
जींद जेल से कैदी फरार, 2 सुरक्षाकर्मी सस्पेंड: ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप
जींद: जींद जिला जेल से एक कैदी के फरार होने की घटना ने सुरक्षात्मक खामियों को उजागर किया है। इस मामले में दो सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। फरार हुआ कैदी राकेश, पंजाब के संगरूर जिले का निवासी है, जो पहले से ही विभिन्न मामलों में पुलिस की गिरफ्त से बाहर था।
पूरी घटना का सिलसिला
8 अप्रैल (मंगलवार) की रात को जींद जिला जेल में एक घटना घटित हुई, जो सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक को दर्शाती है। रात के समय जेल की हाई मास्ट लाइट खराब हो गई, जिसके कारण बिजली के काम के लिए वार्डर ईश्वर सिंह ने राकेश को काम पर लगा दिया। राकेश, जो बिजली का काम जानता था, को फॉल्ट ठीक करने के लिए बैरक से बाहर भेजा गया।
राकेश ने इस अवसर का फायदा उठाया और सीढ़ी की मदद से जेल की 25 फीट ऊंची दीवार से कूदकर फरार हो गया। वार्डर ने जैसे ही राकेश की गैरमौजूदगी का अहसास किया, उसने बैरक में जाकर उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। फिर जब मुख्य दीवार के पास सीढ़ी पाई गई, तो जेल अधिकारियों ने CCTV कैमरे की जांच की। कैमरे से पता चला कि राकेश ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए दीवार कूदकर फरार होने में सफलता प्राप्त की।
कैदी राकेश का आपराधिक इतिहास
राकेश पर कई गंभीर आरोप हैं और वह मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार हुआ था। पुलिस के अनुसार, राकेश पर हत्या का प्रयास, लूट, धमकी, और आर्म्स एक्ट के तहत 20 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। वह जींद जेल में तीन साल से बंद था, और जेल से फरार होने से पहले उसे हाल ही में कुछ अतिरिक्त कारावास भुगतने का आदेश भी हुआ था।
राकेश की फरारी के बाद की कार्रवाई
राकेश के फरार होने के बाद जेल प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया और रातभर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। सिविल लाइन एसएचओ इंस्पेक्टर विनोद कुमार के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्दी ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।
राकेश की पिछली मुठभेड़ों का इतिहास
राकेश का आपराधिक इतिहास भी कुछ कम नहीं है। वह कई बार पुलिस से भागने में सफल रहा है। 2020 में, राकेश का पुलिस के साथ मुठभेड़ हुआ था, जब उसने एक कैश वैन से 2 करोड़ 62 लाख रुपये की लूट की थी। इस मुठभेड़ में पुलिस पर गोलीबारी करने के बाद वह भागने में सफल रहा था, हालांकि पुलिस ने बाद में उसे खटकड़ टोल प्लाजा के पास पकड़ लिया।
राकेश की गिरफ्तारी के बाद, उसे 2015 में पंजाबी पुलिस द्वारा आरोपित किया गया था, जिसमें चोरी, छीना झपटी और आर्म्स एक्ट की धाराएं थीं। जींद में ही उसकी सजा चल रही थी और उसने कुछ दिन पहले ही अपनी सजा पूरी की थी, लेकिन जुर्माना न भरने के कारण उसे अतिरिक्त कारावास में रखा गया था।
सुरक्षा में चूक और सस्पेंशन की कार्रवाई
इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने 2 सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। जांच अधिकारियों के अनुसार, इन सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई, जिससे कैदी को भागने का मौका मिला। मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही दोषी पाए गए अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की सख्त निगरानी
पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लिया है और राकेश की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान तेज कर दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राकेश को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले में जल्द ही जांच की रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाएगी।