रब ने बना दी जोड़ी: 3 फीट 8 इंच का दूल्हा, 3 फीट 6 इंच की दुल्हन – हर तरफ हो रही अनोखी शादी की चर्चा
The Airnews | अंबाला/रोपड़ | रिपोर्टर – यश
कहते हैं जोड़ियां ऊपर स्वर्ग में बनती हैं, और यह कहानी इस कहावत को सच्चाई में बदलती नजर आती है। हरियाणा के अंबाला कैंट निवासी नितिन वर्मा और पंजाब के रोपड़ की आरुषि की शादी आज समाज में एक नई मिसाल बन चुकी है। इन दोनों ने अपनी शारीरिक सीमाओं को कभी कमजोरी नहीं बनने दिया, बल्कि अपने आत्मविश्वास, शिक्षा और सरलता से ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो समाज को सोचने पर मजबूर कर रहा है।
एक साधारण शुरुआत, असाधारण प्रेरणा
25 वर्षीय नितिन वर्मा की लंबाई 3 फीट 8 इंच है। वहीं, 23 वर्षीय आरुषि की लंबाई 3 फीट 6 इंच है। दोनों ने सामान्य जीवन जीते हुए कभी भी खुद को किसी से कम नहीं समझा। नितिन के एक रिश्तेदार की नजर जब रोपड़ में आरुषि पर पड़ी, तो उन्होंने इस रिश्ते की बात नितिन के परिवार से की।
रिश्ता आगे बढ़ा, परिवारों ने आपसी बातचीत की और यह तय हुआ कि शादी बिना दहेज और पूरी सादगी से होगी। आरुषि के परिवार ने जब यह सुना कि नितिन का परिवार दहेज नहीं लेगा, तो वे भावुक हो गए। उन्होंने तुरंत रिश्ता स्वीकार कर लिया।
सादगी से रचाया गया विवाह
अंबाला छावनी के एक निजी विवाह स्थल में दोनों का विवाह बहुत ही साधारण लेकिन भावनात्मक रूप से समृद्ध समारोह में संपन्न हुआ। न ढोल-नगाड़े थे, न ही भारी सजावट। लेकिन जो चीज सबसे ज्यादा चमक रही थी, वह थी दोनों के चेहरों की मुस्कान और आंखों में सपने।
विवाह समारोह में सैकड़ों लोग मौजूद थे – रिश्तेदार, परिचित और आसपास के लोग। सभी ने इस जोड़े को आशीर्वाद दिया और कहा कि आज की पीढ़ी के लिए यह शादी एक प्रेरणा है। बिना दिखावे, बिना दहेज, केवल विश्वास और सच्चे प्रेम के साथ बंधा यह रिश्ता हर किसी के दिल को छू गया।
आरुषि: एक जिम्मेदार बेटी, पढ़ी-लिखी बहू
आरुषि अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। परिवार के लिए हमेशा एक मजबूत सहारा रही हैं। उन्होंने बीए तक शिक्षा ग्रहण की है और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रही हैं। उनकी मां बताती हैं कि आरुषि शुरू से ही मेहनती और समझदार रही है। जब समाज ने ताने दिए, तो उसने मुस्कुराकर जवाब दिया। आज जब वह विवाह के बाद एक नए घर में गई है, तो हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है।
नितिन के परिवार का भी यही कहना है कि उन्हें पढ़ी-लिखी, समझदार और संस्कारी बहू मिली है। रिश्तेदार भी लगातार उनके घर आकर आशीर्वाद दे रहे हैं और कहते हैं कि यह रिश्ता विशेष है।
नितिन: आत्मनिर्भर युवक, परिवार की शान
नितिन ने अपने जीवन में कई बार मुश्किलों का सामना किया। लेकिन कभी हार नहीं मानी। समाज की सोच और हंसी का शिकार होने के बावजूद नितिन ने अपने आत्मबल से खुद को खड़ा किया। वे आज एक जिम्मेदार बेटे हैं और जीवन को सकारात्मक नजरिए से जीते हैं।
उनका कहना है – “मेरे लिए सबसे जरूरी था कि जीवनसाथी समझदार हो, संवेदनशील हो, और हमारे जीवन के मूल्यों को समझे। लंबाई तो केवल एक शारीरिक माप है, असली चीज दिल और सोच होती है।”
समाज के लिए संदेश
आज भी कई हिस्सों में दहेज को लेकर रिश्तों में अड़चनें आती हैं। कई बार कद, रंग, शिक्षा या आर्थिक स्थिति के आधार पर रिश्तों को तोड़ दिया जाता है। लेकिन नितिन और आरुषि ने ये सभी मान्यताओं को तोड़ते हुए यह साबित कर दिया कि अगर मन साफ हो और सोच सकारात्मक हो, तो कोई भी रिश्ता सफल हो सकता है।
इस शादी ने न केवल समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया है, बल्कि उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा का काम किया है जो किसी न किसी वजह से खुद को पीछे मान बैठते हैं।
विवाह के बाद की ज़िंदगी
शादी के बाद अब नितिन और आरुषि अपने नए जीवन की शुरुआत कर चुके हैं। दोनों ने कहा है कि वे अपने जीवन को सादगी, प्रेम और सहयोग से आगे बढ़ाएंगे। नितिन का कहना है कि वे आरुषि की शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रयास करेंगे और समाज सेवा से जुड़ना चाहते हैं।
वहीं, आरुषि का भी यही कहना है कि वे महिलाओं और खासकर दिव्यांग या छोटे कद की लड़कियों के लिए एक उदाहरण बनना चाहती हैं कि वे भी अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकती हैं।