गुरुग्राम में अफेयर के शक में महिला की हत्या: लिव-इन पार्टनर ने की दरिंदगी, शव को कंबल में लपेटकर खेत में फेंका
The Airnews | गुरुग्राम | 14 अप्रैल 2025
हरियाणा के औद्योगिक और शहरी विकास के केंद्र गुरुग्राम से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला की हत्या उसके ही लिव-इन पार्टनर ने अफेयर के शक में कर दी और फिर उसके शव को कंबल में लपेटकर गेहूं के खेतों में फेंक दिया। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था को चुनौती देती है, बल्कि रिश्तों में बढ़ रही असहिष्णुता और हिंसक प्रवृत्तियों पर भी सवाल खड़े करती है।
घटना की शुरुआत: खेत में मिली कंबल में लिपटी लाश
11 मार्च 2025 को गुरुग्राम के नाहरपुर गांव के पास खेतों में एक कंबल में लिपटी महिला की लाश मिली थी। शव को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता था कि महिला की निर्ममता से हत्या की गई थी। लेकिन सबसे बड़ा संकट यह था कि शव की पहचान नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद उसे मॉर्च्युरी में रखवा दिया।
महिला की पहचान बनी पहेली
शव की स्थिति देखकर यह साफ था कि हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। लेकिन महिला की कोई पहचान नहीं हो पा रही थी। ना उसके पास से कोई पहचान पत्र मिला और ना ही आसपास के क्षेत्र में किसी के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस के पास थी। इस कारण मामला ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा था।
31 मार्च को आया नया मोड़: पिता ने की पहचान
करीब 20 दिन बाद, यानी 31 मार्च को बिहार के गोपालगंज निवासी बैजनाथ नामक व्यक्ति गुरुग्राम पहुंचा। वह अपनी बेटी रीटा को ढूंढने आया था, जिससे उसकी अंतिम बातचीत 23 फरवरी को हुई थी। बेटी से संपर्क नहीं होने पर बैजनाथ ने गुरुग्राम आकर उसकी तलाश शुरू की। आसपास के लोगों से पूछताछ के दौरान उसे पता चला कि कुछ दिन पहले खेतों में एक महिला की लाश मिली थी।
जब बैजनाथ ने पुलिस से संपर्क कर शव की फोटो देखी, तो उसकी पहचान रीटा के रूप में हुई। यह वही रीटा थी, जिसकी तलाश में पिता गुरुग्राम आया था। इस तरह एक महीना पुरानी लाश की पहचान हुई और मामले ने रफ्तार पकड़ी।
रीटा की पृष्ठभूमि: टूटे रिश्ते और नया जीवन
रीटा बिहार के गोपालगंज जिले की रहने वाली थी। लगभग 11 साल पहले उसकी शादी हुई थी। 5 साल पहले वह अपने पति के साथ गुरुग्राम आकर रहने लगी। दोनों यहीं किसी फैक्ट्री में काम करते थे। लेकिन पति-पत्नी के बीच मनमुटाव बढ़ता गया और पति ने उसे छोड़ दिया। इसके बाद रीटा ने शिवशंकर उर्फ कालीचरण नामक व्यक्ति के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना शुरू किया।
लिव-इन पार्टनर बना हत्यारा
पुलिस जांच में सामने आया कि रीटा का लिव-इन पार्टनर शिवशंकर उर्फ कालीचरण उसे शक की नजर से देखता था। उसे शक था कि रीटा का किसी और व्यक्ति से अफेयर है। इसी बात को लेकर उनके बीच कई बार झगड़े होते थे। 23 फरवरी को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ, और गुस्से में आकर कालीचरण ने रीटा की हत्या कर दी।
हत्या की साजिश और क्रूरता
कालीचरण ने पुलिस को बताया कि उसने रीटा को पहले पीटा, फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को एक बड़े कंबल में लपेटा और आधी रात को खेतों में ले जाकर फेंक दिया। इस दौरान वह पूरी तरह से यह सुनिश्चित करना चाहता था कि कोई उसे देख न सके। हत्या के बाद वह नाहरपुर गांव में ही एक किराए के मकान में छिपकर रहने लगा।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
रीटा के पिता की शिकायत पर मानेसर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और मानेसर क्राइम ब्रांच को जांच में शामिल किया। 14 अप्रैल को पुलिस को बड़ी सफलता मिली जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के भीखमपुर गांव के निवासी शिवशंकर शर्मा उर्फ कालीचरण को गुरुग्राम के नाहरपुर गांव से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में खुलासा: हत्या का मकसद सिर्फ शक
पुलिस पूछताछ में कालीचरण ने हत्या की बात कबूल ली। उसने कहा कि वह और रीटा लिव-इन रिलेशन में थे। वह खुद मजदूरी करता था, जबकि रीटा आईएमटी मानेसर की एक कंपनी में कार्यरत थी। उसे शक था कि रीटा का किसी अन्य पुरुष से संबंध है। इसी बात ने उसे हत्या के लिए उकसाया।
कानूनी पहलू और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी कालीचरण के खिलाफ धारा 302 (हत्या) और साक्ष्य छुपाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि हत्या की साजिश में किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका तो नहीं थी।
सामाजिक संदेश और चिंता
यह मामला समाज को आईना दिखाता है कि किस प्रकार रिश्तों में विश्वास की कमी और संदेह की आग किसी की जान ले सकती है। लिव-इन रिलेशनशिप जैसे नए सामाजिक प्रारूपों में पारदर्शिता और विश्वास की अत्यधिक आवश्यकता होती है, लेकिन जब यही भरोसा टूटता है, तो रिश्ते खतरनाक मोड़ ले सकते हैं।