कैथल के ग्रामीणों को मिली बड़ी राहत: पूंडरी-ढांड मार्ग का नए सिरे से निर्माण, लोक निर्माण विभाग करेगा 5 करोड़ खर्च
कैथल | लोक निर्माण विभाग की नई पहल
कैथल ( Sahil Kasoon) हरियाणा के कैथल जिले में पिछले तीन वर्षों से टूटी पड़ी सड़क आखिरकार अब नए सिरे से बनाई जाएगी। पूंडरी और ढांड कस्बों को जोड़ने वाली इस सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण पर लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा 5 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। विभाग ने इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है और निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अगले 10 दिनों में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
तीन साल से बदहाल, अब 10 दिन में पूरी होगी सड़क
कैथल जिले के लोगों के लिए यह खबर किसी राहत से कम नहीं है। पिछले तीन वर्षों से पूंडरी और ढांड के बीच की सड़क इतनी खराब हालत में थी कि यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों और आम नागरिकों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता था। सड़कों पर गड्ढे, धूल और कीचड़ के कारण आए दिन दुर्घटनाएं भी होती थीं।
लेकिन अब लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग की हालत सुधारने का संकल्प लिया है और 5 करोड़ रुपए की लागत से इसका नए सिरे से निर्माण शुरू कर दिया है। विभाग का दावा है कि यह कार्य मात्र 10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा, जिससे हजारों ग्रामीणों को लाभ मिलेगा।
पूंडरी से ढांड तक का मार्ग: सैकड़ों गांवों की जीवनरेखा
यह सड़क मार्ग कैथल जिले के पूंडरी कस्बे को ढांड से जोड़ता है। इसके साथ ही यह मार्ग कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर जैसे बड़े जिलों को भी जोड़ता है। इस सड़क की कुल लंबाई लगभग 18 किलोमीटर है, और इसके दोनों ओर दर्जनों गांव बसे हुए हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
-
फरल
-
खेड़ी मटरवा
-
म्यौली
-
खनौदा
-
सोलू माजरा
-
चूहड़माजरा
-
फतेहपुर
-
बेगपुर
-
डुलयाणी
इन गांवों के लोगों के लिए यह मार्ग स्कूल, अस्पताल, मंडी और जिला मुख्यालय तक पहुंचने का मुख्य ज़रिया है। सड़क की खराब हालत के चलते पिछले कुछ वर्षों में कई बार एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाई, जिससे गंभीर मरीजों की जान पर भी बन आई।
ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग पूरी
पूंडरी, ढांड और आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने कई बार इस सड़क की मरम्मत की मांग की थी। उन्होंने अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को ज्ञापन सौंपे और कई बार धरना प्रदर्शन भी किया। ग्रामीणों का आरोप था कि सड़क की हालत बेहद खराब होने के बावजूद प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है।
इस संबंध में गांव फरल के एक बुजुर्ग ने बताया, “हमने कितनी बार इस रोड की शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब जब सड़क बनने जा रही है तो उम्मीद है कि बच्चों को स्कूल पहुंचने, मरीजों को अस्पताल और किसानों को अपनी उपज मंडी तक पहुंचाने में दिक्कत नहीं आएगी।”
सड़क की खस्ता हालत से हो चुके हैं कई हादसे
खराब सड़कों की वजह से इस मार्ग पर कई बार गंभीर दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। ट्रैक्टर पलटने, बाइक सवार गिरने और ऑटो के गड्ढों में फंसने की घटनाएं आम हो चुकी थीं। ग्रामीणों का कहना है कि हर हफ्ते कोई न कोई हादसा इस सड़क पर जरूर होता था। बारिश के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती थी क्योंकि गड्ढों में पानी भर जाने से सड़क दिखती ही नहीं थी।
10 दिन का लक्ष्य, विभागीय स्तर पर निगरानी
लोक निर्माण विभाग (PWD) के एक्सईएन वरुण कंसल ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। विभाग ने ठेकेदार को 10 दिन के भीतर काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, विभागीय अधिकारी प्रतिदिन निरीक्षण करेंगे ताकि कार्य की गुणवत्ता बनी रहे और समय पर कार्य पूरा हो।
वरुण कंसल के अनुसार, “हमारा पूरा प्रयास है कि ग्रामीणों को जल्द से जल्द एक अच्छी सड़क मिल सके। सड़क की मजबूती और टिकाऊपन को ध्यान में रखते हुए उच्च गुणवत्ता की सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है।”
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी जताई संतुष्टि
इस परियोजना पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी संतुष्टि जताई है। पूंडरी क्षेत्र के पार्षदों और सरपंचों ने कहा कि वर्षों से चली आ रही मांग पूरी होने जा रही है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए अच्छी सड़कों का होना आवश्यक है।
क्या बदलेगा इस सड़क के बन जाने से?
-
दैनिक यातायात होगा सुगम:
हज़ारों की संख्या में लोग रोज़ इस मार्ग से गुजरते हैं। अब उन्हें गड्ढों और धूल की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। -
व्यापार को मिलेगा बढ़ावा:
किसान अपनी उपज को मंडियों तक आसानी से पहुंचा सकेंगे, जिससे व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। -
स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में सुधार:
एंबुलेंस और मेडिकल सेवाओं की समय पर पहुंच अब संभव हो पाएगी। -
शिक्षा व्यवस्था होगी बेहतर:
छात्र बिना किसी जोखिम के स्कूल और कॉलेज पहुंच सकेंगे।
भविष्य की योजनाएं और सुझाव
हालांकि पूंडरी-ढांड सड़क के निर्माण से बहुत राहत मिलेगी, लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि यह कार्य सिर्फ कागजों तक न रह जाए, बल्कि गुणवत्ता भी बरकरार रहे। इसके अलावा:
-
सड़क के किनारे ड्रेनेज व्यवस्था बनाई जाए
-
स्ट्रीट लाइट्स लगाई जाएं
-
यातायात संकेतक और स्पीड ब्रेकर की व्यवस्था हो
-
हर 6 महीने में सड़क की निगरानी की जाए