार सुबह से ही जेल परिसर में बिजली के कट बार-बार लग रहे थे। अजय ने इसी स्थिति का फायदा उठाया। उसने बिजली की तार को पकड़कर दीवार पार की और मौके से भाग निकला।
पुलिस ने बलदेव नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया है और फरार बंदी की तलाश में टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि अजय ने यह योजना कब और कैसे बनाई, और क्या इसमें जेल स्टाफ की किसी स्तर पर लापरवाही या मिलीभगत रही है।
अजय कुमार पर 17 मार्च 2024 को आईपीसी की धारा 363, 366ए, 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस थाना मनसा देवी कांप्लेक्स, पंचकूला में दर्ज हुआ था। उसे इसी मामले में अंबाला सेंट्रल जेल भेजा गया था।
अंबाला सेंट्रल जेल की यह पहली चूक नहीं है। इससे पहले 13 अगस्त को भी पंचकूला निवासी सुखबीर कालिया नामक बंदी जेल से फरार हो गया था। उस पर धार्मिक स्थल पर अश्लील हरकत करने का आरोप था। सुखबीर को 12 अगस्त को जेल भेजा गया था, लेकिन अगले ही दिन शाम को जब बंदियों की गिनती हुई, तो वह गायब पाया गया।
जांच में सामने आया कि सुखबीर कालिया जेल में सिलेंडर छोड़ने आई गाड़ी के नीचे छिपकर भाग गया था। घटना के दौरान किसी सुरक्षाकर्मी या सीसीटीवी ऑपरेटर को इस बात का पता नहीं चला। इस लापरवाही के बाद जेल अधीक्षक ने मुख्य वार्डन सतीश और वार्डन आत्माराम को निलंबित कर दिया था। साथ ही एक एएसआई को चार्जशीट किया गया और डीएसपी का तबादला भी कर दिया गया था।
हालांकि, इन कार्रवाइयों के बावजूद सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका और अब फिर एक बंदी का भाग जाना जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
फरार अजय कुमार की तलाश में पुलिस ने कई टीमें गठित कर दी हैं। अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर और आसपास के जिलों में नाकेबंदी कर दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और हाईवे पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
बलदेव नगर थाना प्रभारी धर्मबीर ने बताया कि अजय की योजना काफी सोची-समझी लगती है। उसने बिजली कट की स्थिति में भागने का मौका चुना। अब यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं उसे बाहर से किसी ने मदद तो नहीं की।




