कैथल के युवक की डोंकरों ने की हत्या:बंधक बनाकर परिवार से मांगे थे 20 हजार डॉलर, नहीं देने पर गोली मारी; परिवार को इकलौता बेटा था
हरियाणा के कैथल के पुंडरी कस्बे के मोहना गांव के एक युवक युवक की अमेरिका जाते समय ‘डंकी रूट’ पर डोंकरों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। इस घटना के बाद पूरे पुंडरी क्षेत्र में मातम छा गया है। युवक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
जानकारी के अनुसार, हरियाणा और पंजाब के दो युवकों को ‘डंकी रूट’ से अमेरिका ले जाते समय डोंकरों ने बंधक बना लिया था। डोंकरों ने हरियाणा के युवक के पिता को टॉर्चर करते हुए वीडियो भेजे थे, जिनमें युवकों की पिटाई करते और उन पर पिस्तौल ताने जाने के दृश्य थे। कुछ महीने पहले डोंकरों ने युवक को छोड़ने के लिए पिता से 20 हजार डॉलर (लगभग 17.5 लाख रुपए) की फिरौती मांगी थी।
वीडियो में युवक ने अपने पिता से पैसे देने की गुहार लगाई थी, यह कहते हुए कि ‘ये मार देंगे’। युवक को अमेरिका भेजने वाले एजेंट भी फरार बताए जा रहे हैं। परेशान परिजनों ने पहले कैथल के एसपी से मिलकर दोषी एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई और बेटे की सुरक्षित वापसी की मांग की थी।
एसपी ने मामले में एफआईआर दर्ज करने और जांच शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। गांव में आज रीति-रिवाजों के अनुसार पाठ का आयोजन किया गया। इसमें पूरा गांव शामिल हुआ। पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी असंतोष जताया गया।
कैथल के गांव मोहना निवासी युवराज के पिता कुलदीप ने बताया कि उसने अपने बेटे युवराज को अमेरिका भेजने के लिए कुछ एजेंटों से संपर्क किया था। एजेंटों ने 41 लाख रुपए में डील तय की। उसे कहा कि पैसे तभी लेंगे, जब युवराज अमेरिका पहुंच जाएगा। मगर, एजेंटों ने अलग-अलग बहानों से 14 लाख रुपए पहले ही ले लिए।
पिता ने बताया कि भारत से जाते वक्त एजेंटों ने शुरू में ही युवराज का पासपोर्ट ले लिया। इसके बाद अक्टूबर 2024 में उसे डंकी रूट से अमेरिका के लिए रवाना कर दिया गया। शुरुआत में तो बेटे से फोन पर बातचीत होती रही। मगर, कुछ दिन से उसके फोन आने बंद हो गए। इससे परेशान परिजनों ने एजेंटों से संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि युवराज रास्ते में है। घने जंगलों, पहाड़ी रास्तों और समुद्र के रास्ते वह अमेरिका जा रहा है। वहां फोन आदि नहीं चलते। उन्होंने आश्वासन दिया कि अब अमेरिका पहुंचकर युवराज से संपर्क होगा।
पिता ने बताया कि बेटे युवराज से कई दिन से संपर्क नहीं हो पा रहा था। इसी बीच उनके मोबाइल पर वीडियो भेजे गए, जिसमें उनके बेटे युवराज को ग्वाटेमाला देश में बंधक बनाना बताया गया। डोंकर उसे छोड़ने की एवज में 20 हजार अमेरिकी डॉलर (भारतीय रुपयों में 17.66 लाख रुपए) की फिरौती मांगे। वीडियो में बेटे के साथ एक युवक और नजर आ रहा था, जो पंजाब का बताया गया है।
परिवार को भेजे वीडियो में डोंकर दोनों युवकों को फर्श पर उल्टे लेटाकर थप्पड़ मारते दिख रहे थे। पिस्टल को लोड कर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। दोनों युवक काफी डरे हुए लग रहे थे। उन्होंने डोंकरों से हाथ जोड़कर मारपीट न करने की गुहार लगाई थी। एजेंट बोले थे- फिरौती तो देनी ही होगी : युवराज के पिता कुलदीप ने बताया कि वीडियो में बेटे के साथ मारपीट होती देख परिवार बेहद परेशान थे। उसने तुरंत उन एजेंटों ने संपर्क साधा और वीडियो दिखाते हुए बेटे को बचाने की गुहार लगाई। एजेंटों ने साफ कह दिया था कि फिरौती की रकम तो देनी ही होगी, नहीं तो बेटा वापस नहीं आएगा। कुलदीप ने बताया कि एजेंटों की इस बात से वे डर गए। इसके बाद ही वे पुलिस के पास गए।

वीडियो में युवराज और दूसरा युवक हाथ जोड़कर परिवार से उन्हें बचा लेने की गुहार लगा रहा था। युवराज ने कहा था पापा जी इन्होंने हमें बंधक बना लिया है। ये हमें बहुत पीट रहे हैं। ये लोग हमें मार देंगे। सैफ भी मेरे साथ है। पापा प्लीज, पैसे डाल दो। नवजोत भाई और माइकल भाई के खाते में पैसे डाल दो, जितने पैसे ये लोग कहते हैं डाल दो। नहीं तो ये लोग हमें मार देंगे। हमें बहुत पीटा है…प्लीज पैसे डाल दो।
युवराज के पिता ने एसपी को बताया था कि अब बेटे को अमेरिका भेजने वाले एजेंट भी फरार हैं। पूरा मामला एजेंटों की मिलीभगत का लग रहा है, जिन्होंने पहले पैसे ऐंठे और फिर युवक को संकट में डाल दिया। उसने दोषी एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई और युवराज की सुरक्षित वापसी की मांग की थी।
उधर, एसपी राजेश कालिया ने आश्वासन दिया था कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। परिवार का आरोप है कि कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी बीच बेटे की डोंकरों ने हत्या कर दी।





