जींद के खेतों में आग का कहर: कंबाइन मशीन से टूटा गियर, ढाई एकड़ गेहूं की फसल राख
The Airnews | Edited By: Yash | स्थान: उचाना, जींद (हरियाणा)
हरियाणा के जींद जिले के उचाना खंड के गांव दुर्जनपुर में एक भयावह हादसे ने एक किसान की महीनों की मेहनत को पलभर में राख में बदल दिया। गेहूं की कटाई के दौरान खेत में लगी कंबाइन मशीन का गियर टूट कर नीचे गिर गया और गर्म गियर की चिंगारी से सूखी फसल में भीषण आग लग गई। इस हादसे में ढाई एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई, जबकि ड्राइवर बाल-बाल बचा।
हादसे की शुरुआत: एक छोटी चूक, बड़ा नुकसान
गांव दुर्जनपुर निवासी किसान राकेश अपने खेत में गेहूं की कटाई करवा रहे थे। फसल की कटाई के लिए कंबाइन मशीन का उपयोग किया जा रहा था। खेत में कटाई का पहला चक्कर पूरा ही हुआ था कि अचानक कंबाइन का गियर टूटकर जमीन पर गिर गया। यह गियर काफी गर्म था और सूखी फसल के संपर्क में आते ही आग की लपटें उठने लगीं।
राकेश ने बताया कि यह सब कुछ कुछ ही सेकंड में हुआ और जब तक कुछ समझ पाते, तब तक आग ने फसल को अपनी चपेट में ले लिया।
तेजी से फैली आग, गांव में मचा हड़कंप
जैसे ही खेत में आग लगी, गांव में हड़कंप मच गया। आग इतनी तेजी से फैली कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। ग्रामीण तुरंत ट्रैक्टर, पानी की टंकियों और स्प्रे मशीनों के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास के ट्यूबवेल चालू कर दिए गए ताकि पानी से आग बुझाई जा सके।
उचाना और उकलाना से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं। लेकिन तब तक ढाई एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से जल चुकी थी।
कंबाइन ड्राइवर की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
इस हादसे में एक राहत की बात यह रही कि कंबाइन मशीन का ड्राइवर सतर्कता दिखाते हुए मशीन को तुरंत खेत से बाहर निकाल लाया। अगर कंबाइन आग की चपेट में आ जाती तो न केवल बड़ी वित्तीय क्षति होती, बल्कि जान का भी खतरा बना रहता।
ग्रामीणों और किसान राकेश ने ड्राइवर की सूझबूझ की तारीफ की, जिसने समय रहते मशीन को बचा लिया।
फसल जलने से हुआ भारी नुकसान, कोई सरकारी सहायता नहीं
इस हादसे में किसान राकेश को भारी नुकसान हुआ है। ढाई एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से जल चुकी है, जिसकी बाजार कीमत लाखों रुपये में बताई जा रही है।
राकेश का कहना है कि इस साल अच्छी पैदावार की उम्मीद थीजींद के खेतों में आग का कहर: कंबाइन मशीन से टूटा गियर, ढाई एकड़ गेहूं की फसल राख | The Airnews
The Airnews | रिपोर्टर: Yash | स्थान: उचाना, जींद (हरियाणा)
हरियाणा के जींद जिले के उचाना खंड के गांव दुर्जनपुर में एक भयावह हादसे ने एक किसान की महीनों की मेहनत को पलभर में राख में बदल दिया। गेहूं की कटाई के दौरान खेत में लगी कंबाइन मशीन का गियर टूट कर नीचे गिर गया और गर्म गियर की चिंगारी से सूखी फसल में भीषण आग लग गई। इस हादसे में ढाई एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई, जबकि ड्राइवर बाल-बाल बचा।
हादसे की शुरुआत: एक छोटी चूक, बड़ा नुकसान
गांव दुर्जनपुर निवासी किसान राकेश अपने खेत में गेहूं की कटाई करवा रहे थे। फसल की कटाई के लिए कंबाइन मशीन का उपयोग किया जा रहा था। खेत में कटाई का पहला चक्कर पूरा ही हुआ था कि अचानक कंबाइन का गियर टूटकर जमीन पर गिर गया। यह गियर काफी गर्म था और सूखी फसल के संपर्क में आते ही आग की लपटें उठने लगीं।
राकेश ने बताया कि यह सब कुछ कुछ ही सेकंड में हुआ और जब तक कुछ समझ पाते, तब तक आग ने फसल को अपनी चपेट में ले लिया।
तेजी से फैली आग, गांव में मचा हड़कंप
जैसे ही खेत में आग लगी, गांव में हड़कंप मच गया। आग इतनी तेजी से फैली कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। ग्रामीण तुरंत ट्रैक्टर, पानी की टंकियों और स्प्रे मशीनों के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास के ट्यूबवेल चालू कर दिए गए ताकि पानी से आग बुझाई जा सके।
उचाना और उकलाना से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं। लेकिन तब तक ढाई एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से जल चुकी थी।
कंबाइन ड्राइवर की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
इस हादसे में एक राहत की बात यह रही कि कंबाइन मशीन का ड्राइवर सतर्कता दिखाते हुए मशीन को तुरंत खेत से बाहर निकाल लाया। अगर कंबाइन आग की चपेट में आ जाती तो न केवल बड़ी वित्तीय क्षति होती, बल्कि जान का भी खतरा बना रहता।
ग्रामीणों और किसान राकेश ने ड्राइवर की सूझबूझ की तारीफ की, जिसने समय रहते मशीन को बचा लिया।
फसल जलने से हुआ भारी नुकसान, कोई सरकारी सहायता नहीं
इस हादसे में किसान राकेश को भारी नुकसान हुआ है। और वह फसल बेचकर कुछ कर्ज चुकाने की योजना बना रहा था। लेकिन अब वह पूरी तरह से टूट चुका है।
सरकारी सहायता के बारे में पूछे जाने पर राकेश ने कहा कि अब तक प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है और न ही किसी प्रकार की सहायता की घोषणा हुई है।
फसल बीमा योजना का क्या लाभ?
ऐसे हादसों के समय फसल बीमा योजना की बात उठती है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि बीमा की प्रक्रिया इतनी जटिल और समय लेने वाली है कि अधिकांश किसानों को इसका वास्तविक लाभ नहीं मिल पाता।
ग्रामीणों ने मांग की कि सरकार को ऐसी आपात परिस्थितियों के लिए त्वरित सहायता तंत्र विकसित करना चाहिए ताकि किसान की आर्थिक स्थिति पर और गहरा प्रभाव न पड़े।
आग लगने के कारण और समाधान
कंबाइन मशीनों में तकनीकी खराबी या पुरानी मशीनों का उपयोग ऐसे हादसों का प्रमुख कारण बनते हैं। गर्म होते पार्ट्स अगर सूखी फसल के संपर्क में आ जाएं तो तुरंत आग लग सकती है।
सम्भावित समाधान:
- मशीनों की समय-समय पर जांच हो।
- कटाई से पहले फायर सेफ्टी उपाय अपनाए जाएं।
- ड्राइवरों को प्राथमिक अग्निशमन प्रशिक्षण दिया जाए।
- प्रत्येक कंबाइन में छोटा अग्निशमन यंत्र अनिवार्य हो।
ग्रामीणों की एकजुटता ने दिखाया मानवीय पहलू
हादसे के समय गांव के लोगों की एकजुटता देखने लायक थी। बिना समय गंवाए हर कोई मदद के लिए पहुंचा। किसी ने ट्यूबवेल से पानी डाला, तो किसी ने ट्रैक्टर से खेत जोतकर आग को फैलने से रोका।
इस सामूहिक प्रयास से यह साबित हुआ कि संकट की घड़ी में ग्रामीण समाज अब भी अपने परंपरागत मूल्यों और मानवीयता को नहीं भूला है।