



(Yash)हरियाणा में फर्जी BPL कार्डधारकों पर कड़ा एक्शन: 1609 परिवार हटाए, 20 अप्रैल तक अल्टीमेटम
हरियाणा सरकार ने फर्जी गरीबी रेखा से नीचे (BPL) कार्डधारकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले एक महीने में 1609 फर्जी परिवारों को BPL सूची से बाहर कर दिया गया है। सरकार ने ऐसे सभी फर्जी लाभार्थियों को 20 अप्रैल तक का अल्टीमेटम दिया है, ताकि वे खुद अपना नाम हटवा सकें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें 3 साल तक की सजा भी हो सकती है।
कैसे पकड़े गए फर्जी लाभार्थी?
हरियाणा सरकार ने डिजिटल वेरिफिकेशन और आर्थिक स्थिति की जांच के आधार पर इन परिवारों की पहचान की है। सरकार की नई नीति के तहत सभी BPL लाभार्थियों के आधार कार्ड, बैंक खातों, संपत्ति और वार्षिक आय का डेटा मिलान किया गया। जिन परिवारों की आय सरकारी मानकों से अधिक पाई गई, उन्हें फर्जी BPL कार्डधारक मानते हुए सूची से बाहर कर दिया गया।
क्या होता है BPL कार्ड और कैसे मिलता है?
BPL (Below Poverty Line) कार्ड उन परिवारों को दिया जाता है जिनकी वार्षिक आय सरकार द्वारा तय किए गए मानकों से कम होती है। इस कार्ड के आधार पर लाभार्थियों को राशन, स्वास्थ्य सेवाएं, सरकारी योजनाओं का लाभ और कई अन्य सुविधाएं मिलती हैं। लेकिन कुछ लोग गलत दस्तावेजों के जरिए इसका फायदा उठा रहे थे, जिससे असली जरूरतमंदों को उनका हक नहीं मिल पा रहा था।
फर्जी BPL कार्डधारकों पर क्या होगी कार्रवाई?
हरियाणा सरकार ने साफ कर दिया है कि गलत तरीके से BPL कार्ड बनवाने वालों पर FIR दर्ज की जाएगी। यह कार्रवाई विभिन्न धाराओं के तहत होगी, जिसमें 3 साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
सरकार के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति खुद 20 अप्रैल से पहले अपना नाम BPL सूची से हटवा लेता है, तो उसे राहत दी जा सकती है। लेकिन 20 अप्रैल के बाद पकड़े गए फर्जी लाभार्थियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
किन जिलों में हुई सबसे ज्यादा कार्रवाई?
राज्य सरकार द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक महीने में जिन जिलों में सबसे ज्यादा फर्जी BPL कार्डधारकों को हटाया गया, वे हैं:
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गुरुग्राम – 210 परिवार
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फरीदाबाद – 185 परिवार
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सोनीपत – 165 परिवार
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रोहतक – 140 परिवार
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भिवानी – 125 परिवार
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कैथल – 110 परिवार
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रेवाड़ी – 100 परिवार
सरकार की यह कार्रवाई अब भी जारी है और आने वाले दिनों में और भी फर्जी लाभार्थियों की पहचान की जाएगी।
जनता का क्या कहना है?
हरियाणा सरकार के इस फैसले को लेकर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
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सच्चे गरीबों का समर्थन – कई असली BPL लाभार्थियों ने इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि फर्जी लोगों को हटाने से जरूरतमंदों को योजनाओं का सही लाभ मिलेगा।
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फर्जी लाभार्थियों में डर – वहीं, जो लोग गलत तरीके से BPL कार्ड का लाभ ले रहे थे, वे अब डर में हैं और 20 अप्रैल से पहले अपना नाम हटवाने का प्रयास कर रहे हैं।
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आय सीमा बढ़ाने की मांग – कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि BPL कार्ड के लिए तय की गई आय सीमा को बढ़ाया जाए, ताकि वाकई जरूरतमंद लोगों को इसका फायदा मिल सके।
सरकार का सख्त रुख: “फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं”
हरियाणा के मुख्यमंत्री और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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सरकार ने डिजिटल निगरानी प्रणाली लागू कर दी है, जिससे कोई भी व्यक्ति गलत दस्तावेजों के जरिए BPL कार्ड नहीं बनवा सकेगा।
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हर 6 महीने में BPL सूची की समीक्षा होगी, ताकि कोई भी अपात्र व्यक्ति इस योजना का लाभ न ले सके।
क्या करें यदि आपका BPL कार्ड गलत तरीके से बन गया है?
यदि किसी व्यक्ति ने अनजाने में या गलती से गलत जानकारी देकर BPL कार्ड बनवा लिया है, तो वह खुद 20 अप्रैल से पहले अपने नजदीकी तहसील या खाद्य आपूर्ति विभाग के कार्यालय जाकर अपना नाम कटवा सकता है।
20 अप्रैल के बाद पकड़े जाने पर FIR दर्ज होगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
BPL लाभार्थियों के लिए सरकार की अपील
हरियाणा सरकार ने असली जरूरतमंद लोगों से अपील की है कि वे सही जानकारी देकर ही BPL कार्ड बनवाएं। यदि कोई गलत तरीके से इस योजना का लाभ उठाने की कोशिश करेगा, तो उसे कानूनी परिणाम भुगतने होंगे