हिसार में किसानों का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन: कैमरी गांव में सीएम नायब सैनी का पुतला फूंका, खाद-पानी व फसलों के उचित मूल्य की मांग
हिसार (बालसमंद), Sahil Kasoon The Airnews — हरियाणा के किसानों में सरकार के प्रति बढ़ते असंतोष का एक और उदाहरण रविवार को हिसार जिले के गांव कैमरी में देखने को मिला, जहां पगड़ी संभाल जट्टा संगठन से जुड़े किसानों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंककर अपनी नाराजगी जाहिर की। किसानों का आरोप है कि उन्हें समय पर खाद, पानी और फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा, जिससे वे बुरी तरह परेशान हैं।
प्रदर्शन का नेतृत्व हिसार प्रथम ब्लॉक के प्रधान साहब राम खीचड़ ने किया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की ज़रूरतों को लेकर गंभीर नहीं है। खरीफ सीजन की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन अभी तक यूरिया और डीएपी खाद की समय पर आपूर्ति नहीं हो पाई है, जिससे किसानों की बुवाई और उत्पादन पर सीधा असर पड़ा है।
साहब राम खीचड़ के साथ प्रधान रमेश और अन्य किसानों ने यह भी मांग रखी कि जिन किसानों की जमीनों के ऊपर से हाई टेंशन बिजली की लाइनें गुजरती हैं, उन्हें सरकार की तरफ से उचित मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा, गांव के वाटर वर्क्स से समय पर पीने के पानी की आपूर्ति न मिलने की भी शिकायत की गई।
किसानों ने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्रशासन और सरकार ने दो सप्ताह के भीतर नहरी पानी उपलब्ध नहीं कराया, तो वे बड़ा आंदोलन छेड़ सकते हैं। प्रदर्शन के दौरान साहब राम, रमेश, योगी सहारण, गुलाब गोदारा, सतबीर, पवन, अमित गोदारा, मानसिंह और विनोद सुथार समेत कई किसान मौजूद रहे। सभी ने एक सुर में सरकार से कृषि नीति को किसान हितैषी बनाने की मांग की।
कैमरी गांव में किसानों द्वारा उठाई गई समस्याएं न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे राज्य के किसानों की वास्तविक चिंताओं और पीड़ा को दर्शाती हैं। कृषि क्षेत्र की अनदेखी और संसाधनों की कमी ने किसानों को मजबूर कर दिया है कि वे सड़कों पर उतर कर सरकार को चेताएं।
The Airnews का मानना है कि किसानों की मांगें जमीनी हकीकत पर आधारित हैं और सरकार को जल्द से जल्द इनपर गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि राज्य में कृषि क्षेत्र को स्थायित्व और किसानों को सम्मान मिल सके।





