कैथल डीसी ने की विकास कार्यों की समीक्षा: लापरवाही पर 8 अधिकारियों को नोटिस, स्वच्छता को लेकर जताई नाराजगी

पूंडरी, कैथल | द एयरन्यूज़
कैथल जिले में उपायुक्त प्रीति ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में विकास कार्यों की गहन समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों के अनुपालन में यह बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विभिन्न विभागों के लंबित कार्यों और स्वच्छता व्यवस्था की स्थिति की जांच की गई। संतोषजनक उत्तर न देने वाले अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए।डीसी ने नगर परिषद एक्सईएन, काड़ा के एक्सईएन, राजौंद नगर पालिका के एमई, पूंडरी नगर पालिका के एमई, सीवन नगर पालिका के पूर्व एमई, सिंचाई विभाग पूंडरी के एक्सईएन और पूंडरी के नायब तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।बैठक में डीसी ने साफ कहा कि कैथल शहर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। नगर परिषद के ईओ को निर्देश दिए गए कि वे सभी सार्वजनिक शौचालयों की जल्द मरम्मत करवाएं। फरल में निर्माणाधीन पीएचसी सेंटर में बिजली लाइन का कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा गया। जिले के सभी तालाबों की सफाई जल्द पूरी करने के निर्देश भी दिए गए।डीसी ने स्वच्छता की स्थिति से असंतोष जाहिर करते हुए अब सभी नगर परिषदों में साफ-सफाई की ऑनलाइन रिपोर्टिंग अनिवार्य कर दी है। डीएमसी को विशेष योजना बनाने को कहा गया है, जिससे सफाई कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो।लोक निर्माण विभाग को शहर की सड़कों के किनारों पर बर्म की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए। साथ ही 90 दिन से अधिक समय से लंबित विकास कार्यों की टेंडर प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए डीसी ने प्रत्येक कार्य पर रिपोर्ट तलब की।महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को लेकर पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन से जानकारी ली गई। डीसी ने निर्देश दिया कि निर्माण पूरा होने के बाद कैंपस को विश्वविद्यालय प्रशासन को जल्द सौंपा जाए।
डीसी प्रीति ने स्पष्ट किया कि किसी भी विकास कार्य में यदि विभागीय समन्वय की आवश्यकता है तो अधिकारी एक-दूसरे से तालमेल बनाकर अविलंब समस्या का समाधान करें। उनका संदेश स्पष्ट था—लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




