
कैथल के कलायत में चार दुकानों में एकसाथ चोरी: छत के रास्ते घुसे चोर, लाखों की नकदी और मालाएं ले उड़े, डीवीआर तोड़कर सुराग मिटाने की कोशिश
The Airnews | कलायत (कैथल) |
हरियाणा के कैथल जिले के कलायत कस्बे में बीती रात चोरी की एक बड़ी वारदात सामने आई है। एक ही रात में चार दुकानों को निशाना बनाकर चोरों ने लाखों की नकदी, नोटों की मालाएं और अन्य कीमती सामान चोरी कर लिया। यह पूरी वारदात सुनियोजित ढंग से अंजाम दी गई। चोरों ने न केवल दुकानों में घुसपैठ की, बल्कि CCTV कैमरों के साक्ष्य भी नष्ट कर दिए, जिससे उनकी पहचान न हो सके। इस वारदात से कस्बे में हड़कंप मच गया है और व्यापारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
चोरी की योजना: छत से सीढ़ियों के रास्ते दुकान में घुसे
पीड़ित दुकानदारों साहिल, नंदलाल और अन्य ने बताया कि चोर रात के अंधेरे में छत से सीढ़ियों के जरिए दुकानों के भीतर घुसे। चारों दुकानें पास-पास स्थित थीं, जिससे उन्हें एक के बाद एक चोरी को अंजाम देने में आसानी हुई। यह भी बताया जा रहा है कि चोरों ने पहले रेकी की थी और पूरे इलाके की गतिविधियों को भांपकर वारदात को अंजाम दिया।
CCTV कैमरों को बनाया पहला निशाना
दुकानों में लगे CCTV कैमरे वारदात का खुलासा कर सकते थे, लेकिन चोरों ने सबसे पहले उन कैमरों की डीवीआर यूनिट को निशाना बनाया। उन्होंने कैमरों की रिकॉर्डिंग यूनिट को तोड़कर साक्ष्य मिटा दिए। इसके बाद उन्होंने दुकानों की अलमारियों, दराजों और गल्लों को खंगालना शुरू किया।
सुबह का नजारा: टूटी अलमारियां, बिखरा सामान, सन्नाटे में व्यापारी
सुबह जैसे ही दुकानदार अपनी दुकानें खोलने पहुंचे, तो उन्हें अंदर का नजारा देख कर होश उड़ गए। दुकानों के शटर के अंदर बिखरा पड़ा सामान, खुले हुए दराज, टूटे हुए ताले और जगह-जगह पड़ी चाबियां व औजार—यह सब चोरों की सुनियोजित हरकत की ओर इशारा कर रहे थे। आसपास के दुकानदार और राहगीर भी घटनास्थल पर एकत्र हो गए और पूरा क्षेत्र कौतूहल का केंद्र बन गया।
लाखों की नकदी और मालाएं गायब
प्रारंभिक जांच के अनुसार चारों दुकानों से लाखों रुपये की नकदी और नोटों की मालाएं चोरी की गई हैं। कुछ दुकानों में त्योहारों को देखते हुए विशेष धार्मिक सामान और नगदी रखी गई थी, जिन्हें चोरों ने साफ-साफ निशाना बनाया। अभी तक चुराए गए सामान की कुल कीमत का आकलन किया जा रहा है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: जांच में जुटी टीमें
घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। तत्पश्चात कलायत थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। पुलिस ने दुकानदारों के बयान दर्ज किए हैं और घटनास्थल की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी की गई है। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्रित करना शुरू कर दिया है।
जोगेंद्र जांच अधिकारी का बयान
जांच अधिकारी जोगेंद्र ने बताया कि उन्हें जैसे ही घटना की सूचना मिली, वे तुरंत टीम सहित घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि फिलहाल प्राथमिक जांच के आधार पर मामला दर्ज किया गया है और चोरों की पहचान के लिए CCTV फुटेज के अलावा अन्य संभावित इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों से पूछताछ जारी है।
व्यापारियों में डर और आक्रोश
यह वारदात न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से गंभीर है, बल्कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि बाजार क्षेत्रों में रात्रिकालीन गश्त बढ़ाई जाए और CCTV निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जाए। दुकानदारों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं व्यापारिक विश्वास को तोड़ने वाली हैं।
चोरों का तरीका: साफ और शातिर
चोरी की यह घटना यह दर्शाती है कि आरोपी बहुत ही अनुभवी और चतुर थे। डीवीआर तोड़ना, औजारों का इस्तेमाल, किसी प्रकार की आवाज न करना—ये सब इस बात का संकेत हैं कि चोरों ने इस तरह की वारदात पहले भी अंजाम दी होंगी। पुलिस अब पुराने रिकॉर्ड और संदिग्ध गतिविधियों को खंगाल रही है।
क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता की धारा 380 के तहत यदि कोई व्यक्ति किसी इमारत, दुकान या आवासीय परिसर में चोरी करता है तो उसे सात साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। अगर साक्ष्य मिटाने का प्रयास भी किया जाए (जैसे CCTV DVR तोड़ना), तो IPC की अन्य धाराएं जैसे 201 और 457 भी जुड़ सकती हैं।