हरियाणा के सरकारी स्कूलों में बनेंगे हर्बल गार्डन, केंद्र सरकार देगी 5 साल तक अनुदान
The Air News | अपडेटेड: आज
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब हर्बल गार्डन (Herbal Gardens) विकसित किए जाएंगे। यह पहल न केवल औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए है, बल्कि छात्रों को इनका उपयोग और महत्व समझाने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति जागरूक भी बनाएगी।
केंद्र सरकार देगी पांच साल तक ग्रांट
इस योजना के तहत, जिन स्कूलों में 500 वर्ग मीटर या अधिक जगह उपलब्ध है, वहां हर्बल गार्डन लगाए जाएंगे। इन गार्डनों के रखरखाव और देखरेख के लिए केंद्र सरकार अगले 5 वर्षों तक वित्तीय सहायता प्रदान करेगी:
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पहले वर्ष: ₹25,000 अनुदान
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अगले 4 वर्ष: प्रतिवर्ष ₹7,000 अनुदान
यह योजना औषधीय पौधों के संरक्षण और प्रचार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पहल का हिस्सा है।
इन पौधों को किया जाएगा शामिल
हर्बल गार्डन में स्थानीय और प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में उपयोग किए जाने वाले पौधे लगाए जाएंगे, जैसे:
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मेथी
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धनिया
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पालक
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पुदीना
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आंवला
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हल्दी
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कढ़ी पत्ता
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तुलसी पत्ता
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अजवाइन
पर्यावरण शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
इस योजना का उद्देश्य न केवल विद्यार्थियों को औषधीय पौधों के बारे में जानकारी देना है, बल्कि उन्हें प्राकृतिक संसाधनों की अहमियत भी सिखाना है। यह पहल छात्रों को प्रैक्टिकल लर्निंग से जोड़ने और ग्रीन कैंपस के निर्माण में सहायक सिद्ध होगी।
अधिकारियों को जारी हुआ पत्र
हरियाणा के मौलिक शिक्षा निदेशक द्वारा इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर स्कूल परिसरों में गार्डन विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही इस योजना का राज्यभर में क्रियान्वयन शुरू किया जाएगा।