
कैथल (The Airnews)। कैथल में आज बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला तथा कैथल से कांग्रेस विधायक आदित्य सुरजेवाला ने सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ सड़क पर उतरकर सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की। विरोध प्रदर्शन की शुरुआत जवाहर पार्क में सभा के साथ हुई, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने पिहोवा चौक तक मार्च किया। अंत में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला उपायुक्त को सौंपा गया।
मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार पर तीखा हमला
रणदीप सुरजेवाला ने मंच से कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह आम आदमी के दर्द से बेखबर है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बिजली दरों में भारी वृद्धि करके हरियाणा की जनता पर 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल दिया है। सुरजेवाला ने इसे ‘जनता की जेब पर डाका’ करार दिया और कहा कि सरकार अब केवल आम लोगों की कमाई को लूटने की एक्सपर्ट बन चुकी है।
जनता से लिया जा रहा ‘वोट का बदला’
आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि सरकार ने पहले 16 जनवरी, 2025 को फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 47 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की थी, और अब 1 अप्रैल, 2025 से बिजली दरों में सीधी बढ़ोतरी करके जनता को ‘वोट देने की सजा’ दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस वृद्धि से न केवल घरेलू उपभोक्ता प्रभावित होंगे, बल्कि आटा चक्की, लकड़ी आरा मिल, बर्फ कारखाने जैसे छोटे व्यापारियों पर भी सीधा आर्थिक असर पड़ेगा।
जजिया कर की तर्ज पर हो रही है वसूली: सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने बिजली दरों की इस वृद्धि को ‘जजिया कर’ बताते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी से सवाल किया कि वह इस वसूली का हिसाब जनता को कब देंगे। उन्होंने कहा कि यह वृद्धि न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि संवेदनहीन भी है। कांग्रेस पार्टी की मांग है कि बढ़ी हुई दरें तुरंत वापस ली जाएं।
कांग्रेस की चेतावनी: अगर मांगे नहीं मानी गईं तो होगा जन आंदोलन
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर सरकार ने जनता की इस मांग को नजरअंदाज किया तो पार्टी राज्यव्यापी जन आंदोलन चलाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बीपीएल श्रेणी में आने वाले 2 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लोग इस फैसले से प्रभावित हो रहे हैं। यदि सरकार ने बिजली दरें वापस नहीं लीं, तो यह आंदोलन और तेज होगा।
दोषारोपण की राजनीति और जनता का संघर्ष
प्रदर्शन के दौरान कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौजूदा भाजपा सरकार पर दोषारोपण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब आम जनता महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से जूझ रही है, तब सरकार बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की दरें बढ़ाकर उनकी परेशानियों को और बढ़ा रही है।