स्कॉर्पियो सवार नकाबपोशों ने किया किडनैप ?

झज्जर में दिनदहाड़े युवक का अपहरण, स्कॉर्पियो सवार नकाबपोशों ने किया किडनैप, पुलिस ने कुछ घंटों में किया भंडाफोड़
Edited By: Yash
Updated: 18 अप्रैल, 2025,
झज्जर में सनसनीखेज अपहरण की वारदात, पुलिस की तत्परता से कुछ ही घंटों में हुआ खुलासा
झज्जर शहर के महर्षि दयानंद सरस्वती खेल स्टेडियम के पास गुरुवार दोपहर को एक सनसनीखेज घटना घटी, जिसमें स्कॉर्पियो कार में सवार नकाबपोशों ने एक युवक का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया। यह घटना दोपहर 12:30 बजे के आसपास की बताई जा रही है, जब एक तेज़ रफ्तार मोटरसाइकिल सवार युवक स्टेडियम के पास से गुजर रहा था और पीछे से स्कॉर्पियो कार में बैठे नकाबपोश उसका पीछा कर रहे थे। जैसे ही युवक स्टेडियम के पास पहुंचा, कार ने उसकी मोटरसाइकिल को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे वह गिर पड़ा और कार से दो नकाबपोश लोग बाहर निकले और युवक से मारपीट कर उसे जबरन कार में डालकर मौके से फरार हो गए।
घटना के तुरंत बाद हरकत में आई पुलिस
घटना की सूचना झज्जर पुलिस को लगभग 1 बजे मिली, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर सतीश बालन के निर्देशन में और डीसीपी के मार्गदर्शन में एसीपी अनिरुद्ध चौहान के नेतृत्व में चार विशेष पुलिस टीमें गठित की गईं।
पुलिस ने वारदात के CCTV फुटेज खंगाले, घटनास्थल के आसपास पूछताछ की और तकनीकी निगरानी की मदद से आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया। पुलिस की तत्परता और योजनाबद्ध कार्रवाई के चलते कुछ ही घंटों में वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियो समेत एक अन्य कार को बरामद कर लिया गया।
आरोपियों को किया गया गिरफ्तार, पूछताछ जारी
पुलिस की चारों टीमों ने बेहतरीन तालमेल के साथ काम करते हुए इस अपहरण कांड को सुलझा लिया है। इस मामले में 5 से 6 संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया गया है। एसीपी अनिरुद्ध चौहान ने बताया कि इन सभी से गहन पूछताछ की जा रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
हालांकि अभी तक पुलिस ने यह साफ नहीं किया है कि अपहरण की वजह क्या थी—व्यक्तिगत दुश्मनी, आपसी रंजिश, फिरौती या कोई अन्य आपराधिक मकसद। लेकिन सूत्रों के मुताबिक पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, जो पूरे षड्यंत्र को उजागर करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
यह वारदात ऐसे समय पर हुई जब शहर का यह इलाका काफी भीड़भाड़ वाला रहता है। महर्षि दयानंद सरस्वती खेल स्टेडियम के पास दोपहर में बच्चों की खेल गतिविधियां और आम नागरिकों की आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में नकाबपोशों द्वारा दिनदहाड़े अपहरण की यह घटना स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि पुलिस की गश्त और निगरानी नियमित होती, तो शायद ऐसी घटना को रोका जा सकता था। हालांकि पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई से लोगों ने राहत की सांस भी ली है।
CCTV फुटेज बना पुलिस की सबसे बड़ी मदद
घटनास्थल के पास लगे CCTV कैमरों ने इस पूरे मामले को सुलझाने में पुलिस की सबसे अधिक मदद की। फुटेज से कार का नंबर, नकाबपोशों की हरकतें, अपहरण की शैली और दिशा स्पष्ट हो पाई, जिससे पुलिस ने वाहनों की पहचान कर उन्हें कुछ ही घंटों में बरामद कर लिया।
पुलिस की प्राथमिक जांच में क्या निकला सामने?
- युवक की पहचान और उसके बैकग्राउंड की गहन जांच की जा रही है।
- आरोपियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है कि वे पहले भी किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल रहे हैं या नहीं।
- स्कॉर्पियो और अन्य कार किसके नाम पर हैं, उसका भी पता लगाया जा रहा है।
- क्या अपहरण की घटना में कोई बाहरी गैंग शामिल है, इसकी भी जांच चल रही है।
प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रियाएं
एसीपी अनिरुद्ध चौहान: “हमें घटना की जानकारी दोपहर 1 बजे मिली थी। पुलिस कमिश्नर और डीसीपी साहब के निर्देशानुसार हमारी चार टीमों ने कड़ी मेहनत कर बहुत कम समय में गाड़ियों को बरामद किया और आरोपियों को काबू किया। जल्द ही हम पूरे मामले का खुलासा करेंगे।”
स्थानीय विधायक: “पुलिस ने जिस तरह से तत्परता दिखाई है वह सराहनीय है। लेकिन हमें भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्षेत्र की निगरानी बढ़ानी होगी।”




