कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल ने NH-152D पर खराब लाइटों को लेकर जताई चिंता

कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल ने NH-152D पर खराब लाइटों को लेकर जताई चिंता
( प्रवीन भारद्वाज ) कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर पर्याप्त लाइटिंग और इंडिकेटर्स की कमी को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कम विजिबिलिटी और दिशा-सूचक चिह्नों की अनुपस्थिति के कारण यात्रियों के लिए उत्पन्न जोखिम को उजागर किया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में जिंदल ने इस राजमार्ग पर प्रमुख स्थानों पर स्ट्रीट लाइटों और साइनेज की मरम्मत एवं स्थापना के लिए तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया है।
एंट्री-एग्जिट प्वाइंट खराब हालत में
जिंदल ने बताया कि एनएच-152डी पर कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें या तो खराब हो चुकी हैं या पूरी तरह से नदारद हैं। उन्होंने तत्काल मरम्मत और नई लाइटों की स्थापना की जरूरत पर जोर दिया। विशेष रूप से, उन्होंने मुर्तजापुर एग्जिट के पास पिहोवा-कुरुक्षेत्र रोड और गंगहेड़ी से नारनौल तक के एंट्री प्वाइंट का उल्लेख किया, जहां उचित लाइटिंग और दिशा-सूचक चिह्नों का अभाव है।
यात्रियों के लिए बढ़ता खतरा
सांसद ने लिखा कि इस मार्ग पर मौजूद खामियों के कारण विशेष रूप से रात के समय यात्रियों को भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ता है, जिससे दुर्घटनाओं और गलत दिशा में गाड़ियों के चलने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि उचित प्रकाश व्यवस्था और साइनेज की अनुपस्थिति यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है।
नवीन जिंदल का राजनीतिक सफर
उद्योगपति से राजनेता बने नवीन जिंदल इस समय कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले वे कांग्रेस से जुड़े थे और 2004 एवं 2009 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते थे। हालांकि, 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, और 2019 में कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल की माता सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला मानी जाती हैं।
जिंदल परिवार की संपत्ति
रिपोर्ट्स के अनुसार, नवीन जिंदल और उनके परिवार की कुल चल-अचल संपत्ति लगभग ₹1,230 करोड़ है। स्वयं नवीन जिंदल के पास ₹886.73 करोड़ की संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी शालू जिंदल के पास ₹114.61 करोड़ की संपत्ति है। परिवार के अन्य सदस्यों के पास ₹229.06 करोड़ की संपत्ति है।
निष्कर्ष
नवीन जिंदल द्वारा उठाए गए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर सरकार की क्या प्रतिक्रिया होती है, यह देखने वाली बात होगी। NH-152D पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता स्पष्ट रूप से नजर आ रही है।




