
विनेश-बबीता विवाद पर सुनैना चौटाला का तीखा वार: BJP ने पहले जात-पात पर लड़वाया, अब खिलाड़ियों को आपस में भिड़ाया
The Airnews | Charkhi Dadri | 15 अप्रैल 2025
हरियाणा की राजनीति में इन दिनों एक नई बहस ने जोर पकड़ा है। दादरी में इनेलो महिला विंग की प्रदेश संयोजक सुनैना चौटाला ने विनेश फोगाट और बबीता फोगाट के बीच चल रहे विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अब खेल के मैदान को भी राजनीति का अखाड़ा बना रही है।
दादरी में इनेलो कार्यकर्ताओं का जोरदार स्वागत
सुनैना चौटाला जब चरखी दादरी पहुंचीं तो इनेलो कार्यकर्ताओं ने उनका बड़े स्वागत के साथ स्वागत किया। पार्टी कार्यालय में उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक बैठक की, जिसमें इनेलो के राष्ट्रीय संगठन सचिव उमेद लोहान और डबवाली विधायक आदित्य चौटाला भी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान सुनैना ने कहा कि भाजपा ने पहले समाज में जात-पात का जहर घोला और अब खेल में राजनीति घुसाकर खिलाड़ियों को आपस में भिड़ा दिया है। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है, जो देश और प्रदेश के लिए घातक हो सकती है।
विनेश-बबीता विवाद: भाजपा पर उठे सवाल
बबीता फोगाट और विनेश फोगाट के बीच हाल ही में सोशल मीडिया पर चल रही टिप्पणियों को लेकर सुनैना चौटाला ने भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि यह वही पार्टी है जिसने पहले समाज को जातियों में बांटा और अब देश के गौरव खिलाड़ियों के बीच मतभेद पैदा कर रही है।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ी देश की शान होते हैं, उन्हें राजनीति में घसीटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा के शासन में खेल अब राजनीति का हथियार बनते जा रहे हैं, जो कि खेल भावना के विपरीत है।
चौटाला परिवार के एक होने पर सुनैना का बयान
चौटाला परिवार के एक होने को लेकर जब पत्रकारों ने सवाल किया तो सुनैना चौटाला ने स्पष्ट कहा कि अब दोनों परिवारों की राजनीतिक राहें अलग-अलग हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के “चौटाला परिवार को एक करने” के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि जिनका खुद का कोई पारिवारिक अनुभव नहीं है, वे दूसरों के परिवार क्या जोड़ेंगे।
सुनैना ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह परिवार तोड़ने की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हरियाणा ही नहीं बल्कि देश भर में राजनीतिक परिवारों और पार्टियों को तोड़ने का काम किया है। भाजपा को जोड़ने से नहीं, तोड़ने से प्रेम है।
बबीता फोगाट के ट्वीट्स से उठी बहस
विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब बबीता फोगाट ने अपने दो ट्वीट्स से माहौल गर्मा दिया। पहले ट्वीट में उन्होंने कहा,
“जो सुविधाएं मोदी जी की सरकार में अब खिलाड़ियों को मिल रही हैं, अगर मुझे वही सुविधाएं पहले मिलतीं, तो मुझे खेल नहीं छोड़ना पड़ता।”
इसके साथ उन्होंने अपने एक इंटरव्यू का वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे 2018 में उन्होंने खेल को अलविदा कहा क्योंकि उन्हें घुटनों की समस्या थी और समय पर उचित इलाज व सुविधाएं नहीं मिल पाईं।
दूसरे ट्वीट में बबीता ने लिखा,
“मैं खिलाड़ियों के साथ थी, हूं और रहूंगी। लेकिन जब किसी भी खिलाड़ियों के मंच का राजनीतिकरण होगा तो मैं वहां नहीं रहूंगी।”
इस ट्वीट में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे राजनीति के जरिए नहीं, बल्कि एक खिलाड़ी के नाते आंदोलन में शामिल हुई थीं। जब उन्हें महसूस हुआ कि मंच का राजनीतिक दुरुपयोग हो रहा है, तब वे अलग हो गईं।
विनेश फोगाट का तीखा जवाब
बबीता फोगाट के ट्वीट्स के बाद कांग्रेस विधायक और अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगाट ने भी तीखा जवाब दिया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,
“2 रुपए लेकर ट्वीट करने वालों और फ्री का ज्ञान बांटने वालों जरा ध्यान से सुनो। तुम्हारी जानकारी के लिए बता दूं कि अब तक करोड़ों के ऑफर ठुकरा चुकी हूं।”
विनेश ने कहा कि उन्होंने सॉफ्ट ड्रिंक्स से लेकर ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों तक के करोड़ों रुपये के विज्ञापन ठुकराए क्योंकि उन्होंने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने साफ किया कि उनके लिए आत्मसम्मान सबसे बड़ा है और वे अपने हक के लिए लड़ना जानती हैं।