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Saturday, November 8, 2025

46 साल का कुंवारा बना 83 साल के बेटे का पिता: हरियाणा में सरकारी रिकॉर्ड की चौंकाने वाली गलती

46 साल का कुंवारा बना 83 साल के बेटे का पिता: हरियाणा में सरकारी रिकॉर्ड की चौंकाने वाली गलती

Source: The Air News | Edited By: Yash

हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई कुंवारे युवकों की पेंशन योजना में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने सरकारी व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। सिरसा के रहने वाले 46 वर्षीय राजू जब इस योजना के तहत पेंशन के लिए आवेदन करने गए, तो उन्हें पता चला कि सरकारी दस्तावेजों में उन्हें 83 वर्षीय बेटे का पिता बना दिया गया है। यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है, बल्कि डिजिटल रिकॉर्डिंग के युग में डेटा एंट्री की एक बड़ी विफलता भी है।

पेंशन के लिए आवेदन और चौंकाने वाला सच

हरियाणा सरकार ने हाल ही में 45 साल या उससे अधिक उम्र के अविवाहित पुरुषों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत सिरसा के राजू ने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया। लेकिन जब वह पोर्टल पर अपने परिवार पहचान पत्र (PPP) की जांच करने गए, तो उनके होश उड़ गए। उनके दस्तावेजों में एक महिला को उनकी पत्नी और एक 83 वर्षीय व्यक्ति को उनका बेटा बताया गया था।

राजू की सच्चाई: “न शादी हुई, न बेटा है”

राजू ने बताया कि वह पूरी तरह कुंवारे हैं। उनके माता-पिता का निधन उनके बचपन में ही हो गया था और एक बहन है जिसकी शादी हो चुकी है। परिवार में उनके अलावा कोई सदस्य नहीं है। राजू का कहना है कि उसने कभी किसी ‘मोना’ नाम की महिला को नहीं देखा और ना ही किसी ऐसे 83 वर्षीय व्यक्ति को, जिसे अब उनके बेटे के रूप में दर्ज किया गया है।

सरकारी दस्तावेजों में उम्र का उल्टा गणित

राजू के PPP में उनकी उम्र 46 साल, उनकी पत्नी मोना की उम्र 57 साल और बेटे की उम्र 83 साल दर्ज की गई है। यानी 46 साल का व्यक्ति 83 साल के बेटे का पिता है! यह तथ्य सुनकर कोई भी सिर पकड़ लेगा। यह गलती न सिर्फ हास्यास्पद है बल्कि सरकारी डेटा सिस्टम की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है।

राशन डिपो पर हुआ खुलासा

इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा झटका राजू को तब लगा जब वह अपने बीपीएल कार्ड के जरिए राशन लेने डिपो पर पहुंचे। वहाँ डिपो संचालक ने उन्हें बताया कि उनकी पत्नी ‘मोना’ पहले ही राशन ले जा चुकी हैं। यह सुनकर राजू हैरान रह गए।

राजू कहते हैं: “मैंने कभी किसी मोना को देखा तक नहीं, और सरकारी रिकॉर्ड में वह मेरी पत्नी बन गई है। यह मेरे लिए बहुत दुखद और अपमानजनक है।”

राजू की शिकायत और प्रशासन की प्रतिक्रिया

राजू ने तुरंत इस गलती की शिकायत सिरसा के संबंधित अधिकारियों से की है और अपने PPP को सुधारने के लिए आवेदन दिया है। फिलहाल जांच चल रही है। हालांकि, प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

राजू की मांग है कि उनके परिवार पहचान पत्र से इस फर्जी महिला और वृद्ध व्यक्ति को हटाया जाए और उन्हें पेंशन योजना का लाभ सही जानकारी के साथ दिया जाए।

विशेषज्ञों की राय: सिस्टम की त्रुटि या किसी की साजिश?

सरकारी योजनाओं में डेटा एंट्री की जिम्मेदारी आमतौर पर लोकल ऑपरेटरों की होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह या तो किसी बड़ी तकनीकी त्रुटि का परिणाम है या फिर किसी ने जानबूझकर ऐसा किया है। इस तरह की गलती एक नागरिक के अधिकारों और सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती है।

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