क्यों हरियाणा के DSP ने बीजेपी नेता मनीष सिंगला से मांगी माफी? जानें सिरसा में हुए इस विवाद का पूरा मामला
The Airnews | सिरसा, हरियाणा
हरियाणा की राजनीति में इन दिनों एक वीडियो ने जोरदार हलचल मचा दी है। यह वीडियो सिरसा जिले के भाजपा नेता मनीष सिंगला और पुलिस विभाग के डीएसपी जितेंद्र सिंह राणा के बीच हुए एक विवाद से जुड़ा है। वायरल वीडियो में डीएसपी को सार्वजनिक रूप से भाजपा नेता से माफी मांगते हुए देखा जा सकता है। इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था और पुलिस की स्वतंत्रता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूरा विवाद कैसे शुरू हुआ?
घटना की शुरुआत 27 अप्रैल रविवार को हुई, जब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का एक आधिकारिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में सिरसा के भाजपा नेता मनीष सिंगला भी आमंत्रित थे। कार्यक्रम स्थल पर ड्यूटी पर तैनात डीएसपी जितेंद्र सिंह राणा ने मंच पर पहुंचे सिंगला को पहचानने से इनकार कर दिया और उन्हें कार्यक्रम स्थल से बाहर कर दिया।
बताया गया कि मनीष सिंगला ने मौके पर अपनी पहचान स्पष्ट की और एक वरिष्ठ अधिकारी से बात करवाने की कोशिश भी की, लेकिन डीएसपी राणा ने नियमों का हवाला देते हुए सिंगला को कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाल दिया। यह घटनाक्रम वहां मौजूद लोगों के कैमरों में रिकॉर्ड हो गया।
मामला कैसे बढ़ा और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस व्यवहार से आहत होकर मनीष सिंगला ने प्रशासन के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई और डीएसपी पर अपमानजनक रवैया अपनाने का आरोप लगाया। जल्द ही यह मामला राजनीतिक रंग लेने लगा। भाजपा नेताओं ने इसे पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के सम्मान से जोड़ते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिरसा के एसपी डॉ. मयंक गुप्ता ने हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को सिरसा स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बुलाकर समझौते की पहल की।
वीडियो में दिखी माफी, सोशल मीडिया पर बवाल
इस मुलाकात के दौरान डीएसपी जितेंद्र सिंह राणा को मनीष सिंगला से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी और इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया गया। वीडियो में डीएसपी कहते हुए नजर आते हैं कि उन्होंने मनीष सिंगला को पहचान नहीं पाया और यह गलती अनजाने में हुई। इसके उत्तर में सिंगला कहते हैं कि अब उन्हें कोई शिकायत नहीं है।
हालांकि, जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, सवालों की बौछार शुरू हो गई। जनता से लेकर विपक्षी दलों तक ने पूछना शुरू कर दिया कि क्या एक पुलिस अधिकारी को इस तरह सार्वजनिक रूप से झुकने पर मजबूर करना ठीक है? क्या यह सत्ता का दुरुपयोग नहीं माना जाना चाहिए?
विपक्ष और आम जनता की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने इस घटना को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि इससे पुलिस की स्वायत्तता प्रभावित होती है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और पूर्व पुलिस अधिकारियों ने भी सवाल उठाए हैं कि क्या किसी अफसर की सार्वजनिक माफी से पुलिसिंग कमजोर नहीं पड़ेगी? वहीं भाजपा के कई समर्थकों ने इसे नेता का सम्मान बहाल करने की प्रक्रिया बताया।
कौन हैं मनीष सिंगला?
मनीष सिंगला हरियाणा भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सक्रिय सदस्य हैं और सिरसा जिले से संबंध रखते हैं। उनके पिता गणेशी लाल हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और बाद में ओडिशा के राज्यपाल भी बने। मनीष सिंगला पेशे से एक व्यवसायी हैं और सिरसा जिले में उनका अच्छा जनसंपर्क माना जाता है। हालांकि, उन्होंने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है, लेकिन स्थानीय राजनीति में उनकी सक्रियता के चलते वे अक्सर चर्चाओं में बने रहते हैं।
इस विवाद के बाद अब उनका नाम प्रदेश स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।