हरियाणा के जींद में दो सगे भाइयों की निर्मम हत्या: परिजनों का आरोप – जब तक इंसाफ नहीं, तब तक अंतिम संस्कार नहीं

हरियाणा के जींद में दो सगे भाइयों की निर्मम हत्या: परिजनों का आरोप – जब तक इंसाफ नहीं, तब तक अंतिम संस्कार नहीं
The Airnews | जींद | 9 अप्रैल 2025
हरियाणा के जींद जिले में बीती रात दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। कार सवार बदमाशों ने दो सगे भाइयों की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात करीब 2 बजे की है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मृतकों की पहचान सतीश (44) और दिलबाग (50) के रूप में हुई है। दोनों भाई निर्जन गांव के निवासी थे। हत्या के पीछे लंबे समय से चला आ रहा जमीनी विवाद बताया जा रहा है।
वारदात की रात: अचानक गोलियों की बौछार
परिवार वालों के अनुसार, मंगलवार रात 11 बजे के करीब सतीश और दिलबाग का गांव के ही कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था। इसके बाद रात के तकरीबन 2 बजे एक गाड़ी (स्कॉर्पियो) में सवार बदमाश गांव पहुंचे। आते ही उन्होंने सतीश और दिलबाग पर गोलियों की बौछार कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर सतीश का बेटा मोहित बाहर आया, तो उसने देखा कि दोनों जमीन पर लहूलुहान पड़े हैं।
मोहित ने तुरंत घायलों को लेकर जींद के सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इस हत्याकांड से पूरे गांव में मातम पसर गया है और लोग आक्रोशित हैं।
स्कॉर्पियो पर भी की गई फायरिंग
घटना के दौरान बदमाशों ने मोहित की स्कॉर्पियो कार पर भी गोलियां बरसाईं, जिससे कार के शीशे टूट गए और बॉडी में कई जगह गोली लगने के निशान हैं। कार की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वारदात कितनी भयावह रही होगी। मोहित किसी तरह जान बचाकर वहां से निकल गया।
गोडाउन में दी गई अंतिम वार
मोहित ने बताया कि फायरिंग करने वाले सुरेश और उसके बेटे मोहित समेत 5-6 लोग थे। पहले तो उन्होंने मोहित पर गोली चलाई, लेकिन वह गाड़ी लेकर बच निकला। इसके बाद वे बदमाश सत्यम गैस के गोडाउन में पहुंचे, जहां सतीश और दिलबाग बैठे थे। बदमाशों ने पहले गाड़ी ऊपर चढ़ाने की कोशिश की और फिर दोनों भाइयों को गोली मार दी।
पुराना जमीनी विवाद और प्रशासन की अनदेखी
परिवार का कहना है कि आरोपियों से पुराना जमीनी विवाद चल रहा था, जिसकी शिकायत उन्होंने पहले भी प्रशासन से की थी। प्रशासन ने एक बार विवादित दीवार को हटवाया भी था, लेकिन आरोपियों ने बार-बार दीवार दोबारा खड़ी कर दी और धमकियां देते रहे।
मोहित ने बताया, “हमने पहले भी शिकायत दी थी कि हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यदि समय पर कदम उठाया गया होता, तो आज मेरे पिता और चाचा जिंदा होते।”
परिजनों का रोष: अंतिम संस्कार से इनकार
मृतकों के परिजनों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच की दिशा
सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
सवालों के घेरे में प्रशासन
इस दोहरे हत्याकांड ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि पीड़ित पक्ष की शिकायतों पर पहले ध्यान दिया गया होता और आरोपियों को चेतावनी या कार्रवाई की जाती, तो शायद यह दोहरी हत्या टाली जा सकती थी।
गांव वालों का भी यही कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते ही यह कांड हुआ है। अब गांव के लोग एकजुट होकर न्याय की मांग कर रहे हैं।




