जींद में चुनावी रंजिश में भिड़े दो गुट, VIDEO वायरल: 10 घायल, 7 गंभीर || The Airnews

जींद में चुनावी रंजिश में भिड़े दो गुट, VIDEO वायरल: 10 घायल, 7 गंभीर || The Airnews
नरवाना, जींद, 29 May (Sahil Kasoon) जींद जिले के नरवाना क्षेत्र के गांव फुलिया कलां में पंचायत चुनावों से उपजी पुरानी रंजिश ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया। बुधवार सुबह करीब 8 बजे दो पक्षों के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ, जिसमें 10 से अधिक लोग घायल हो गए, जबकि 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को नरवाना और जींद अस्पतालों में प्राथमिक उपचार के बाद अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

झगड़े का सीसीटीवी VIDEO आया सामने
इस झगड़े की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लोग लाठियों, डंडों और तेजधार हथियारों से एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। वीडियो में महिलाएं भी शामिल दिखाई दे रही हैं, जो ईंटों से हमला कर रही हैं।
पहले से प्लानिंग, हथियारों के साथ हमला
पीड़ित सूबे सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका बेटा रमन सुबह काम पर जा रहा था। गांव के बस अड्डे पर कुछ लोगों ने उसका रास्ता रोक लिया और गाली-गलौच करने लगे। इसके बाद पहले से घात लगाए बैठे करीब 20 से अधिक लोगों ने उस पर हमला कर दिया। हमलावरों के पास लाठियां, गंडासे और भाले जैसे हथियार थे।
जब सूबे सिंह और उसकी पत्नी बेटे को बचाने पहुंचे, तो उन्हें भी बुरी तरह पीटा गया। हमले में सूबे सिंह, रमन, संतरो, गोविंद समेत कई अन्य घायल हो गए।
20 से अधिक आरोपी नामजद, पुलिस जांच में जुटी
इस हिंसक घटना के बाद गांव के लोगों ने घायलों को तुरंत नरवाना सरकारी अस्पताल पहुंचाया। गंभीर रूप से घायल लोगों को बाद में जींद और अग्रोहा रेफर किया गया।
सदर थाना पुलिस ने सूबे सिंह की शिकायत पर 20 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। ASI पवन कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
पंचायती चुनाव से जुड़ी है रंजिश
जानकारी के अनुसार, यह रंजिश पिछले पंचायत चुनाव के दौरान शुरू हुई थी, जब एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के सरपंच उम्मीदवार को वोट नहीं दिया था। इससे नाराज दूसरे पक्ष ने तब से रंजिश पाल रखी थी। डेढ़ साल पहले भी दोनों पक्षों में इसी मुद्दे पर खूनी संघर्ष हो चुका है।
इस बीच कई बार पंचायतें बुलाई गईं, लेकिन समझौता नहीं हो सका। पीड़ित पक्ष ने 15 दिन पहले SDM से मिलकर पुलिस कार्रवाई की मांग भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।




