सस्पेंस के बीच एक मंच पर दिखे हरियाणा-पंजाब के मुख्यमंत्री: पानी विवाद गहराया, बातचीत नहीं हुई
The Airnews | Chandigarh | 2 मई 2025
हरियाणा और पंजाब के बीच भाखड़ा नहर के पानी को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद के बीच एक चौंकाने वाला दृश्य सामने आया। चंडीगढ़ में आयोजित नशा विरोधी अभियान के कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक ही मंच पर नजर आए। दोनों ने मंच पर एक-दूसरे को ‘नमस्ते’ तो किया, लेकिन आपस में कोई बातचीत नहीं हुई। इस मंच साझा करने की घटना ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है।
मुख्यमंत्री सैनी का तीखा प्रहार: “यह पानी समाज के लिए है, रिश्तेदारी के लिए नहीं”
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कार्यक्रम के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि पीने के पानी पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा,
“हमने कहा है कि मान साहब रिश्तेदार हैं, लेकिन यह नहर हम समाज के लिए मांग रहे हैं, 2 करोड़ 80 लाख हरियाणावासियों के लिए।”
सैनी ने यह बयान चंडीगढ़ में एक पैदल यात्रा के दौरान दिया जो कि नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान का हिस्सा थी। इस पैदल यात्रा का आयोजन पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने किया था।
कार्यक्रम में दृश्य: मंच साझा, पर संवाद नहीं
कार्यक्रम में भगवंत मान सबसे पहले मंच पर आए और वहां मौजूद धर्मगुरुओं से हाथ मिलाया। जब वह हरियाणा के मुख्यमंत्री के पास पहुंचे तो दोनों ने केवल हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया और आगे बढ़ गए। मंच पर दोनों की दो तस्वीरें भी सामने आई हैं जिनमें दोनों केवल औपचारिकता निभाते नजर आ रहे हैं।
सीएम सैनी के 3 बड़े बयान: पानी विवाद पर सीधा वार
1. “पंजाब की हरकत के पीछे किसी और का हाथ है”
सैनी ने कहा कि भाखड़ा नहर के पानी पर पंजाब सरकार की राजनीति किसी और के इशारे पर हो रही है। उन्होंने कहा,
“हरियाणा में जल संकट है। सर्वदलीय बैठक इसलिए बुलाई गई है ताकि सभी दलों से बातचीत कर निर्णय लिया जा सके। विधानसभा का स्पेशल सेशन जरूरत पड़ने पर ही बुलाया जाएगा।”
2. “पंजाब ने 22% ज्यादा पानी लिया है”
मुख्यमंत्री सैनी ने खुलासा किया कि,
“पंजाब सरकार अपने आवंटन से 22% ज्यादा पानी ले चुकी है। हमारे पास इसके आंकड़े हैं। अप्रैल से जून तक पानी की खपत बढ़ती है, ऐसे में ये स्थिति गंभीर है। पंजाब को राजनीति करने की बजाय विकास पर ध्यान देना चाहिए।”
3. “BBMB में हरियाणा का हक पूरा होगा”
BBMB (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) में हरियाणा के सदस्यों की संख्या घटने को लेकर पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा की टिप्पणी पर सैनी ने कहा,
“हम अपने हिस्से के अनुसार मेंबर जरूर पूरे करेंगे। डैम पर पंजाब पुलिस की तैनाती गलत है। यह जबरदस्ती की गई कार्रवाई है।”
आज दोपहर होगी ऑल पार्टी मीटिंग, सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी भी जारी
हरियाणा सरकार ने इस विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय ले लिया है। दिल्ली में कानूनी टीम याचिका का ड्राफ्ट तैयार कर रही है और आज ही याचिका दायर किए जाने की संभावना है। वहीं, मुख्यमंत्री सैनी ने आज दोपहर 2 बजे हरियाणा निवास, चंडीगढ़ में सभी दलों की बैठक बुलाई है।
बैठक का उद्देश्य स्पष्ट है — जल संकट पर राजनीतिक एकजुटता और न्यायिक समाधान की दिशा में कदम बढ़ाना।
पृष्ठभूमि: क्यों है भाखड़ा नहर का मुद्दा इतना संवेदनशील?
भाखड़ा नहर से हरियाणा को पानी की आपूर्ति पंजाब से होती है। गर्मियों में जब पानी की मांग चरम पर होती है, तो किसी भी तरह की कटौती सीधे खेतों और पीने के पानी पर असर डालती है। हाल के दिनों में पंजाब की ओर से पानी रोके जाने की खबरों ने हरियाणा में चिंता बढ़ा दी है।
हरियाणा सरकार का दावा है कि उसे उसका तय हिस्सा नहीं मिल रहा, जबकि पंजाब सरकार राजनीतिक और तकनीकी कारणों का हवाला दे रही है।