कैथल नहर डूब कांड: पांच दिन बाद भी लापता युवक की नहीं मिली जानकारी, पानी बंद कर तलाश तेज
The Airnews | कैथल | 9 अप्रैल 2025
कैथल जिले के संगरौली गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 22 वर्षीय युवक पिछले पांच दिनों से सिरसा ब्रांच नहर में लापता है। युवक की पहचान गुरमीत के रूप में हुई है, जो अपने मामा की मृत्यु के बाद शोक व्यक्त करने गांव आया था। बताया जा रहा है कि वह डिप्रेशन में था और उसी हालत में नहर पर पहुंचा, जहां स्थानीय लोगों ने उसे डूबते देखा। पानी का बहाव इतना तेज था कि उसे बचाना संभव नहीं हो पाया।
युवक की पहचान और पृष्ठभूमि
गुरमीत, जो रोहेड़ा माजरा गांव का रहने वाला था, पेशे से मजदूर था और अविवाहित था। शनिवार की शाम वह संगरौली में अपने मामा बंटी की मृत्यु के बाद शोक जताने आया था। बंटी की कुछ दिन पहले पानीपत में नहर में डूबने से मौत हो गई थी। परिवार के अनुसार, गुरमीत अपने मामा से भावनात्मक रूप से बहुत जुड़ा हुआ था और उनकी मौत का सदमा उसे गहराई तक झकझोर गया था।
घटना की सूचना और तत्कालीन प्रयास
शनिवार शाम को गुरमीत सिरसा ब्रांच नहर की ओर गया था। वहीं, राहगीरों ने उसे नहर में गिरते और फिर डूबते देखा। पानी का तेज बहाव और गहराई के कारण किसी भी व्यक्ति के लिए उसे बचा पाना संभव नहीं हो पाया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
लगातार पांचवें दिन भी नहीं मिला सुराग
अब तक पांच दिन बीत चुके हैं और पुलिस के साथ गोताखोरों की टीम ने नहर के कई किलोमीटर हिस्से को खंगाल डाला है, लेकिन गुरमीत का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। मंगलवार को पानी का स्तर थोड़ा कम करवाया गया था ताकि खोज को आसान बनाया जा सके, लेकिन इससे भी सफलता नहीं मिली। अब प्रशासन सिंचाई विभाग से संपर्क कर नहर में पानी की सप्लाई पूरी तरह बंद करवाने की तैयारी कर रहा है।
नहर में पानी बंद कर रेस्क्यू ऑपरेशन की योजना
पुलिस और प्रशासन ने निर्णय लिया है कि अब सिरसा ब्रांच नहर में पानी पूरी तरह से बंद करवाया जाएगा ताकि तलहटी तक देखा जा सके और गुरमीत को ढूंढा जा सके। यह प्रक्रिया जोखिम भरी और जटिल है, क्योंकि नहर से जुड़े सैकड़ों किसान इस जल आपूर्ति पर निर्भर हैं। लेकिन मानव जीवन को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया जा रहा है।
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
घटनास्थल पर अब तक नायब तहसीलदार, पटवारी, थाना प्रभारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंच चुके हैं। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की समीक्षा की और ग्रामीणों से बातचीत कर घटना के विवरण प्राप्त किए। संगरौली निवासी देवीदयाल ने बताया कि उनका भाई बंटी, जो कुछ दिन पहले पानीपत में नहर में डूबा था, उसका शव गांव लाया गया था। उसी मौके पर गुरमीत भी पहुंचा था और उसके बाद ही यह दुखद घटना घटी।
पुलिस और गोताखोरों की संयुक्त कार्रवाई
ढांड थाना प्रभारी संजय कुमार ने जानकारी दी कि गुरमीत की तलाश के लिए गोताखोरों की विशेष टीम दिन-रात प्रयास कर रही है। नहर के कई किलोमीटर हिस्से को खंगाला जा चुका है, लेकिन तेज बहाव और गहराई के चलते अभियान में दिक्कत आ रही है। अब पानी बंद होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि युवक का कोई सुराग मिल सकेगा।
ग्रामीणों का सहयोग और तनाव का माहौल
घटना के बाद से पूरे संगरौली गांव में शोक और तनाव का माहौल है। ग्रामीण भी पुलिस और प्रशासन का भरपूर सहयोग कर रहे हैं। वे लगातार घटनास्थल पर मौजूद रहकर सहायता प्रदान कर रहे हैं। कई ग्रामीणों ने अपने स्तर पर भी नहर में युवक को ढूंढने की कोशिश की है।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
गुरमीत के परिवार का हाल बेहद खराब है। मां-बाप की आंखें बेटे के लिए राह तकते-तकते सूज चुकी हैं। उनकी एक ही मांग है – “हमें हमारा बेटा वापस चाहिए, चाहे जैसे भी हो।” परिवार का कहना है कि अगर प्रशासन और जल्दी हरकत में आता तो शायद कुछ हो सकता था।
डिप्रेशन के कारण आत्मघाती कदम की आशंका
पुलिस द्वारा दर्ज किए गए परिजनों के बयानों के अनुसार, गुरमीत अपने मामा की मृत्यु से बेहद दुखी था और डिप्रेशन में था। यह आशंका भी जताई जा रही है कि उसने जानबूझकर आत्मघाती कदम उठाया हो। हालांकि, पुलिस फिलहाल इसे दुर्घटना मानकर जांच कर रही है।
प्रशासन की अगली कार्यवाही
प्रशासन का अगला कदम सिंचाई विभाग की मदद से नहर में पानी पूरी तरह बंद करवाना है, जिससे तलहटी में जाकर खोज की जा सके। अधिकारियों ने बताया कि इस काम में 24 से 48 घंटे का समय लग सकता है और इस दौरान ग्रामीणों से संयम और सहयोग बनाए रखने की अपील की गई है।