हरियाणा में घरेलू हिंसा की हदें पार: खाना नहीं बनाया तो पत्नी की गला रेतकर हत्या, दो महीने का बच्चा बेसहारा
घटना की भयावह शुरुआत
( Sahil Kasoon ) हरियाणा के सोनीपत जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह मामला महज घरेलू विवाद नहीं, बल्कि उस सामाजिक मानसिकता का परिणाम है जहाँ एक महिला की जान की कीमत सिर्फ एक रात के खाने से आँकी गई।
गांव भैंसवान खुर्द में रहने वाले साहिल नामक युवक ने अपनी 22 वर्षीय पत्नी निशा की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने देर रात खाना बनाने से मना कर दिया था। घटना 3 अप्रैल 2025 की रात को घटी, जब साहिल शराब के नशे में धुत्त होकर घर लौटा और निशा से खाना बनाने को कहा। निशा के मना करने पर उसने पहले तो मारपीट की और फिर रसोई में रखा चिकन काटने वाला चाकू उठाकर उसकी गर्दन रेत दी।
मां से बोला- “मैंने उसे मार दिया, बेटा रो रहा है”
हत्या करने के बाद साहिल रात 12 बजे अपनी मां के पास पहुंचा और बेहद सामान्य अंदाज में बोला, “मैंने निशा को मार दिया है, बेटा रो रहा है, उसे चुप करा दो।” ये शब्द सुनकर उसकी मां के होश उड़ गए। वह तुरंत बेटे के घर की ओर दौड़ी और वहां जाकर देखा कि निशा खून से लथपथ पड़ी थी। उसने शोर मचाया और अन्य परिजनों की मदद से निशा को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
14 महीने पुरानी शादी, 2 महीने का मासूम बच्चा
निशा की मां सपना ने बताया कि उसकी बेटी की शादी 17 फरवरी 2024 को साहिल के साथ हुई थी। 14 महीने की इस शादीशुदा ज़िंदगी में ही निशा को कई तरह की प्रताड़नाएं सहनी पड़ीं। दो महीने पहले ही उसने एक बेटे को जन्म दिया था, जिसका नाम कालू रखा गया।
साहिल पेशे से दिहाड़ी मजदूर था और बाकी परिवार से अलग पत्नी और बेटे के साथ रहता था। वह स्वभाव से चिड़चिड़ा और हिंसक था, जिसकी शिकायतें निशा कई बार अपनी मां को कर चुकी थी।
लगातार प्रताड़ना और दूसरी शादी की धमकी
निशा की मां सपना, जो मूल रूप से दिल्ली के मुखबिलपुर की रहने वाली हैं, ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शादी के कुछ ही महीनों बाद साहिल का व्यवहार बदलने लगा था। वह निशा को आए दिन प्रताड़ित करता था और उसे दूसरी शादी की धमकी भी देता था। जब निशा विरोध करती, तो वह उसके साथ मारपीट करता। सपना ने यह भी कहा कि साहिल ने कभी भी निशा को पत्नी का दर्जा नहीं दिया, वह हमेशा उसके साथ एक नौकर की तरह व्यवहार करता था।
घटना की रात क्या हुआ?
प्राथमिक जांच के अनुसार, साहिल रात को शराब पीकर घर लौटा और निशा से खाना बनाने को कहा। निशा ने जब मना किया तो उसने गुस्से में पहले मारपीट की, फिर किचन में रखे चाकू से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। यह वही चाकू था जो आमतौर पर घर में चिकन काटने के लिए इस्तेमाल होता था। हत्या के बाद उसने न तो पुलिस को सूचना दी और न ही किसी से मदद मांगी, बल्कि सीधा अपनी मां के पास पहुंचा और बेटे को चुप कराने की बात कही।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच की स्थिति
घटना की सूचना मिलते ही भैंसवान खुर्द चौकी इंचार्ज एसआई उदय सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की तफ्तीश शुरू की। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 के तहत साहिल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही डीसीपी गोहाना, एसीपी गोहाना और इलाका मजिस्ट्रेट को इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट भेज दी गई है।
पुलिस के अनुसार, साहिल घटना के बाद से फरार है और उसकी तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक दृष्टिकोण: महिला सुरक्षा पर सवाल
यह घटना न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि यह समाज के उस क्रूर चेहरे को भी उजागर करती है जहाँ महिलाएं आज भी घरेलू हिंसा का शिकार हैं। महिला अधिकारों और समानता की बात करने वाले हमारे समाज में जब एक महिला सिर्फ खाना न बनाने की वजह से जान से हाथ धो बैठती है, तो यह कहीं न कहीं हमारी सामूहिक असफलता भी है।
क्या यह सोचने की जरूरत नहीं है कि महिलाओं की सुरक्षा केवल कानून से नहीं, बल्कि मानसिकता में बदलाव से भी जुड़ी हुई है? इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमें सिर्फ सख्त कानून नहीं, बल्कि शिक्षा और संस्कारों में भी सुधार लाने की आवश्यकता है।
सवाल जो उठने लाजमी हैं
- क्या शादी के बाद एक महिला की ज़िंदगी केवल घर संभालने और खाना बनाने तक सीमित रह गई है?
- क्या शराब का नशा किसी को इतना अमानवीय बना सकता है कि वह अपनी पत्नी की हत्या कर दे?
- क्या एक मां के लिए यह सबसे बड़ा सदमा नहीं है कि उसकी बेटी को जिस घर में विदा किया था, वहीं से उसकी अर्थी निकली?
- और सबसे बड़ा सवाल – अब उस दो महीने के मासूम बच्चे का क्या होगा, जो अपनी मां के आँचल को अब कभी महसूस नहीं कर पाएगा?
The Airnews की अपील
हम, ‘The Airnews’, इस हत्याकांड की कड़ी निंदा करते हैं और प्रशासन से यह अपील करते हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। साथ ही, हम केंद्र और राज्य सरकार से यह भी मांग करते हैं कि घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में त्वरित न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए।