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Saturday, November 8, 2025

पहली हाई सिक्योरिटी जेल: रोहतक की सुनारियां जेल में होगा अत्याधुनिक सुरक्षा तंत्र का निर्माण

पहली हाई सिक्योरिटी जेल: रोहतक की सुनारियां जेल में होगा अत्याधुनिक सुरक्षा तंत्र का निर्माण

The Airnews | रोहतक, 13 अप्रैल 2025 

हरियाणा अब अपराधियों और आतंकियों की चुनौती से निपटने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रहा है। रोहतक स्थित सुनारियां जेल परिसर में प्रदेश की पहली हाई सिक्योरिटी जेल का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है। यह जेल न केवल हरियाणा की बल्कि देश की भी एक विशेष सुरक्षा संरचना वाली जेल के रूप में पहचानी जाएगी।

सुनारियां जेल परिसर में 19 एकड़ में तैयार हो रही हाई सिक्योरिटी जेल

यह विशेष जेल 19 एकड़ क्षेत्र में फैली होगी और इसे पूरी तरह से आधुनिक तकनीकों से लैस किया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है और इसे वर्ष 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से जेल की इमारत में केवल सीमेंट और कंक्रीट का ही उपयोग किया गया है ताकि यह अति सुरक्षित और मजबूत हो सके। किसी भी कैदी के लिए बाहर निकलना लगभग असंभव होगा।

बिजली के बिंदुओं पर विशेष सावधानी

जेल की बनावट में विशेष सावधानी बरती गई है। किसी भी सेल में बिजली का पॉइंट नहीं दिया गया है ताकि कैदी इसका दुरुपयोग न कर सकें। यह योजना जेल के अंदर किसी भी प्रकार की अनधिकृत गतिविधियों को रोकने के लिए बनाई गई है। हर कोण पर निगरानी के लिए आधुनिक सीसीटीवी कैमरे और निगरानी तंत्र लगाए जा रहे हैं।

हार्डकोर अपराधियों और आतंकियों के लिए विशेष इंतजाम

इस हाई सिक्योरिटी जेल का उपयोग मुख्यतः हार्डकोर अपराधियों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों को रखने के लिए किया जाएगा। वर्तमान में भी सुनारियां जेल में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जैसे गंभीर अपराधों में सजा काट रहे कैदी हैं। इसके अतिरिक्त जम्मू-कश्मीर के कई कुख्यात आतंकी भी इसी जेल में बंद हैं। आने वाले समय में इन अपराधियों की निगरानी और भी सख्त कर दी जाएगी।

312 उच्च सुरक्षा वाले सेल होंगे निर्माणाधीन

नवनिर्मित जेल दो मंजिला होगी और इसमें कुल 312 विशेष सेल बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक सेल को अलग-अलग सेक्शन में बांटा जाएगा और हर कैदी की गतिविधियों पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखी जाएगी। अत्यधिक सुरक्षा वाले इन सेल्स में कैदियों की आवाजाही पूरी तरह से नियंत्रित रहेगी।

जेल मंत्री और अधिकारियों का निरीक्षण

हरियाणा के जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने जेल अधीक्षक सत्यवान और उप जेल अधीक्षक दिनेश यादव के साथ निर्माणाधीन हाई सिक्योरिटी जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य जेलों को आधुनिक तकनीक और मजबूत निगरानी तंत्र से जोड़ना है ताकि राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।

सफाई और स्वच्छता पर भी रहेगा ध्यान

जेल परिसर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। सफाई के लिए एक विशेष टीम नियुक्त की जाएगी और प्रत्येक सप्ताह स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इससे न केवल कैदियों को एक बेहतर वातावरण मिलेगा बल्कि जेल स्टाफ को भी काम करने में सुविधा होगी।

1319 वर्तमान कैदियों की सुरक्षा होगी और सख्त

फिलहाल सुनारियां जेल में 1319 कैदी और हवालाती बंद हैं। सरकार इन सभी की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय कर रही है। अभी तक भी इन कैदियों को कड़ी सुरक्षा में रखा जाता है, लेकिन हाई सिक्योरिटी जेल के निर्माण के बाद यह सुरक्षा व्यवस्था चार गुना बढ़ जाएगी।

कैदियों के लिए गुणवत्ता युक्त भोजन और आधारभूत सुविधाएं

सरकार का यह भी दावा है कि इस जेल में बंद सभी कैदियों को गुणवत्ता युक्त भोजन, स्वच्छ पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इसके लिए रसोईघर और चिकित्सा कक्षों को भी अत्याधुनिक रूप दिया जा रहा है।

हाई सिक्योरिटी जेल की विशेषताएं संक्षेप में:

  • कुल क्षेत्रफल: 19 एकड़
  • निर्माण सामग्री: सीमेंट और कंक्रीट (अत्यधिक मजबूती)
  • दो मंजिला इमारत
  • 312 उच्च सुरक्षा सेल
  • बिना बिजली पॉइंट वाले सेल
  • सीसीटीवी निगरानी, अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण
  • विशेष स्वच्छता प्रबंधन
  • आतंकवादियों और गैंगस्टरों के लिए विशेष सेल्स
  • हर कैदी पर व्यक्तिगत निगरानी

भविष्य की जेलों के लिए मॉडल बनेगी सुनारियां हाई सिक्योरिटी जेल

सरकार का उद्देश्य इस जेल को एक मॉडल जेल के रूप में विकसित करना है, जिसे अन्य राज्यों में भी अपनाया जा सके। आने वाले वर्षों में इस योजना को और अधिक विस्तार दिया जाएगा ताकि हरियाणा की अन्य जेलों को भी इसी तर्ज पर आधुनिक बनाया जा सके।

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