घग्गर के जल स्तर के दृष्टिगत प्रशासन अलर्ट, सोमवार को जल स्तर घटने की संभावना: एसडीएम कैप्टन प्रमेश सिंह

जानकारी देते हुए एसडीएम कैप्टन प्रमेश सिंह
गुहला-चीका, 7 सितंबर। एसडीएम कैप्टन प्रमेश सिंह ने कहा कि रविवार को घग्गर का जल स्तर 24.2 फुट पर 52381 क्यूसिक पानी दर्ज किया गया है, जोकि खतरे के निशान से करीब एक फुट ऊपर है। जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट है। हालांकि टांगरी व अन्य नदियों में जल स्तर कम होने सूचना मिली है, जल्द ही घग्गर नदी का जल स्तर भी कम होने की संभावना है। डीसी प्रीति, एसपी आस्था मोदी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरंतर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। विभिन्न विभागों द्वारा किसानों व आमजन की समस्याओं का समाधान करने के साथ-साथ मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।
एसडीएम कैप्टन प्रमेश सिंह ने कहा कि आबादी में कहीं पर पानी नहीं घुसा है। फिलहाल घग्गर से लगते 39 गांवों में करीब 6000 एकड़ में पानी भरा हुआ है। इसके लिए जल्द ही क्षतिपूर्ति पोर्टल खोले जाने की संभावना है। आज धीरे-धीरे पानी खेतों से कम हो रहा है। इसके अलावा राजस्व विभाग द्वारा ऐसे कच्चे मकानों की भी पहचान कर ली है, जो बारिश व बढ़ते जल स्तर के कारण गिर सकते हैं। उनको अस्थायी रूप से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। सिंचाई विभाग द्वारा पॉकलेन, जेसीबी व अन्य मशीनों के साथ-साथ लेबर से तटबंध को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। हांसी-बुटाना नहर के कमजोर हिस्से को भी मजबूत किया जा रहा है। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी सरपंचों से संपर्क बनाए हुए हैं, रात को ठीकरी पहरे लगाए जा रहे हैं। गांवों में जहां भी पानी की निकासी की समस्या है, उसे दूर किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग, मार्केटिंग बोर्ड द्वारा सड़कों की बंद पड़ी पुलियों को खोला गया है, ताकि जल निकासी सुचारू रूप से हो। नगर पालिका द्वारा शहर में ड्रेनों व नालों की सफाई व फोगिंग आदि कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग ने चार कंट्रोल रूम की स्थापना की है, जिसमें रत्ताखेड़ा कड़ाम, रत्ताखेड़ा लुकमान, टटियाणा और बाउपुर शामिल हैं। वॉटर टैंकर के माध्यम से पानी की सप्लाई की जा रही है, ताकि कहीं भी पेयजल से संबंधित कोई समस्या न आए। जहां वॉटर सप्लाई की लाइन को दुरूस्त करने की जरूरत थी, वहां मुरम्मत की जा रही है। वॉटर सैंपल भी लिए जा रहे हैं, ताकि जलजनित बीमारियों के खतरे से निपटा जा सके। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ओपीडी चलाई जा रही है। क्लोरिन की टेबलेट और ओआरएस पैकेट का वितरण किया जा रहा है। बुखार से संबंधित सर्वे किया जा रहा है। वहीं बिजली विभाग द्वारा पहले अपने स्टेशनों को सुरक्षित किया है और अनेक प्रबंध किए हैं। भूसला, पपराला और दाबा को इंटरलिंक किया गया है, ताकि बिजली को सुचारू रूप से जारी रखा जाए। पशुपालन विभाग द्वारा मोबाइल पशु चिकित्सा वैन तैनात की गई है। विभिन्न विभागों द्वारा गांवों में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने आमजन का आह्वान भी किया कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और जिला प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों की पालना करें। सोशल मीडिया पर पुरानी वीडियो को शेयर न करें। यदि किसी किसान व आमजन की कोई समस्या है तो वह लघु सचिवालय में स्थापित हेल्पलाइन नंबर 01746-234528 व गुहला उपमंडल स्तर पर हैल्पलाईन नंबर 01743221555 पर संपर्क किया जा सकता है। इन नंबरों पर आने वाली समस्याओं का तुरंत जिला व स्थानीय प्रशासन द्वारा समाधान करवाया जाएगा।




