कैथल में हार के बाद भाजपा का बड़ा फैसला: निर्दलीय चेयरमैनों को नहीं बनाएंगे पार्टी का हिस्सा
नगर पालिका चुनावों में हार, हाईकमान सख्त–
( PARVEEN BHARDWAJ )हरियाणा में हाल ही में संपन्न हुए नगर पालिका चुनावों में भाजपा को कैथल जिले में करारी हार का सामना करना पड़ा। कलायत, पुंडरी और सीवन—तीनों स्थानों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी चुनाव हार गए। इस हार के बाद भाजपा हाईकमान ने बड़ा फैसला लिया है कि अब निर्दलीय चेयरमैनों को पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा।
भाजपा जिला प्रभारी का बयान
कैथल भाजपा जिला प्रभारी अमरपाल राणा ने स्पष्ट किया कि जो निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा के अधिकृत उम्मीदवारों को हराकर चेयरमैन बने हैं, उन्हें भाजपा में शामिल नहीं किया जाएगा और न ही पार्टी का पटका पहनाया जाएगा।
भाजपा का मानना है कि इस फैसले से भविष्य में पार्टी प्रत्याशियों को मजबूत समर्थन मिलेगा और कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा बना रहेगा।
पंचकूला में होगी समीक्षा बैठक
भाजपा हाईकमान ने हार के कारणों का विश्लेषण करने के लिए पंचकूला में समीक्षा बैठक बुलाई है। इस बैठक में भाजपा के जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी और जिला चुनाव अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में हार के कारणों पर गहराई से चर्चा की जाएगी और आगे की रणनीति तय होगी।
कैथल निकाय चुनाव में विजयी प्रत्याशी
कैथल नगर पालिका चुनावों में इन निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की:
- सीवन: हेमलता सैनी (263 वोटों से विजेता)
- कलायत: अंकित जैलदार (2950 वोटों से विजेता)
- पूंडरी: बबली गोस्वामी (1329 वोटों से विजेता)
सीएम नायब सैनी का बयान: “सिर्फ कमल का फूल भाजपा का नजदीकी”
चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने कहा था कि “हमारा कोई नजदीकी नहीं है, सिर्फ कमल का फूल हमारा है। निर्दलीय को चेयरपर्सन बनाने का मतलब यह नहीं कि उन्हें भाजपा में शामिल किया जाएगा। पार्टी के दरवाजे उनके लिए बंद हैं।”
भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा
कैथल की तीनों नगर पालिका सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की हार से पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा है। कार्यकर्ताओं का मानना है कि गुटबाजी और निर्दलीय प्रत्याशियों की मजबूत पकड़ के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। अब भाजपा हाईकमान इस हार की गहराई से समीक्षा करेगा और आगामी चुनावों के लिए नई रणनीति तैयार करेगा।