loader image
Saturday, November 8, 2025

वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा से पास: राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद बनेगा कानून

वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा से पास: राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद बनेगा कानून

वक्फ संशोधन बिल गुरुवार देर रात 12 घंटे से अधिक लंबी चर्चा के बाद राज्यसभा से पारित हो गया। बिल के पक्ष में 128 और विरोध में 95 वोट पड़े। इससे पहले यह बुधवार को लोकसभा में पास हुआ था। अब यह बिल राष्ट्रपति के पास जाएगा और उनकी स्वीकृति के बाद यह कानून बन जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी बोले – यह बड़ा सुधार, ट्रांसपेरेंसी बढ़ाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिल के पास होने पर कहा कि “यह कानून पारदर्शिता (ट्रांसपेरेंसी) को बढ़ाएगा और गरीब-पसमांदा मुस्लिमों के अधिकारों की रक्षा करेगा।” उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों में लंबे समय से गड़बड़ियां हो रही थीं, जिससे खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं और गरीबों को नुकसान हो रहा था। यह नया कानून इन समस्याओं को दूर करेगा।

राज्यसभा में हुई तीखी बहस

विपक्ष ने बिल का विरोध किया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “सरकार का इरादा ठीक नहीं है। वक्फ संपत्तियों का इस्तेमाल किनके लिए किया जाएगा, यह स्पष्ट नहीं है।”

शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, “आप मुस्लिमों की इतनी चिंता क्यों कर रहे हैं? 40 हजार कश्मीरी पंडितों की जमीन वापस नहीं मिली और चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है। सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए।”

सत्ताधारी पार्टी का पक्ष

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि “वक्फ बोर्ड ने एक बार ताजमहल पर भी दावा कर दिया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी।”

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में कहा कि “हमें उम्मीद है कि सदन इस बिल का समर्थन करेगा।”

RJD सांसद मनोज झा का बयान

RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि “बहुमत (मेजॉरिटी) होने का मतलब यह नहीं है कि आप लोकतांत्रिक मूल्यों को नजरअंदाज करें। इस देश के हिंदू और मुसलमान एक-दूसरे के साथ रहते आए हैं, कृपया इस आदत को मत बदलिए।”

AAP सांसद संजय सिंह बोले – बिल से धार्मिक संपत्तियों पर कब्जा होगा

AAP सांसद संजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया कि “इस बिल के जरिए धार्मिक संपत्तियों पर कब्जा किया जाएगा और बाद में उन्हें सरकार के करीबी लोगों को सौंप दिया जाएगा।”

AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में बिल की कॉपी फाड़ी

लोकसभा में AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिल का विरोध करते हुए इसकी कॉपी फाड़ दी। उन्होंने कहा कि “इस बिल का मकसद सिर्फ मुसलमानों को अपमानित करना है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!