कैथल फायरिंग केस: ब्यूटीशियन पर गोली चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

कैथल फायरिंग केस: ब्यूटीशियन पर गोली चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 14 वारदातों में शामिल अपराधी गिरफ्तार!
कैथल जिले के पूंडरी कस्बे में एक ब्यूटी पार्लर संचालिका पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी दो अपराधियों को पकड़ा जा चुका था और पूछताछ के दौरान तीसरे आरोपी की पहचान की गई। अब पुलिस ने हमले के लिए हथियार मुहैया कराने वाले आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इस घटना ने कैथल और आसपास के इलाकों में सनसनी फैला दी थी, क्योंकि यह महज एक व्यक्तिगत विवाद नहीं था, बल्कि एक ऐसे अपराधी गिरोह से जुड़ा मामला था, जो कई सालों से लूट और हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहा था।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
इस मामले में कैथल पुलिस ने अब तक कुल 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी अपराध की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय थे और फायरिंग की घटना के अलावा कई अन्य वारदातों में भी शामिल रहे हैं।
गिरफ्तार किए गए नए आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
अक्षय (गांव कमहेड़ा, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश)
विवेक उर्फ बंटी (गांव धकदेई, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश)
इन दोनों आरोपियों का मुख्य काम अपराधियों को अवैध हथियार मुहैया कराना था।
इन्होंने ही मुख्य आरोपी बीरबल को इस फायरिंग के लिए हथियार उपलब्ध कराया था।
क्या था फायरिंग का पूरा मामला?
गुरु ब्रहमानंद कॉलोनी, पूंडरी में रहने वाली ब्यूटी पार्लर संचालिका उर्मिला ने पुलिस को बताया कि 21 मार्च 2025 को दोपहर 1:30 बजे जब वह अपने हेयर सैलून और ब्यूटी पार्लर में काम कर रही थीं, तभी बीरबल नामक युवक वहां आया।
उर्मिला ने बताया:
पहले तो बीरबल ने मारपीट शुरू कर दी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई।
शोर सुनकर उर्मिला का देवर मंजीत भी वहां आ गया।
इसी दौरान बीरबल ने पिस्तौल निकालकर उर्मिला पर गोली चला दी।
गनीमत रही कि गोली उनकी गर्दन को छूकर निकल गई और वह बाल-बाल बच गईं।
फायरिंग के बाद आरोपी जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गया।
यह घटना सुनकर स्थानीय लोग सन्न रह गए और पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दी गई।
फायरिंग के पीछे की असली वजह क्या थी?
जब पुलिस ने इस मामले की तहकीकात की, तो सामने आया कि बीरबल पहले उर्मिला के सैलून में काम करता था।
4-5 साल पहले तक बीरबल उर्मिला के सैलून में काम करता था, लेकिन जब उसके अपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की खबरें सामने आईं, तो उसे निकाल दिया गया।
उर्मिला और उनके परिवार ने बीरबल की हरकतों को लेकर पुलिस से शिकायत की थी।
इसके बाद बीरबल को कई बार पुलिस ने पकड़ा, जिससे वह उर्मिला और उनके परिवार से रंजिश रखने लगा।
इसी बदले की भावना से उसने उर्मिला को जान से मारने की साजिश रची और अपने साथियों की मदद से फायरिंग की।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
पुलिस ने पहले मुख्य आरोपी बीरबल को गिरफ्तार किया और 3 दिन की रिमांड पर लिया।
रिमांड के दौरान हुआ बड़ा खुलासा:
बीरबल ने कबूल किया कि उसने 2023 से 2025 तक कैथल और करनाल में 14 वारदातों को अंजाम दिया था।
ये वारदातें लूट, छीना-झपटी और अवैध हथियारों के इस्तेमाल से जुड़ी थीं।
फायरिंग की वारदात में प्रयुक्त अवैध देसी पिस्तौल पुलिस ने बरामद कर ली।
पुलिस ने बीरबल के बताए ठिकानों पर छापा मारा और अक्षय व विवेक उर्फ बंटी को भी गिरफ्तार कर लिया।
कैसे काम करता था यह गिरोह?
यह गिरोह युवाओं को अपराध की दुनिया में धकेलता था और हथियार सप्लाई करने का नेटवर्क चलाता था।
गिरोह के सदस्य पहले छोटी-मोटी चोरी और छीना-झपटी करते थे।
बाद में वे लूटपाट, अवैध हथियारों की तस्करी और हिंसक अपराधों में शामिल हो गए।
कैथल और करनाल में इनकी कई वारदातें सामने आईं, जिनमें आम लोगों को लूटने और धमकाने की घटनाएं शामिल थीं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
मुख्य आरोपी बीरबल और उसके दोनों साथियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस अभी और जांच कर रही है कि इस गैंग के और कितने लोग सक्रिय हैं।
पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या यह गिरोह अन्य शहरों में भी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
अपराध पर पुलिस की सख्ती और जनता की प्रतिक्रिया
इस वारदात के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिला।
लोगों का कहना है कि कैथल और आसपास के इलाकों में अपराध बढ़ रहे हैं और पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
वहीं पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस तरह के गिरोहों को खत्म करने के लिए लगातार अभियान चलाया जाएगा।




