
करनाल में गरमाई सियासत: पूर्व विधायक शमशेर गोगी का भाजपा पर हमला, शिक्षा, स्वास्थ्य और संगठन पर बोले तीखे शब्द”
हरियाणा की सियासत एक बार फिर गरमाई है, और इस बार वजह बने हैं कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी। करनाल में आयोजित एक प्रेस वार्ता में गोगी ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने न केवल स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार की नीतियों को कठघरे में खड़ा किया, बल्कि कांग्रेस पार्टी के अंदर संगठनात्मक बदलावों की भी बात की। आइए विस्तार से समझते हैं उनके आरोपों, सुझावों और संकेतों को, जो आने वाले समय में हरियाणा की राजनीति की दिशा तय कर सकते हैं।
1. अस्पताल की मंजूरी पर राजनीतिक श्रेय की जंग
असंध क्षेत्र में 100 बेड के सरकारी अस्पताल की मंजूरी को लेकर शमशेर सिंह गोगी ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस अस्पताल की योजना और प्रक्रिया कांग्रेस सरकार के समय शुरू की गई थी और वह स्वयं इसे क्रियान्वित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
गोगी ने दावा किया कि अस्पताल का टेंडर कांग्रेस कार्यकाल में पास हुआ था और अब भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बताकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उनका कहना था कि भाजपा यदि वास्तव में जनता के लिए कुछ करना चाहती है तो वह असंध में नई सब्जी मंडी और स्टेडियम बनाए, जिनकी फाइलें भी पूरी तरह तैयार हैं।
2. कांग्रेस की रणनीति में बड़ा बदलाव: निष्क्रिय नेताओं की छुट्टी तय
84वें कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने के बाद लौटे गोगी ने पार्टी की नई रणनीति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस 36 बिरादरी को साथ लेकर चलेगी और संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूती दी जाएगी। इस दिशा में निष्क्रिय और नाममात्र के नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, जबकि ऊर्जावान और काम करने वाले कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
गोगी के अनुसार, अब जिला अध्यक्षों को पहले से अधिक अधिकार दिए जाएंगे और टिकट वितरण में भी उनकी रिपोर्ट को प्राथमिकता दी जाएगी। यह पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को लोकतांत्रिक और मजबूत बनाएगा।
3. शिक्षा क्षेत्र में ‘लूट’ का आरोप, फार्म-6 जांच की मांग
शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए शमशेर गोगी ने भाजपा शासन पर निजी स्कूलों को खुली छूट देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में किताबों, वर्दियों और फीस के नाम पर गरीबों का शोषण किया जा रहा है।
उनका आरोप था कि सरकार की नीतियों की अनदेखी कर निजी स्कूलों ने महंगी पब्लिकेशन की किताबें लगाकर हजारों रुपये वसूले हैं, जबकि एनसीईआरटी की किताबें बाजार में काफी सस्ते दामों पर उपलब्ध हैं।
उन्होंने फार्म-6 की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की और कहा कि यदि यह जांच सही से हो तो कई स्कूल संचालकों को जेल जाना पड़ सकता है।
4. अवैध स्कूलों से हो रही ‘ब्लैकमेलिंग’, सरकार पर मिलीभगत का आरोप
गोगी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में सैकड़ों अवैध स्कूल चल रहे हैं, जिनसे मान्यता के नाम पर ब्लैकमेलिंग की जा रही है। उन्होंने विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया था और सरकार से स्पष्ट नीति की मांग की थी, ताकि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में शिक्षा एक ‘धंधा’ बन चुकी है और स्कूलों का एक ‘सिंडिकेट’ काम कर रहा है जो गरीब अभिभावकों को आर्थिक रूप से लूट रहा है। उन्होंने मांग की कि शिक्षा विभाग को पूरी पारदर्शिता के साथ काम करना चाहिए।
5. गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने पर भाजपा को घेरा
दिल्ली चुनाव के दौरान किए गए वादों का हवाला देते हुए गोगी ने भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंचों से 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने की बात की गई थी, लेकिन अब सरकार ने 50 रुपए दाम बढ़ाकर आमजन पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है।
उन्होंने इसे जनता के साथ धोखा बताते हुए कहा कि सरकार को चुनावी घोषणाओं को निभाना चाहिए था।
6. वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर सरकार का रवैया असंवैधानिक: गोगी
वक्फ बोर्ड से संबंधित एक सवाल के जवाब में गोगी ने कहा कि वक्फ का मतलब होता है ‘दान’ और वक्फ बोर्ड उन्हीं दान की संपत्तियों के प्रबंधन के लिए बना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह संपत्तियां सरकार की नहीं, बल्कि धर्म के नाम पर लोगों द्वारा दी गईं थीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि हाल ही में वक्फ कानून में कुछ असंवैधानिक बदलाव किए गए हैं, जिनमें गैर-मुस्लिमों को भी शामिल किया गया है। चूंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, उन्होंने कहा कि इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा लेकिन सरकार की मंशा पर सवाल जरूर उठते हैं।
7. नफरत की राजनीति को उखाड़ फेंकने का आह्वान
कांग्रेस अधिवेशन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा दिए गए बयान का हवाला देते हुए गोगी ने कहा कि कांग्रेस अब नफरत की राजनीति करने वाली पार्टियों जैसे आरएसएस और भाजपा को जड़ से उखाड़ने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के लिए यह गर्व की बात है कि रणदीप सुरजेवाला को राज्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी अब किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी – सिर्फ काम करने वाले लोग ही कांग्रेस का हिस्सा बने रहेंगे।