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Saturday, November 8, 2025

सोनीपत रिश्वत मामले में फरार तहसीलदार की तलाश: स्कोडा गाड़ी लोहारू के अधिकारी के घर मिली; आवास से 2.80 लाख रुपए बरामद

सोनीपत रिश्वत मामले में फरार तहसीलदार की तलाश: स्कोडा गाड़ी लोहारू के अधिकारी के घर मिली; आवास से 2.80 लाख रुपए बरामद

सोनीपत, ( Sahil Kasoon )

सोनीपत जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के मामले को उजागर किया है। गोहाना तहसील कार्यालय में कार्यरत वसीका नवीस, राजीव कुमार मल्होत्रा उर्फ यशपाल मल्होत्रा को एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। वहीं, इस कार्रवाई में तहसीलदार अभिमन्यु नायक फरार हो गए थे, जिनकी तलाश अभी भी जारी है। तहसीलदार के फरार होने के बाद उनके द्वारा इस्तेमाल की गई स्कोडा कार लोहारू के तहसीलदार शेखर के आवास से बरामद हुई है। इसके अलावा, तहसीलदार अभिमन्यु नायक के आवास से 2.80 लाख रुपए नकद भी बरामद किए गए हैं। इस मामले में एसीबी ने कई महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त किए हैं और तहसीलदार अभिमन्यु नायक की तलाश तेज कर दी है।


मामला क्या था?

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को शिकायतकर्ता द्वारा सूचना मिली थी कि उन्होंने गोहाना के नजदीक स्थित गांव खंदराई में 667 वर्ग गज का प्लॉट खरीदा था और इस प्लॉट की रजिस्ट्री के लिए तहसील कार्यालय में वसीका नवीस यशपाल मल्होत्रा ने तहसीलदार अभिमन्यु नायक के निर्देश पर एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। शिकायत के आधार पर एसीबी ने जाल बिछाकर कार्रवाई की और वसीका नवीस को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस कार्रवाई के दौरान तहसीलदार अभिमन्यु नायक मौके से फरार हो गए थे, और उनके फरार होने के बाद उनकी स्कोडा कार की खोज शुरू की गई।


स्कोडा कार और महत्वपूर्ण सुराग

एसीबी की टीम ने तहसीलदार अभिमन्यु नायक की फरारी के बाद उनकी स्कोडा कार का पता लगाया। यह कार रोहतक में लोहारू के तहसीलदार शेखर के आवास पर पाई गई। कार की तलाशी में दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए, जिनकी जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि फरार तहसीलदार का संपर्क कुछ खास लोगों से था, जिससे जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस मामले में किन अन्य लोगों का हाथ हो सकता है।

स्कोडा कार की बरामदगी से यह सवाल उठता है कि क्या लोहारू के तहसीलदार शेखर ने इस मामले में अभिमन्यु नायक की मदद की थी। एसीबी की टीम ने शेखर से पूछताछ शुरू कर दी है और इस संबंध में जांच जारी है।


तहसीलदार के आवास से बरामद नकद राशि

एसीबी की टीम ने तहसीलदार अभिमन्यु नायक के आवास की तलाशी ली और वहां से 2 लाख 80 हजार 569 रुपए नकद बरामद किए। यह रकम कहां से आई और क्या यह रिश्वत कांड से जुड़ी हुई है, इसका पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। नकदी बरामदगी से यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या तहसीलदार नायक के पास और भी अवैध संपत्ति हो सकती है। एसीबी इस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि इस राशि का संबंध रिश्वत से है या नहीं।


एसीबी की कार्रवाई और जांच प्रक्रिया

एसीबी की कार्रवाई इस बात का संकेत देती है कि सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। एसीबी ने इस मामले में धारा 7, 7A पीसी एक्ट 1988 और 61 बीएनएस 2023 के तहत मामला दर्ज किया है। एसीबी अब इस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

तहसीलदार अभिमन्यु नायक की तलाश में एसीबी की टीम लगातार छापेमारी कर रही है और उनके संभावित ठिकानों पर जांच कर रही है। एसीबी को अब तक कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जो मामले की गहराई को और बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा, तहसीलदार लोहारू शेखर से भी पूछताछ की जा रही है, जिनके आवास से फरार तहसीलदार की स्कोडा कार बरामद हुई थी।


भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई

एसीबी की यह कार्रवाई यह साबित करती है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी गंभीरता से काम कर रही है। इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि रजिस्ट्री के नाम पर आम जनता से रिश्वत मांगी जा रही थी, जो कि एक बड़ी समस्या बन चुकी है। एसीबी अब तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार के अन्य संभावित मामलों की जांच भी कर रही है। एसीबी अधिकारियों ने इस मामले में सभी संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द ही फरार तहसीलदार को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी रहेगी।

यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सख्त कार्रवाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एसीबी की टीम इस मामले को गंभीरता से लेकर हर पहलू की जांच कर रही है, ताकि दोषियों को दंडित किया जा सके।


एसीबी की जांच के दौरान अन्य संभावित मामले

ACB ने इस मामले में गोहाना तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार के अन्य मामलों की भी जांच शुरू कर दी है। यह जांच यह साबित करने के लिए की जा रही है कि क्या इस तहसील में और भी ऐसे भ्रष्टाचार के मामले सामने आ सकते हैं। एसीबी इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि सभी अवैध गतिविधियों को सामने लाया जाए।

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