“अभय चौटाला ने भारतीय छात्रों के हक में उठाई आवाज, बोले- ‘हमारे युवाओं के साथ हो रही ज्यादती'”
चंडीगढ़: 18 अप्रैल, 2025 : Sahil Kasoon – अमेरिका द्वारा भारतीय छात्रों को जबरन डिपोर्ट किए जाने पर इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अभय सिंह चौटाला ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारतीय युवाओं के साथ ज्यादती कर रहा है, जबकि भारत सरकार इस संवेदनशील मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है।
अभय चौटाला का बयान
अभय चौटाला ने कहा, “अमेरिका में पढ़ाई करने गए भारतीय छात्रों की संख्या लगभग 25 लाख है, जिनमें से लाखों छात्र हरियाणा के हैं। अगर इन छात्रों को उनकी पढ़ाई पूरी होने से पहले डिपोर्ट कर दिया जाता है तो उनका भविष्य पूरी तरह से तबाह हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि ज्यादातर भारतीय छात्र गरीब घरों से आते हैं और स्टडी लोन लेकर अमेरिका में पढ़ाई करने जाते हैं। अगर इन छात्रों का भविष्य बचाना है तो भारत सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम उठाना चाहिए।
भारत सरकार से अपील
अभय सिंह चौटाला ने भारत सरकार से अपील की कि जैसे सरकार विदेशों में वांटेड व्यक्तियों को वापस लाने के लिए वकील हायर करती है, वैसे ही इस मुद्दे पर भी उसे भारतीय छात्रों की मदद के लिए वकील नियुक्त करने चाहिए। उन्होंने भारतीय एंबेसी से यह निर्देश देने की मांग की कि उन छात्रों के लिए उचित कानूनी सहायता प्रदान की जाए।
एक गंभीर उदाहरण
चौटाला ने एक कानूनी केस का उदाहरण दिया, जिसमें एक छात्र के माता-पिता ने दो करोड़ 18 लाख रुपये खर्च कर उसे अमेरिका भेजा था ताकि वह स्नातक की डिग्री पूरी कर सके। लेकिन अमेरिकी सरकार ने उस छात्र को डिग्री पूरी होने से पहले ही डिपोर्ट करने का आदेश दे दिया। यह मामला कोर्ट में गया और वहां छात्र को राहत मिली।
डिपोर्टेशन का असर हरियाणा पर
चौटाला ने यह भी कहा कि हाल ही में जिन छात्रों को अमेरिका ने बेडियां और हथकड़ियां पहनाकर भारत डिपोर्ट किया था, उन्हें भी भारत सरकार को डिफेंड करना चाहिए था। उन्होंने यह चिंता जताई कि अगर अमेरिका ऐसे छात्रों को डिपोर्ट करता रहेगा तो हरियाणा में बेरोजगारी और भी बढ़ेगी, क्योंकि राज्य के बहुत से युवा विदेशों में काम करने या पढ़ाई करने जाते हैं।