
साजिश या संयोग? जींद SDM पुल्कित मल्होत्रा के एक्सीडेंट ने खड़े किए गंभीर सवाल”
The Airnews | रिपोर्टर: Yash
स्थान: जींद, हरियाणा
तारीख: 18 अप्रैल 2025
हरियाणा के जींद जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां सफीदों में तैनात एसडीएम (SDM) पुल्कित मल्होत्रा एक रहस्यमयी सड़क हादसे का शिकार हो गए। इस हादसे को महज एक संयोग मानना मुश्किल है, क्योंकि खुद एसडीएम पुल्कित ने इसे साजिश करार देते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) से इसकी गहन जांच की मांग की है।
सवाल यह है कि क्या यह वास्तव में एक साधारण सड़क दुर्घटना थी या फिर इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक, प्रशासनिक या पारिवारिक रंजिश छिपी हुई है?
हादसे की रात: एक योजनाबद्ध टक्कर या महज दुर्घटना?
दिनांक 7 अप्रैल 2025 की रात को सफीदों के महात्मा गांधी मार्ग पर एक गंभीर दुर्घटना घटी। पुल्कित मल्होत्रा रोज़ की तरह रात 9:21 बजे खाने के बाद टहलने के लिए निकले थे। जैसे ही वह टहलने के बाद घर लौट रहे थे, लीलावती अस्पताल के पास तेज रफ्तार बाइक पर सवार चार युवकों ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पुल्कित खंभे से जा टकराए और वहीं गिर पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक की रफ्तार उस समय 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक थी। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने तुरंत उन्हें उठाया और पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें गंभीर स्थिति को देखते हुए पानीपत रेफर कर दिया गया।
SDM को आई गंभीर चोटें
पुल्कित मल्होत्रा को सिर, मुंह और शरीर के अन्य हिस्सों में कुल छह स्थानों पर गंभीर चोटें आई हैं। चिकित्सकों का कहना है कि उनकी स्थिति अब स्थिर है लेकिन उन्हें फिलहाल ICU में निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों के अनुसार, यदि टक्कर कुछ इंच इधर-उधर होती, तो यह जानलेवा साबित हो सकती थी।
हादसे के बाद एसडीएम का बयान: “यह एक साजिश हो सकती है”
हादसे के कुछ दिन बाद जब पुल्कित मल्होत्रा होश में आए, तो उन्होंने सफीदों पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में इस पूरे प्रकरण को एक “पूर्व नियोजित साजिश” बताया। उन्होंने कहा कि—
“यह एक सोची-समझी साजिश हो सकती है। बाइक सवार युवकों ने जानबूझकर स्पीड बढ़ाकर मुझे पीछे से टक्कर मारी। हॉर्न बजाना, बाइक की दिशा बदलना—ये सभी संकेत प्लानिंग का हिस्सा लगते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस को मामले की गहनता से जांच करनी चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि ये युवक किसी के इशारे पर तो यह सब नहीं कर रहे थे।
एक्सीडेंट की वीडियो भी बनी जांच का आधार
मीडिया सूत्रों के अनुसार, हादसे का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें बाइक की रफ्तार और टक्कर का तरीका देखने पर संदेह और भी गहरा हो गया है। वीडियो से प्रतीत होता है कि बाइक सवार युवक एसडीएम को देखकर स्पीड बढ़ाते हैं और जानबूझकर उन्हें टक्कर मारते हैं।
बाइक सवार युवकों की पहचान
इस हादसे में बाइक सवार चार युवक भी घायल हुए हैं। इनकी पहचान इस प्रकार हुई:
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सावन (गांव रामपुरा)
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कृष
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अभिषेक
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मयंक
इनमें से तीन युवक सफीदों के नागरिक अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस ने इन सभी के बयान दर्ज किए हैं और इनसे साजिश के एंगल पर भी पूछताछ की जा रही है।
पारिवारिक विवाद: पत्नी के आरोप और महिला आयोग में पेशी
इस हादसे से जुड़ा एक और चौंकाने वाला पहलू पुल्कित मल्होत्रा का अपनी पत्नी से चल रहा विवाद है। पिछले कुछ महीनों से पुल्कित और उनकी पत्नी के बीच मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विवाद चल रहा है।
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणू भाटिया ने पुल्कित को 16 अप्रैल को फरीदाबाद में तलब किया था, लेकिन हादसे के चलते वह पेश नहीं हो पाए। उनकी जगह उनके माता-पिता आयोग के समक्ष पेश हुए और कुछ समय की मोहलत मांगी।
इस संयोग को भी कई लोग एक साजिश के रूप में देख रहे हैं—क्या हादसा उनकी पेशी को रोकने के लिए रचा गया?
पुल्कित मल्होत्रा: एक ईमानदार अधिकारी की छवि
पुल्कित मल्होत्रा 2020 बैच के HCS अधिकारी हैं। उन्होंने अभी कुछ महीने पहले, 26 दिसंबर 2024 को सफीदों में एसडीएम का कार्यभार संभाला था। इससे पहले वे जगाधरी में हुडा स्टेट ऑफिसर और शाहाबाद में एसडीएम के पद पर कार्यरत रह चुके हैं।
अपने अब तक के प्रशासनिक करियर में पुल्कित को एक निडर और निष्पक्ष अधिकारी के रूप में देखा जाता रहा है।
सवालों की लिस्ट लंबी होती जा रही है…
इस पूरे मामले में अब कई सवाल खड़े हो चुके हैं:
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क्या यह वाकई एक योजनाबद्ध साजिश थी?
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बाइक सवार युवक किनके संपर्क में थे?
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क्या पारिवारिक विवाद से जुड़े किसी व्यक्ति की इसमें भूमिका है?
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क्या यह पुल्कित को महिला आयोग में पेश होने से रोकने की कोशिश थी?
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पुलिस अब तक क्या कदम उठा चुकी है?
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क्या एसडीएम की सुरक्षा में कोई चूक हुई थी?
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
एसपी जींद और डीएसपी सफीदों को पुल्कित मल्होत्रा ने खुद पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुलिस ने बाइक सवार युवकों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड, घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान जुटाने शुरू कर दिए हैं।
फॉरेंसिक जांच भी इस मामले में बड़ी भूमिका निभा सकती है।