
हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा का दर्द छलका: आर्टिस्टों की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताई, इंडस्ट्री को हो सकता है नुकसान
हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा, जिनकी आवाज़ ने हरियाणा के संगीत जगत में एक अलग पहचान बनाई है, इन दिनों एक गंभीर मुद्दे को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपने विचार साझा किए और सरकार से गाने बैन करने के फैसले पर सवाल उठाए। इस लाइव सत्र के दौरान उनका दर्द छलका और उन्होंने कहा कि कलाकारों को आर्थिक नुकसान पहुंचाकर हरियाणा सरकार गलत कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस तरह से गानों को बैन किया जाता रहा, तो न केवल हरियाणा के कलाकारों के लिए बल्कि पूरे संगीत इंडस्ट्री के लिए यह खतरनाक हो सकता है।
मासूम शर्मा ने हरियाणा सरकार से आग्रह किया है कि वह इस मामले में कोई ठोस नीति या कानून लाए, जो न सिर्फ हरियाणा बल्कि पूरे देश में लागू हो। उनका मानना है कि अगर यहां के आर्टिस्टों के काम को इस तरह से नुकसान पहुंचाया जाता रहा, तो बाहरी कंपनियां यहां पैसा लगाने से डरेंगी, जिससे इंडस्ट्री को भारी नुकसान होगा।
मासूम शर्मा ने लाइव आकर क्या कहा:
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बिलबोर्ड पर गाने बजना गर्व की बात
मासूम शर्मा ने अपने लाइव सत्र में सबसे पहले उन सभी को बधाई दी, जिन्होंने हरियाणा के गानों को बिलबोर्ड टॉप 10 में जगह दिलाई। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है। यह सिर्फ मेरे गाने नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा के लिए बड़ी उपलब्धि है।” मासूम शर्मा ने यह भी बताया कि उन्हें पहले तो यह भी नहीं पता था कि बिलबोर्ड क्या होता है, लेकिन उनके दोस्त संजू हुड्डा ने उन्हें इसके बारे में बताया, और जब उन्होंने देखा तो यह उनके लिए सुखद अनुभव था। -
गाने कटने से इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है
मासूम शर्मा ने कहा, “जो गाने बैन हो रहे हैं, उन्हें देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है। इन गानों का अपना महत्व था, और अगर आप इन गानों को हटाते हो, तो आप इन कलाकारों का और इंडस्ट्री का बहुत नुकसान कर रहे हो।” उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गाने इतने पॉपुलर होते हैं कि वे सौ मिलियन से अधिक व्यूज प्राप्त करते हैं, और इन्हें हटाने से कोई लाभ नहीं होगा। इसके बजाय, यह सिर्फ नुकसान ही करेगा। -
टी-सीरीज जैसे बड़े गानों पर कोई असर नहीं पड़ता
मासूम शर्मा ने उदाहरण दिया कि किसी बड़े म्यूजिक लेबल, जैसे टी-सीरीज, के गाने कभी भी बैन नहीं होते। “जो छोटे लेबल हैं या जिनके पास खुद का चैनल है, उनके गाने अक्सर बैन होते हैं। यह असमानता है, और इससे कलाकारों को आर्थिक नुकसान हो रहा है,” उन्होंने कहा। -
यूट्यूब पर निर्भर हैं छोटे कलाकार
मासूम शर्मा ने कहा कि वे जैसे कलाकार यूट्यूब पर निर्भर हैं, क्योंकि यह एकमात्र माध्यम है जिससे वे अपने गाने प्रकाशित करते हैं और कमाई करते हैं। “यूट्यूब के जरिए ही हरियाणा की म्यूजिक इंडस्ट्री को एक नई पहचान मिली है, और यह पूरे देश में फैल रहा है। इस पर हमें गर्व होना चाहिए, लेकिन सरकार इसे हतोत्साहित करने का काम कर रही है,” उन्होंने कहा। -
हमें अपनी बोली पर गर्व है
मासूम शर्मा ने बताया कि हरियाणा की बोली में कोई ग्रामर नहीं है, लेकिन यह सबके दिलों में बसी हुई है। “हमारी बोली, हमारी संस्कृति को गाने के माध्यम से पूरे उत्तर भारत में फैलाया गया है। आपको इसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए,” उन्होंने कहा। -
म्यूजिक इंडस्ट्री से सिनेमा को मिलेगा बल
मासूम शर्मा ने म्यूजिक इंडस्ट्री और सिनेमा के बीच रिश्ते पर भी बात की। उन्होंने कहा, “जब म्यूजिक इंडस्ट्री का विकास होता है, तो सिनेमा भी आगे बढ़ता है। अगर म्यूजिक इंडस्ट्री को इस तरह से नुकसान होगा, तो सिनेमा का विकास भी प्रभावित होगा।” -
गाने काटने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा
मासूम शर्मा ने कहा कि जब बड़े गानों को काटा जाएगा, जिनके ढाई सौ से तीन सौ मिलियन व्यूज हैं, तो इससे कोई फायदा नहीं होगा। “इसके बजाय, इससे सिर्फ इंडस्ट्री को नुकसान होगा और बाहरी कंपनियां यहां निवेश करने से डरेंगी।” -
पॉलिसी बनाने की अपील
उन्होंने हरियाणा सरकार से अपील की कि वह इस मामले में एक ठोस पॉलिसी बनाए। “आप कोई पॉलिसी बनाकर इसे ऑनलाइन लागू करें। इसे सिर्फ हरियाणा में नहीं, बल्कि पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।” उनका कहना था कि अगर यह सही तरीके से लागू किया जाता है तो यह इंडस्ट्री के विकास के लिए एक अच्छा कदम साबित हो सकता है।
हरियाणा सरकार और म्यूजिक इंडस्ट्री के बीच विवाद
हरियाणा सरकार ने हाल ही में प्रदेश में गन कल्चर और बदमाशी को बढ़ावा देने वाले गानों पर बैन लगाया है। इसके तहत लगातार गाने यूट्यूब से हटाए जा रहे हैं, जिनमें अंकित बालियान, नरेंद्र भगाना जैसे कलाकारों के गाने भी शामिल हैं। हालांकि, जिन गानों को सबसे अधिक बैन किया गया है, उनमें मासूम शर्मा के गाने प्रमुख हैं।
अब तक करीब 30 गाने यूट्यूब से डिलीट कराए गए हैं, जिनमें से लगभग 10 गाने सिर्फ मासूम शर्मा के हैं। मासूम शर्मा का आरोप है कि यह गाने उच्च सरकारी अधिकारियों के कहने पर बैन किए जा रहे हैं और उन्हें पर्सनल टारगेट किया जा रहा है।