




हरियाणा रोडवेज की बस बेकाबू होकर पेड़ से टकराई: दादरी में स्कूटी सवार महिला को बचाने के चक्कर में हादसा; 55 यात्री थे सवार
चरखी दादरी | 11 अप्रैल 2025
चरखी दादरी में शुक्रवार सुबह हरियाणा रोडवेज की एक बस ने एक हैरान कर देने वाला हादसा घटित किया। एक महिला स्कूटी सवार को बचाने के प्रयास में बस बेकाबू होकर सड़क किनारे लगे एक बड़े पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई। हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं और इस तरह के अप्रत्याशित हादसों की गंभीरता को उजागर किया है।
हादसा: यात्री हुए घबराए लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई
यह हादसा उस समय हुआ जब हरियाणा रोडवेज की बस झज्जर जिले के बहु से चलकर बाढड़ा की ओर जा रही थी। बस में लगभग 50 से 55 यात्री सवार थे। जब बस बाढड़ा बस स्टैंड से करीब 1.5 किलोमीटर पहले पहुंची, तो स्कूटी सवार महिला को बचाने के चक्कर में बस ने नियंत्रण खो दिया और सड़क किनारे खड़े एक कीकर के पेड़ से टकरा गई।
जैसे ही बस पेड़ से टकराई, बस में सवार यात्रियों के बीच चीख-पुकार मच गई। हालांकि, बस पलटी नहीं और दुर्घटना के बावजूद कोई बड़ा हादसा होने से बच गया। गनीमत रही कि बस में बैठे कुछ यात्री, जो सामने की सीटों पर थे, उन्हें सीट से टकराने के कारण मामूली चोटें आईं, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत हादसे के स्थल पर पहुंचकर यात्रियों को बाहर निकाला और दुर्घटनास्थल से यातायात को डायवर्ट किया। इसके बाद, घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा गया और बाकी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
हादसा क्यों हुआ?
बस, जो हरियाणा रोडवेज के चरखी दादरी डिपो द्वारा चलायी जा रही थी, झज्जर जिले के बहु से शुरू होकर बाढड़ा के लिए जा रही थी। बस ने कई छोटे-छोटे गांवों से होते हुए बाढड़ा की ओर रुख किया था, और यात्रियों को विभिन्न गांवों से लेकर जा रही थी। हादसा उस समय हुआ जब बस बाढड़ा बस स्टैंड से करीब 1.5 किलोमीटर पहले पहुंची।
सूत्रों के अनुसार, जैसे ही बस के चालक ने देखा कि सड़क पर एक महिला स्कूटी चला रही थी, उन्होंने उसे बचाने के लिए बस को साइड में मोड़ा। लेकिन इस कोशिश में बस का नियंत्रण खो गया और वह सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई।
हादसे के कारणों को लेकर कुछ जानकारी सामने आई है कि स्कूटी सवार महिला अचानक से रोड पर आ गई थी। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि महिला ने सड़क के संकरे हिस्से से गुजरते वक्त स्कूटी पर नियंत्रण खो दिया था, जिससे चालक को उसे बचाने के प्रयास में यह हादसा हुआ।
हादसे के बाद की स्थिति: त्वरित प्रतिक्रिया से बड़ा हादसा टला
हादसे के बाद, स्थानीय निवासियों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर यात्रियों की मदद की। उन्होंने घायलों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और यातायात को नियंत्रित करने में मदद की। घटनास्थल पर पुलिस और अन्य आपातकालीन सेवाएं भी जल्दी पहुंची। घायलों को अस्पताल भेजा गया, और बाकी यात्रियों को बाहर निकाला गया।
सड़क पर वाहनों का आवागमन कुछ समय के लिए रुक गया, लेकिन स्थानीय अधिकारियों और पुलिस ने मिलकर स्थिति को जल्दी संभाला। किसी यात्री को गंभीर चोटें नहीं आईं, जिससे हादसा और भी बड़ा रूप ले सकता था।
बस चालक और कंडक्टर की स्थिति भी ठीक रही, और दोनों ने किसी तरह की बड़ी चोट से बचने के लिए सीट बेल्ट और बस की सुरक्षा प्रणालियों का सही उपयोग किया। दुर्घटना के बाद, बस के पास खड़े लोग और यात्रियों ने बस की स्थिति को देखकर राहत की सांस ली। यह दुर्घटना बड़े पैमाने पर होने वाली एक और बड़ी समस्या से बचने का सबक देती है।
हरियाणा रोडवेज की प्रतिक्रिया और जांच
चरखी दादरी डिपो के कार्य निरीक्षक परमजीत सांगवान ने हादसे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बस के चालक ने दूसरे वाहन को बचाने के चक्कर में यह हादसा किया। उन्होंने बताया कि हादसे के समय बस में 50 से 55 यात्री सवार थे। हालांकि, किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित हैं।
बस के क्षतिग्रस्त होने के बाद, रोडवेज अधिकारियों ने घटनास्थल पर एक मैकेनिक को भेजा, ताकि बस की स्थिति का आकलन किया जा सके। दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
स्थानीय समुदाय का योगदान
इस हादसे में सबसे सराहनीय पहलू था स्थानीय समुदाय की त्वरित प्रतिक्रिया। जैसे ही दुर्घटना हुई, स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और यात्रीयों की मदद की। यह स्थानीय समाज की एकता और जागरूकता को दर्शाता है। उन्होंने ना केवल घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया बल्कि यातायात को भी सुचारू रूप से चलाने में मदद की।
यह घटनास्थल पर लोगों के द्वारा की गई मदद ने हादसे को और भी अधिक विनाशकारी होने से रोका। ग्रामीणों का समर्पण और तत्परता ने यह सुनिश्चित किया कि हादसे के बाद स्थिति जल्दी नियंत्रण में आ जाए और और किसी और दुर्घटना को टाला जा सके।