कैथल में परशुराम जयंती पर पहुंचेगें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली: हजारों ब्राह्मण समाज के लोग शोभायात्रा में पगड़ी-धोती पहनकर लेंगे भाग
स्थान: कैथल, हरियाणा
रिपोर्टर: Yash
अपडेटेड: अप्रैल 2025
हरियाणा के कैथल जिले में इस वर्ष परशुराम जयंती का आयोजन भव्यता और धार्मिक श्रद्धा से परिपूर्ण रहेगा। 4 मई को होने वाले इस विशेष आयोजन में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली विशेष अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। वे जिला सर्व ब्राह्मण धर्मशाला सभा द्वारा आयोजित शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेंगे।
पूर्व निरीक्षक की अध्यक्षता में हुई तैयारी बैठक
भगवान परशुराम की जयंती को लेकर ब्राह्मण धर्मशाला, कैथल में पूर्व पुलिस निरीक्षक इंद्रजीत शर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जयंती आयोजन से संबंधित तैयारियों की रूपरेखा पर चर्चा हुई और विभिन्न जिम्मेदारियों का वितरण किया गया।
शोभायात्रा का मार्ग और कार्यक्रम का विवरण
इस अवसर पर एक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें भगवान परशुराम का भव्य चित्र पालकी में सजाया जाएगा। यात्रा ब्राह्मण धर्मशाला से शुरू होकर कोठी गेट, पेहवा चौक, पुराना बस अड्डा और छात्रावास रोड से होते हुए पुनः ब्राह्मण धर्मशाला में पहुंचेगी।
इस पूरे मार्ग को झांकियों, छबीलों और धार्मिक ध्वजों से सजाया जाएगा। भक्तों के लिए प्रसाद वितरण और पेयजल की व्यवस्थाएं जगह-जगह की जाएंगी।
परंपरा का निर्वाह: पगड़ी और धोती में होंगे शामिल
ब्राह्मण समाज के हजारों लोग इस शोभायात्रा में पारंपरिक पगड़ी और धोती पहनकर शामिल होंगे। आयोजकों का उद्देश्य है कि परशुराम जी की जयंती केवल एक धार्मिक उत्सव न होकर सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का माध्यम भी बने।
कमेटी का गठन: गांव-गांव संपर्क अभियान
इस आयोजन को सफल बनाने हेतु एक 21 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में उप प्रधान चंद्रभान शर्मा, सचिव सुरेश बजरंगी, कोषाध्यक्ष रामकुमार, सह-सचिव राजकुमार शर्मा, वीरभान करोड़ा, नरेश भारद्वाज और रोशन सिरटा को शामिल किया गया है।
कमेटी के सदस्य गांव-गांव जाकर ब्राह्मण समाज के लोगों से संपर्क करेंगे और उन्हें आयोजन में शामिल होने का आमंत्रण देंगे। समिति के अनुसार इस आयोजन से समाज के बीच एकता और संस्कृति के प्रति सम्मान को बढ़ावा मिलेगा।
राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण आयोजन
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली का इस आयोजन में शामिल होना न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी एक बड़ा संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। इससे यह संकेत मिलता है कि परशुराम जयंती अब केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक संगठनों और राजनैतिक संवाद का भी केंद्र बनती जा रही है।
पिछले वर्षों की परंपरा और इस बार की भव्यता
कैथल में परशुराम जयंती की परंपरा वर्षों पुरानी रही है, लेकिन इस बार की भव्यता विशेष रूप से उल्लेखनीय है। धर्मशाला समिति के अनुसार, इस बार आयोजन में जिलेभर से हजारों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। विभिन्न स्कूलों, संस्थानों और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा झांकियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की भी योजना बनाई जा रही है।
शांति और सुरक्षा की पूरी व्यवस्था
जिला प्रशासन द्वारा इस कार्यक्रम के लिए शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु विशेष प्रबंध किए जाएंगे। शोभायात्रा के मार्ग पर पुलिस बल की तैनाती, ट्रैफिक डायवर्जन, और मेडिकल सहायता की भी पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।