“उसूलों का सौदा नहीं किया, इसलिए टिके हैं”: विनेश फोगाट ने ट्रोल्स को दिया करारा जवाब
( Sahil Kasoon )
भारतीय कुश्ती की शेरनी कही जाने वाली विनेश फोगाट ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वे सिर्फ मैट पर ही नहीं, शब्दों के युद्ध में भी विजेता हैं। सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वालों को करारा जवाब देते हुए विनेश ने ऐसा बयान जारी किया, जो आज की पीढ़ी को आत्मसम्मान, उसूल और सच्चाई की ताकत का वास्तविक अर्थ समझाता है।
“दो रुपये में ट्वीट करने वालों… सुन लो!”
विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर निशाना साधते हुए लिखा:
“2 रुपये लेकर ट्वीट करने वालों और फ्री का ज्ञान बाँटने वालों… ज़रा ध्यान से सुनो! तुम्हारी जानकारी के लिए बता दूँ — अब तक करोड़ों के ऑफर ठुकरा चुकी हूँ। सॉफ्ट ड्रिंक्स से लेकर ऑनलाइन गेमिंग तक, पर मैंने कभी अपने उसूलों का सौदा नहीं किया।”
विनेश का आत्मसम्मान और सिद्धांतों पर अडिग रहना
यह बयान किसी गुस्से की उपज नहीं, बल्कि उनके उस आत्मसम्मान की झलक है, जो उन्होंने अपने परिवार, परंपरा और संघर्षों से पाया है। उन्होंने आगे कहा:
“जो कुछ भी हासिल किया है, मेहनत की ईमानदारी और अपनों के आशीर्वाद से किया है — और उसी पर गर्व है।”
“धरती की बेटी हूँ, माँ के दूध में आत्मसम्मान मिला है”
विनेश का यह बयान केवल व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि हर उस महिला और खिलाड़ी की आवाज़ है जो अपने आत्मसम्मान और सिद्धांतों के साथ खड़ी रहती है। उन्होंने लिखा:
“और जहाँ तक ‘मांगने’ की बात है… मैं उस धरती की बेटी हूँ जहाँ आत्मसम्मान माँ के दूध में घुला होता है। मैंने अपने पूर्वजों से सीखा है — हक छीना नहीं जाता, जीता जाता है।”
“ज़रूरत पड़ने पर अपनों को पुकारना भी आता है, और जब कोई अपना तकलीफ़ में हो — तो उनके साथ दीवार बनकर खड़ा रहना भी आता है।”
“Zip it… we’re not going anywhere!”
ट्रोल्स और आलोचकों को चेतावनी देते हुए उन्होंने अंग्रेज़ी में दो टूक जवाब दिया:
“So, zip it. Sit in the corner and do what you’re best at — cry, cry, cry… and just cry! Because we are not going anywhere. We’re here to stay, grounded, unshaken, and standing tall with our own spine and self-respect!”