हरियाणा की बेटी ने फिर बढ़ाया देश का मान
हरियाणा ( Sahil Kasoon ) जींद जिले के जुलाना स्थित लजवाना कलां गांव की बेटी मानसी लाठर ने सीनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। यह प्रतियोगिता जॉर्डन के ओमान में आयोजित हुई थी, जहां मानसी ने अपने दमदार प्रदर्शन से पूरे देश को गौरवान्वित किया।
बचपन से ही थी कुश्ती की दीवानी
मानसी लाठर का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जो पूरी तरह से खेल को समर्पित है। उनके पिता, ताऊ और माता सभी कुश्ती से जुड़े हुए हैं, जिससे उन्हें बचपन से ही कुश्ती के प्रति लगाव था। उनके पिता जयभगवान लाठर साई (SAI) में कोच हैं और खुद कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
पारिवारिक सहयोग बना सफलता की कुंजी
मानसी के परिवार में खेल के प्रति जुनून बचपन से ही देखने को मिला। उनके पिता जयभगवान लाठर सीआरपीएफ (CRPF) में एएएसपी (AASP) के पद पर कार्यरत थे और उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर खेल कोचिंग में कदम रखा। वहीं, उनकी माता सीमा लाठर भी एक कुश्ती कोच हैं और महिला खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देती हैं।
दादा का सपना पूरा किया
मानसी के ताऊ सतीश पहलवान ने बताया कि उनके दादा फूला नंबरदार का सपना था कि परिवार की कोई बेटी विदेश में खेलकर नाम रोशन करे। आज मानसी ने उनके इस सपने को हकीकत में बदल दिया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन
मानसी लाठर पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं। उन्होंने अंडर-17 एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया था। अब सीनियर स्तर पर भी उन्होंने कांस्य पदक जीतकर खुद को साबित कर दिया है।
गांव में जश्न का माहौल
गांव लजवाना कलां में मानसी की इस उपलब्धि को लेकर बेहद खुशी का माहौल है। पूरे गांव में जश्न मनाया जा रहा है और जब मानसी गांव लौटेंगी, तब उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।
खेल मंत्रालय और सरकार से उम्मीदें
हरियाणा सरकार और खेल मंत्रालय से मानसी लाठर को और अधिक समर्थन और सुविधाएं मिलने की उम्मीद है ताकि वे आगे चलकर ओलंपिक और विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भी देश का नाम रोशन कर सकें।