हरियाणा के 6 कांग्रेस विधायक चंडीगढ़ पुलिस से भिड़े: ‘यहां पावर मत दिखाना’ – पुलिस अधिकारी का जवाब
रोहतक/चंडीगढ़ | 28 मार्च 2025
चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस के 6 विधायक और पुलिस अधिकारियों के बीच जमकर बहस हो गई। ये विधायक शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के सरकारी आवास पर डिनर के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनकी गाड़ियां रोक दी।
क्या हुआ था विवाद में?
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26 मार्च की रात विधायकों की दो गाड़ियां सेक्टर-2 पहुंची, जहां पुलिस ने कहा कि अंदर पार्किंग फुल है, इसलिए गाड़ी बाहर खड़ी कर पैदल जाना होगा।
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विधायकों ने अपनी पहचान बताई और आगे जाने की मांग की, जिस पर पुलिस अधिकारी ने कहा – ‘यहां पावर मत दिखाना’।
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बहस बढ़ी, और एक पुलिस अधिकारी ने विधायक इंदुराज नरवाल को पीछे धकेल दिया।
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विवाद बढ़ता देख पुलिस ने अंततः विधायकों को जाने दिया।
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28 मार्च को घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया।
5 मुख्य बिंदु जो आपको जानने चाहिए
पार्किंग फुल होने का तर्क – पुलिस ने कहा कि अंदर जगह नहीं है, इसलिए गाड़ियां बाहर रोकें।
विधायकों की नाराजगी – विधायकों ने कहा कि वे आमंत्रित अतिथि हैं, इसलिए उन्हें आगे जाने दिया जाए।
‘पावर मत दिखाओ’ कमेंट पर विवाद – पुलिस अधिकारी ने विधायक के ड्राइवर से कहा कि ‘पावर मत दिखाओ’, जिससे मामला गरमा गया।
विधायक को धक्का देने का आरोप – विधायक इंदुराज नरवाल का आरोप है कि एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें पीछे धकेल दिया।
वीडियो वायरल होने पर मामला उजागर – घटना 26 मार्च की थी, लेकिन 28 मार्च को वीडियो सामने आने पर मामला खुला।
विधायकों का बयान
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इंदुराज नरवाल (बरोदा विधायक) – “पुलिस ने हमें गालियां दी और हाथापाई की। हमारे साथ कोई गनमैन नहीं था।”
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जस्सी पेटवाड़ (नारनौंद विधायक) – “एक पुलिस अधिकारी ने बदतमीजी की और हमें पैदल जाने को कहा।”
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शीशपाल केहरवाला (कालांवाली विधायक) – “पुलिस अधिकारी जबरदस्ती धौंस जमा रहा था और हमें जाने नहीं दे रहा था।”
पुलिस की सफाई
ट्रैफिक इंस्पेक्टर सूबा सिंह ने कहा –
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“कार्यक्रम स्थल की पार्किंग फुल थी, इसलिए बैरिकेडिंग लगाई गई थी।”
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“विधायक जबरन अंदर जाने की जिद कर रहे थे, इसलिए बहस हुई।”
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“अंत में, हमने उन्हें आगे जाने दिया।”